ज़िला प्रशासन ने कहा, दुर्गा पूजा और मुहर्रम की वजह से अधिकांश पुलिस बल ड्यूटी पर होगा इसलिए शांति कायम करने में असुविधा होगी.
लखनऊ: अमेठी ज़िला प्रशासन ने कानून एवं व्यवस्था का हवाला देते हुए स्थानीय सांसद और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उनके निर्वाचन क्षेत्र के दौरे की अनुमति नहीं दी और उनसे दौरे का कार्यक्रम फिर से निर्धारित करने को कहा है.
प्रशासन ने कानून व्यवस्था को आधार बनाते हुए राहुल की यात्रा की अनुमति नहीं दी. कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना की है.
अमेठी ज़िला प्रशासन की ओर से ज़िला कांग्रेस प्रमुख को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकांश पुलिस बल ड्यूटी पर होगा, इसलिए शांति कायम रखने में काफी असुविधा होगी. इसलिए आग्रह है कि इस दौरे का कार्यक्रम पांच अक्टूबर के बाद किसी भी तारीख़ के लिए पुनर्निर्धारित किया जाए.
पत्र पर अमेठी के ज़िलाधिकारी योगेश कुमार और पुलिस अधीक्षक पूनम के दस्तख़त हैं. इसमें कहा गया कि एक पत्र के ज़रिये सूचित किया गया कि सांसद राहुल गांधी का दौरा चार से छह अक्तूबर के बीच प्रस्तावित है. हालांकि पांच अक्टूबर को कई जगहों पर दुर्गा पूजा और दशहरे का समापन होता है.
ज़िला प्रशासन के इस कदम पर समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा, ‘बहाने बनाए जा रहे हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक सांसद त्योहारों के समय अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं जा पा रहा है. यह लोकतंत्र की हत्या है.’
पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता अखिलेश सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार राहुल को अमेठी जाने से रोकने के हथकंडे अपना रही है. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार को आशंका है कि राहुल जनता से सीधे तौर पर जुडे़ मुद्दे उठाएंगे. भाजपा भयभीत है.
सिंह ने कहा कि सरकार को शायद चिंता है कि राहुल के दौरे से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी की दस अक्टूबर को प्रस्तावित अमेठी यात्रा पर ग्रहण लग सकता है. उन्होंने कहा कि चार अक्टूबर तक आम तौर पर सभी त्योहार समाप्त हो जाते हैं.
स्मृति ईरानी को 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने अमेठी सीट पर हराया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)