ब्रिटेनः मुस्लिम सांसद नुसरत गनी ने कहा- मेरे धर्म के चलते मुझे मंत्री पद से हटाया गया था

2018 में ब्रिटेन की सांसद नुसरत गनी को पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे की सरकार में परिवहन विभाग में कनिष्ठ मंत्री नियुक्त किया गया था. फरवरी 2020 में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें अपना पद गंवाना पड़ा. उनका कहना है कि उनका धर्म उनके सहयोगियों को असहज कर रहा था.

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ब्रिटिश सांसद नुसरत गनी (फोटो साभारः ट्विटर)

2018 में ब्रिटेन की सांसद नुसरत गनी को पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे की सरकार में परिवहन विभाग में कनिष्ठ मंत्री नियुक्त किया गया था. फरवरी 2020 में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें अपना पद गंवाना पड़ा. उनका कहना है कि उनका धर्म उनके सहयोगियों को असहज कर रहा था.

ब्रिटिश सांसद नुसरत गनी. (फोटो साभारः ट्विटर)

लंदनः ब्रिटेन की एक मुस्लिम महिला सांसद का कहना है कि उन्हें फरवरी 2020 में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी की सरकार में मंत्री पद से इसलिए बर्खास्त कर दिया गया, क्योंकि वह मुस्लिम हैं और उनका धर्म उनके सहयोगियों को असहज कर रहा है.

नुसरत गनी (49) को पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे की सरकार में 2018 में परिवहन विभाग में ब्रिटेन का कनिष्ठ मंत्री नियुक्त किया गया था. फरवरी, 2020 में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हें अपना मंत्रिपद गंवाना पड़ा.

संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नुसरत गनी ने बताया कि एक ‘ह्विप’ (संसदीय अनुशासन के एक प्रवर्तक) द्वारा उन्हें बताया गया था कि उनके मुस्लिम धर्म को उनकी बर्खास्तगी के मुद्दे के रूप में उठाया गया था.

उनके इस बयान पर डाउनिंग स्ट्रीट कार्यालय से किसी तरह की तत्काल टिप्पणी नहीं मिल सकी, लेकिन सरकार के मुख्य ह्विप मार्क स्पेंसर ने कहा कि वह गनी के आरोपों के केंद्र में हैं.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं और मैं इन्हें मानहानिकारक मानता हूं. मैंने कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है, जो कहा जा रहा है कि मैंने कहे.’

गनी की यह टिप्पणी कंजरवेटिव पार्टी में उनके एक सहयोगी के बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह उनकी पार्टी के सहयोगियों को धमकी और ब्लैकमेल किए जाने के आरोपों पर चर्चा के लिए पुलिस से मिलेंगे.

दरअसल, ब्रिटेन के एक सांसद ने आरोप लगाए हैं कि सरकार ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के विरोधियों को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया है.

बता दें कि ब्रिटेन में लॉकडाउन का उल्लंघन कर पार्टी का आयोजन करने के आरोपों की वजह से जॉनसन राजनीतिक संकट से जूझ रहे हैं और उनसे इस्तीफे की मांग की जा रही है.

इन मामलों की वजह से निजी तौर पर जॉनसन और उनकी पार्टी को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा है और यह उनके कार्यकाल के सबसे गंभीर संकट के रूप में उभरा.

ब्रिटेन की पहली महिला मुस्लिम मंत्री गनी ने कहा, ‘मुझे बताया गया कि डाउनिंग स्ट्रीट में मंत्रालयों में फेरबदल बैठक में मुस्लिम धर्म को एक मुद्दे के रूप में उठाया गया कि मेरा मुस्लिम महिला मंत्री का दर्जा पार्टी के सहयोगियों को असहज कर रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं यह दिखावा नहीं करूंगी कि इससे पार्टी में मेरा विश्वास नहीं हिला है और मैंने कई बार गंभीरता से विचार नहीं किया कि क्या सांसद के रूप में बने रहना सही है या नहीं.’

इसके जवाब में स्पेंसर ने कहा, ‘जब गनी ने पिछले साल मार्च महीने में पहली बार इस मामले को उठाया था तो उन्होंने इस मामले को औपचारिक आंतरिक जांच के समक्ष रखने से इनकार कर दिया था.’

कंजरवेटिव पार्टी को पहले भी इस्लामोफोबिया के आरोपों का सामना करना पड़ा था. पिछले साल मार्च महीने में एक रिपोर्ट में इसकी आलोचना की गई थी कि यह कैसे मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव की शिकायतों से निपटती हैं.

प्रधानमंत्री जॉनसन की पिछली टिप्पणियों को लेकर जारी रिपोर्ट की वजह से उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी. एक बयान में जॉनसन ने बुर्का पहनने वाली महिलाओं को ‘लेटरबॉक्स की तरह दिखने वाली’ कहा था.

इस बीच, मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा कि कंजरवेटिव पार्टी को गनी के आरोपों की तुरंत जांच करनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘यह चौंकने वाला मामला है. कंजरवेटिव को इसकी तत्काल जांच करनी चाहिए.’

धमकी और ब्लैकमेल

रॉयटर्स के अनुसार, ह्विप के व्यवहार को लेकर गनी के बयानों ने एक अन्य वरिष्ठ कंजरवेटिव विलियम रैग के आरोप भी सामने आए है, जिनका कहना है कि जॉनसन को पद से हटाने की उनकी इच्छा की वजह से उनके कुछ सहयोगियों को धमकी और ब्लैकमेल का सामना करना पड़ा है.

रेग ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘नुस (नुसरत) ने इस बात को उजागर कर बहादुरी दिखाई है. मैं उनके इस अनुभव के बारे में जानकर स्तब्ध हूं. उन्होंने हमेशा ताकत और निष्ठा से दूसरों का साथ दिया है. उन्हें एक दोस्त और सहयोगी के रूप में पाना मेरे लिए गर्व की बात है. हमें चीजों को बेहतरी के लिए बदलना चाहिए.

उन्होंने टेलीग्राफ को बताया कि वह इन आरोपों पर चर्चा के लिए अगले हफ्ते की शुरुआत में पुलिस से मिलेंगे.

उधर बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उन्होंने रेग के दावों का समर्थन करने वाले किसी सबूत को न तो देखा है और न ही उसके बारे में सुना है. उनके कार्यालय की ओर से बताया गया कि वह ऐसे किसी भी सबूत को ‘बहुत ही सावधानी’ से देखेंगे.

लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस तरह के किसी भी आरोप, जो अपराध की श्रेणी में आते हैं, की जानकारी पुलिस विभाग को दी जानी चाहिए, जिस पर विचार किया जाएगा.’

2019 में 30 से अधिक सालों में जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी प्रचंड बहुमत से जीती थी और इस समय ‘पार्टीगेट स्कैंडल’ और सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत तरह से निपटाने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही है.

जॉनसन, जिन्होंने बार-बार पार्टियों में शामिल होने के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि वो उनमें से कई से अनजान थे, स्वीकार किया कि उन्होंने पिछले साल 20 मई को सामाजिक आयोजनों पर लगाए गए प्रतिबंध के दौरान खुद काम के सिलसिले में एक कार्यक्रम में भाग लिया था. इस समारोह में स्टाफ को ‘खुद अपने लिए शराब लाने’ को कहा गया था.

वरिष्ठ सिविल सर्वेंट सू ग्रे द्वारा अगले सप्ताह तक पार्टियों को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश करने की उम्मीद है. कई कंजरवेटिव सांसदों ने कहा कि वे जॉनसन को हटाने के लिए कदम लेने के बारे में कोई निर्णय लेने से पहले सू ग्रे की रिपोर्ट का इंतजार करेंगे.