राज्य के गांधीनगर ज़िले के कलोल तालुका के लिंबोदरा गांव में बीते 25 और 29 सितंबर को हुई घटना.
अहमदाबाद: गुजरात की राजधानी गांधीनगर के एक गांव में दो अलग-अलग घटनाओं में मूंछ रखने को लेकर राजपूत समुदाय के लोगों ने दो दलित व्यक्तियों की कथित तौर पर पिटाई कर दी. ये घटनाएं गांधीनगर ज़िले के कलोल तालुका के लिंबोदरा गांव में 25 और 29 सितंबर को हुईं.
पिछले महीने की 29 तारीख को भरत सिंह वाघेला नाम के व्यक्ति ने विधि छात्र क्रुणाल महेरिया (30) की कथित तौर पर पिटाई की. क्रुणाल कानून की पढ़ाई कर रहे हैं. कलोल तालुका पुलिस में अपनी शिकायत में महेरिया ने दावा किया कि वाघेला ने मूंछ रखने को लेकर उससे मारपीट की.
महेरिया ने रविवार को बताया, ‘मैं शुक्रवार को जब अपने एक दोस्त के घर जा रहा था तो वाघेला और कुछ अन्य लोगों ने मुझे रोका और मेरे लिए अपशब्दों का प्रयोग किया. वाघेला ने मुझसे कहा कि केवल मूंछ लगा लेने से कोई राजपूत नहीं हो सकता. जब मैंने उसकी बात को तवज्जो नहीं दी तो उसने डंडे से मेरी पिटाई की.’
गांधीनगर सिविल अस्पताल में इलाज के बाद महेरिया रविवार को अपने घर लौट गए हैं.
कलोल तालुका के एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर भरत सिंह वाघेला के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. उन्होंने बताया कि वाघेला को गिरफ्तार कर लिया गया.
लिंबोदरा गांव में ही 25 सितंबर को इसी तरह का एक और मामला दर्ज किया गया था. उस दिन राजपूत समुदाय के कुछ सदस्यों ने पीयूष परमार (24) की कथित तौर पर पिटाई की.
अधिकारी ने बताया, परमार ने आरोप लगाया कि एक गरबा कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटते वक्त गांव के राजपूत समुदाय के लोगों ने उसकी पिटाई की. उसने आरोप लगाया की ऊंची जाति के लोगों ने मूंछ को लेकर उसकी पिटाई की. पीयूष गांधीनगर में स्थित एक निजी कंपनी में काम करते हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पीयूष के साथ मारपीट करने वालों की पहचान मयूर सिंह वाघेला, राहुल विक्रम सिंह सेराठिया और अजीत सिंह वाघेला के रूप में हुई है. मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)