भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,03,71,500 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 4,91,700 हो चुका है. विश्व में संक्रमण के मामले 36.25 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं और अब तक 56.26 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,86,384 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,03,71,500 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
13 जनवरी के बाद से ये लगातार 15वां दिन है, जब देश में बीते एक दिन में संक्रमण के 2.38 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा सात जनवरी से ये लगातार 21वां दिन है, जब एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं.
सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान 573 और रोगियों की मौत के बाद देश में मृतकों की तादाद 4,91,700 तक पहुंच गई.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 36,25,23,525 हो गए हैं और अब तक 56,26,879 लोगों की जान जा चुकी है.
मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन रोगियों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 22,02,472 रह गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 5.46 प्रतिशत है. वहीं, कोविड-19 से उबरने की राष्ट्रीय दर 93.33 प्रतिशत है.
देश में चौबीस घंटे के दौरान उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 20,546 की कमी आई है.
मंत्रालय के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 19.59 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 17.75 प्रतिशत दर्ज की गई. संक्रमण से उबरने वालों की संख्या बढ़कर 3,76,77,328 हो गई है और मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत दर्ज की गई.
राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक टीकों की 163.84 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
संक्रमण से मौत के 573 नए मामलों में 140 केरल, जबकि 79 महाराष्ट्र से सामने आए.
देश में संक्रमण से अब तक कुल 4,91,700 लोगों की मौत हो चुकी हैं, जिनमें महाराष्ट्र में 1,42,316, केरल में 52,281, कर्नाटक में 38,705, तमिलनाडु में 37,359, दिल्ली में 25,710, उत्तर प्रदेश में 23,106 और पश्चिम बंगाल में 20,445 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
वायरस के मामले और मौतें
जनवरी महीने में कोविड 19 संक्रमण की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में 26 जनवरी को 2,85,914, 25 जनवरी को 2,55,874, 24 जनवरी को 3,06,064, 23 जनवरी को 3,33,533, 22 जनवरी को 3,89,03,731, 21 जनवरी को 3,47,254, 20 जनवरी को 3,17,532, 19 जनवरी को 2,82,970, 18 जनवरी को 2,38,018, 17 जनवरी को 2,58,089, 16 जनवरी को 2,71,202, 15 जनवरी को 2,68,833, 14 जनवरी को 2,64,202, 13 जनवरी को 2,47,417, 12 जनवरी को 1,94,720, 11 जनवरी को 1,68,063, 10 जनवरी को 1,79,723, नौ जनवरी को 1,59,632, आठ जनवरी को 1,41,986, सात जनवरी को 1,17,100, छह जनवरी को 90,928, पांच जनवरी को 58,097, चार जनवरी को 37,379, तीन जनवरी को 33,750, दो जनवरी को 27,553 और एक जनवरी को 22,775 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 26 जनवरी को 665, 25 जनवरी को 614, 23 जनवरी को 439, 23 जनवरी को 525, 22 जनवरी को 488, 21 जनवरी को 703, 20 जनवरी को 491, 19 जनवरी को 441, 18 जनवरी को 310, 17 जनवरी को 385, 16 जनवरी को 314, 15 जनवरी को 402, 14 जनवरी को 315, 13 जनवरी को 380, 12 जनवरी को 442, 11 जनवरी को 277, 10 जनवरी को 146, नौ जनवरी को 327, आठ जनवरी को 285, सात जनवरी को 302, छह जनवरी को 325, पांच जनवरी को 534, चार जनवरी को 124, तीन जनवरी को 123, दो जनवरी को 284 और एक जनवरी को 406 लोगों की मौत हुई थी.
बीते साल का मई रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)