विधानसभा चुनाव राउंड-अप: केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने रालोद नेता जयंत चौधरी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ गठबंधन को लेकर चेताया. जयंत ने कहा कि ‘जिन्ना, औरंगज़ेब, पाकिस्तान’ के मुद्दों पर चुनाव लड़ने वालों को हार मिलेगी. कांग्रेस ने भाजपा में गईं अदिति सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी ने पंजाब में मेरे पति का टिकट काटा और मेरे ख़िलाफ़ बोलने के लिए उन पर दबाव बनाया. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आप नेता अरविंद केजरीवाल को ‘छोटा मोदी’ बताया.
नई दिल्ली/लखनऊ/पणजी/देहरादून/चंडीगढ़: केंद्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करने वाले संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने उत्तर प्रदेश के किसानों से अपील की है कि उनकी मांगों को पूरा नहीं कर उनसे छल करने के लिए आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को ‘दंडित’ करें.
यह जानकारी बृहस्पतिवार को स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और संयुक्त किसाना मोर्चा से जुड़े योगेंद्र यादव ने दी.
यादव ने कहा कि किसान मोर्चा की अपील का 55 किसान संगठनों ने समर्थन किया है. बहरहाल, उन्होंने स्पष्ट किया कि मोर्चा का चुनावों में किसी पार्टी के लिए वोट मांगने से कोई लेना-देना नहीं है.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले मोर्चा ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर समिति बनाने और किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने सहित उनकी शेष मांगें अभी भी अधूरी हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा की अपील उत्तर प्रदेश के किसान के नाम:
“इस चुनाव में किसान विरोधी बीजेपी को सजा दें.”#FarmersProtest @Kisanektamorcha pic.twitter.com/Ga8nAaxHou
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) February 3, 2022
यादव ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के किसानों से अपील की है कि किसानों से छल करने के लिए आगामी चुनावों में भाजपा को दंडित करें. सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की हैं. एमएसपी के लिए अभी तक न तो समिति गठित की गई है और न ही किसानों के खिलाफ मामले वापस लिए गए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम मेरठ, कानपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और लखनऊ सहित नौ स्थानों पर आगामी दिनों में संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे. पूरे उत्तर प्रदेश में हमारी अपील वाले पर्चे वितरित किए जाएंगे. किसान मोर्चा का किसी पार्टी के लिए वोट मांगने से कोई लेना-देना नहीं है. मोर्चा गैर राजनीतिक था और रहेगा.’
उत्तर प्रदेश में चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी. दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा. उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा.
शाह ने जयंत को अखिलेश के साथ गठबंधन को लेकर चेताया
बुलंदशहर: केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन पर चुटकी ली और रालोद नेता जयंत चौधरी को आगाह करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता और चाचा तक की नहीं सुनते फिर वह उनकी क्या सुनेंगे.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी दावा किया कि सपा प्रदेश में सरकार नहीं बना पाएगी.
उन्होंने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की सराहना की और यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या सपा प्रमुख राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रख सकते हैं.
परसों प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश जी ने जयंत चौधरी जी को अपने साथ बैठाया था। जयंत जी को लगता है कि अगर सरकार बनेगी, तो अखिलेश उनकी सुनेंगे।
अरे! जयंत बाबू जो अपने पिताजी और चाचा की नहीं सुनता, वो आपकी क्या सुनेगाः केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah#GharGharBJP pic.twitter.com/ctHgWMua7F
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) February 3, 2022
शाह ने कहा, ‘वह लोगों से नहीं मिलते, केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और अब हमारे जयंत जी उनकी ओर हैं. सरकार-वरकार तो बननी नहीं है, ये समझ कर चलना, लेकिन जयंत चौधरी यह सोचते हैं कि सरकार बनेगी और अखिलेश उनकी सुनेंगे. जयंत बाबू यह मिथ्या है, जो व्यक्ति अपने पिता की और चाचा की नहीं सुनता वह आपकी क्या सुनेगा.’
उन्होंने कहा कि पहले तो उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार नहीं बनेगी, लेकिन अगर बन गई तो रालोद प्रमुख ‘तीसरे ही दिन’ निकाल दिए जाएंगे और आजम खान उनकी जगह होंगे.
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता ने राज्य द्वारा फसलों की खरीद को लेकर सपा और बसपा की पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में स्थिति बदल गई है और किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य की दरों पर खरीदी जा रही हैं.
शाह भाजपा उम्मीदवार संजय शर्मा के पक्ष में प्रचार करने आए थे. इस सीट के लिए मतदान दस फरवरी को होगा.
उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू सीट से भरा नामांकन
कौशांबी: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बृहस्पतिवार को कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया.
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने सिराथू विधानसभा में नामांकन विजय संकल्प सभा को संबोधित किया और जनता जनार्दन से भाजपा की प्रचंड जीत का संकल्प लिया। #GharGharBJP pic.twitter.com/uweEHrq6D8
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) February 3, 2022
नामांकन के दौरान उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अपना दल-सोनेलाल की नेता केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं.
नड्डा ने मौर्य का नामांकन दाखिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान सिराथू क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास में केशव प्रसाद मौर्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
उन्होंने दावा किया, ‘यहां भाजपा कार्यकर्ताओं में जिस तरह का उत्साह देखा जा रहा है उससे साफ जाहिर है कि मौर्य की ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित है. भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज कर सरकार बनाने जा रही है.’
अपना दल-सोनेलाल प्रमुख और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा और अपना दल का गठबंधन बहुत मजबूत है तथा केशव प्रसाद मौर्य सिराथू से ऐतिहासिक जीत दर्ज करेंगे.
जिन्ना, औरंगजेब, पाकिस्तान के मुद्दों पर चुनाव लड़ने वालों को हार मिलेगी: जयंत चौधरी
नोएडा/शामली: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नेता जयंत चौधरी ने भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि ‘जिन्ना, औरंगजेब, पाकिस्तान’ के मुद्दों पर चुनाव लड़ने वालों को उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में जबरदस्त हार का सामना करना पड़ेगा.
शामली के कैराना इलाके में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टियों के बीच गठबंधन राज्य में ‘व्यावहारिक और सकारात्मक’ बदलाव लाने के लिए है.
उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र करते हुए कि उनका नारा और मुद्दे समान हैं: ‘गन्ना जीतेगा, जिन्ना हारेगा.’
उन्होंने कहा, ‘जिन्ना, औरंगजेब, पाकिस्तान के मुद्दों पर चुनाव लड़ने वालों को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा. इस बार किसान, गरीब और युवा जीतेंगे.’
वित्त वर्ष 2022-23 के बजट को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें युवाओं, किसानों और रोजगार सृजन के लिए ‘कुछ भी नहीं’ है. उन्होंने आर्थिक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि मनरेगा पर निर्भरता बढ़ी है, लेकिन इस बजट में उस योजना के तहत काम का प्रावधान भी कम कर दिया गया है.
चौधरी ने कहा, ‘मनरेगा ने गरीबों और मजदूरों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हमने देखा है कि महामारी के दौरान भी इससे मदद मिली है. लेकिन 2022 के बजट में मनरेगा का बजट पिछले साल के 1.11 लाख करोड़ से घटाकर इस साल 73,000 करोड़ कर दिया गया है.’
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में तीन विधानसभा सीटों कैराना, शामली और थाना भवन में 10 फरवरी को मतदान होगा. मतगणना 10 मार्च को होगी.
प्रियंका ने मेरे पति का टिकट काटा और मेरे खिलाफ बोलने के लिए दबाव बनाया: अदिति सिंह
रायबरेली: रायबरेली सदर सीट से भाजपा की उम्मीदवार अदिति सिंह ने अपने पति अंगद सिंह को पंजाब से टिकट नहीं दिए जाने को लेकर बुधवार को प्रियंका गांधी वाद्रा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस महासचिव ने ‘मेरे पति पर दबाव बनाया कि आप उनके (अदिति) खिलाफ बोलिए तभी आपको टिकट देंगे.’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रायबरेली सीट से भाजपा प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि न्याय के लिए लड़ने के कारण उन्हें परेशान किया गया.
विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस के टिकट पर रायबरेली सीट से निर्वाचित होने वाली अदिति काफी समय से राज्य की भाजपा नीत सरकार के पक्ष में खुलकर बोल रही थीं. वह हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने रायबरेली सदर सीट से उम्मीदवार बनाया है.
अदिति सिंह ने कहा, ‘वह खुद को रायबरेली की बेटी कहती हैं, इतने लंबे समय से उनका परिवार यहां से जीतता रहा है. यहां एक ‘बिना बाप की बेटी’ (अदिति के पिता पांच बार के विधायक अखिलेश सिंह का निधन हो चुका है), जो अकेले मैदान में न्याय की लड़ाई लड़ रही है, उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जा रही हैं.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘उन्होंने (प्रियंका गांधी वाद्रा) मेरे परिवार को परेशान किया है, मेरे पति पर दबाव बनाया कि आप इनके (अदिति) खिलाफ बोलिए तब आपको टिकट देंगे, तो यह है उनकी लड़ाई, उन्हें शर्म आनी चाहिए.’
अदिति ने प्रियंका गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी थी. कथित तौर पर अदिति की पार्टी बदलने के बाद उनके पति नवांशहर (पंजाब) के कांग्रेस विधायक अंगद सिंह का कांग्रेस ने टिकट काट दिया. अंगद ने बीते 31 जनवरी को नवांशहर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था.
प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे के माध्यम से महिलाओं के कांग्रेस से जुड़ने के मुद्दे पर अदिति सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में सवाल किया, ‘जो (प्रियंका) अपने क्षेत्र के विधायक को इतना परेशान कर सकती हैं, उनसे कोई जुड़ सकता है.’
सिंह ने कहा, ‘मैं एक लड़की हूं, लड़ रही हूं और उन्होंने मेरे पति का टिकट काट दिया. कोई औचित्य नहीं है, बहुत से ऐसे पति-पत्नी हैं, परिवार के सदस्य हैं जो अलग-अलग पार्टियों में रहे हैं.’
उन्होंने सवाल उठाया, ‘अगर वह लड़कियों के स्वाभिमान को मानती हैं तो क्या अलग विचारधारा नहीं हो सकती है, मेरी विचारधारा कांग्रेस से नहीं मिलती है, तो क्या हम इतने दबे कुचले हैं कि अपने पतियों के पीछे ही चलें. क्या उनका कहने का तात्पर्य यह है.’
अदिति ने कहा, ‘यह उनकी (प्रियंका) दोगली (दोहरे मानदंड वाली) राजनीति है. अगर उन्हें महिला सशक्तिकरण करना होता तो उन्होंने पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड या गोवा में इतनी कम महिलाओं को क्यों टिकट दिया.’
उन्होंने दावा किया कि यहां उन्हें पता है कि दाल नहीं गलने वाली है तो टिकट बांटे जा रही हैं.
यूपी चुनाव के पहले चरण में 25 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले: एडीआर
नोएडा/नई दिल्ली: चुनाव सुधारों की वकालत करने वाले समूह एडीआर के अनुसार, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 25 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जिनमें से 12 महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं और छह पर हत्या का आरोप है.
द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने कहा कि उसने राज्य के 11 जिलों में 58 विधानसभा सीटों से राजनीतिक दलों के 615 उम्मीदवारों और निर्दलीय उम्मीदवारों के स्व-हलफनामों का विश्लेषण किया है. इन सीटों पर 10 फरवरी को चुनाव होने हैं.
एडीआर ने कहा कि कुल 623 उम्मीदवार मैदान में हैं और उनमें से आठ के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि वे स्कैन नहीं किए गए थे या अधूरे थे.
उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि पर एडीआर ने कहा, ‘विश्लेषण किए गए 615 उम्मीदवारों में से 156 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 121 (20 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.’
उसने कहा कि प्रमुख दलों में सपा के 28 उम्मीदवारों में से 21 (75 प्रतिशत), रालोद के 29 उम्मीदवारों में से 17 (59 प्रतिशत), भाजपा के 57 उम्मीदवारों में से 29 (51 प्रतिशत), कांग्रेस के 58 उम्मीदवारों में से 21 (36 प्रतिशत), बसपा के 56 उम्मीदवारों में से 19 (34 प्रतिशत) और आप के 52 उम्मीदवारों में से आठ (15 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
एडीआर ने कहा कि प्रमुख दलों में, सपा के 28 उम्मीदवारों में से 17 (61 प्रतिशत), रालोद के 29 उम्मीदवारों में से 15 (52 प्रतिशत), भाजपा के 57 उम्मीदवारों में से 22 (39 प्रतिशत), कांग्रेस के 58 उम्मीदवारों में से 11 (19 फीसदी), बसपा के 56 उम्मीदवारों में से 16 (29 फीसदी) और आप के 52 उम्मीदवारों में से पांच (10 फीसदी) ने अपने खिलाफ ‘गंभीर आपराधिक मामले’ घोषित किए हैं.
समूह के अनुसार, 12 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिन्होंने ‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’ से संबंधित मामले घोषित किए हैं और उनमें से एक ने बलात्कार (भादंसं की धारा 376) से संबंधित मामल घोषित किया है.
कन्नौज से भाजपा उम्मीदवार असीम अरुण को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस
कन्नौज: कन्नौज सदर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को उप-जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया है.
उप-जिला निर्वाचन अधिकारी गजेंद्र कुमार ने बुधवार को बताया कि 15-16 बच्चों को टोपी और टी-शर्ट पर स्टिकर के साथ चुनाव प्रचार में शामिल करने के मामले में भाजपा उम्मीदवार को नोटिस जारी कर उनसे 72 घंटे में जवाब देने को कहा गया है.
कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बच्चों से चुनाव प्रचार कराने को बाल अधिकार का हनन बताकर कार्यवाही के निर्देश दिए थे. इसकी जानकारी पार्टी व प्रत्याशियों के अलावा समाचार-पत्रों में प्रकाशित करायी गई थी.
अधिकारी ने बताया कि इसके बावजूद मीडिया व प्रवर्तन टीम से उन्हें सूचना मिली थी कि कन्नौज सदर विधानसभा क्षेत्र में 15-16 बच्चे भाजपा प्रत्याशी असीम अरुण का नाम लिखी चुनावी टोपी व टीशर्ट में स्टीकर चिपकाकर हाथ में झंडे लेकर प्रचार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश व आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में भाजपा प्रत्याशी को नोटिस जारी कर 72 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है.
गोवा विधानसभा चुनाव
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने केजरीवाल को ‘छोटा मोदी’ बताया
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को ‘छोटा मोदी’ करार दिया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा को ‘कवरिंग फायर’ देने आए हैं, जो तटीय राज्य में अपना आधार ‘खो’ रही है.
सुरजेवाला ने राजधानी पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली के मुख्यमंत्री को ‘बहुरूपिया’ बताया.
आप नेता पर हमला करते हुए सुरजेवाला ने कहा, ‘केजरीवाल वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने लोकायुक्त एवं लोकपाल की शपथ ली थी. वह कांग्रेस का विरोध कर सत्ता में आए थे. लोकपाल कहां है? यह कहां चला गया? अरविंद केजरीवाल अब लोकपाल के बारे में बात क्यों नहीं करते हैं?’
कांग्रेस नेता ने कहा कि केजरीवाल आम आदमी की बात करते थे और अब उन्हें चुनाव लड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले धन के स्रोत के बारे में बताना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘शीला दीक्षित (दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री) विज्ञापनों पर 100 करोड़ रुपये खर्च करती थीं, वहीं केजरीवाल विज्ञापनों पर 1100 करोड़ रुपये खर्च करते हैं. यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने पारदर्शिता और ईमानदारी की शपथ ली थी.’
सुरजेवाला ने कहा, ‘आम आदमी की सरकार कहां है? अरविंद केजरीवाल छोटा मोदी हैं. उनका तरीका, संस्कृति और तानाशाही संकेत देते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक क्लोन हैं.’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आप के संयोजक भाजपा की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल बहुरूपिया हैं. अरविंद केजरीवाल आरएसएस या भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हैं. केजरीवाल गोवा और उत्तराखंड में भाजपा को कवरिंग फायर दे रहे हैं, जो इन राज्यों में अपना जनाधार खो रही है.’
गोवा की 40 विधानसभा सीट के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी. कांग्रेस ने चुनाव के लिए गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ गठबंधन किया है. कांग्रेस ने राज्य में 37 और जीएफपी ने तीन सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, ‘गोवा में कोई डबल इंजन सरकार नहीं, बीजेपी ने यहां ट्रबल इंजन सरकार दी है. बीजेपी गोवा में असमानता, अन्याय, आय असमानता और मुद्रास्फीति का प्रतीक है. 16 लाख गोवावासियों को ठगा गया, भाजपा के कुशासन और कुशासन से उन्हें धोखा दिया गया.’
बृहस्पतिवार को किए गए एक अन्य ट्वीट में सुरजेवाल ने कहा, ‘असमानता भ्रष्टाचार को जन्म देती है! गोवा में कोविड भ्रष्टाचार पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा प्रमोद सावंत सरकार पर लगाया गया आरोप सबूत है. यहां तक कि लोकायुक्त जे. प्रफुल्ल मिश्रा ने भी कहा था कि 20 रिपोर्टों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण वह ‘नाराज’ थे. भाजपा को इतिहास के कूड़ेदान में डालने का समय आ गया है.’
पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ लेंगे कांग्रेस उम्मीदवार
गोवा में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार शुक्रवार को वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ लेंगे. पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि गांधी राज्य के एक दिवसीय दौरे पर संखालिम विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसका विधानसभा में प्रतिनिधित्व वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता प्रमोद सावंत कर रहे हैं.
गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति (जीपीसीसी) के प्रवक्ता ने कहा, ‘शुक्रवार को गोवा पहुंचने के बाद राहुल गांधी सबसे पहले डोना पाउला में ‘इंटरनेशनल सेंटर’ में पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. दोपहर एक बजे ‘प्लेज ऑफ लॉयल्टी’ नामक एक कार्यक्रम होगा, जिसमें पार्टी के उम्मीदवार और अन्य नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ लेंगे.’
पार्टी पदाधिकारी ने बताया कि दोपहर तीन बजे गांधी राज्य में विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत करेंगे और और शाम पांच बजे वह सांखालिम में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.’
पिछले पांच वर्ष में भाजपा शासित गोवा में दल-बदल से कांग्रेस सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है, क्योंकि उसके अधिकतर विधायकों ने पार्टी छोड़ दी. 2019 में कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके अब विधानसभा में 27 विधायक हैं.
कांग्रेस ने 2017 विधानसभा चुनाव में 40 में से 17 सीट पर जीत दर्ज की थी और अब विधानसभा में उसके केवल दो विधायक हैं.
कांग्रेस बीते जनवरी माह में राज्य में अपने उम्मीदवारों को एक मंदिर, एक गिरजाघर, एक गुरुद्वारे और एक दरगाह ले गई थी, जहां उन्हें शपथ लेने के लिए कहा गया था कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे.
गोवा के भविष्य के लिए इस बार ‘आप’ को वोट दे: केजरीवाल
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य दलों के समर्थकों व कार्यकर्ताओं से न सिर्फ उनके खुद के, बल्कि तटवर्ती राज्य के भविष्य के लिए भी गोवा विधानसभा चुनाव में ‘आप’ के पक्ष में मतदान करने की अपील की.
केजरीवाल ने कहा कि वे पार्टी से अपनी संबद्धता को बदले बिना ‘आप’ को वोट दे सकते हैं. गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होना है. नतीजों की घोषणा दस मार्च को की जाएगी. ‘आप’ राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मैं यहां उन लोगों को संबोधित करने आया हूं, जो भाजपा, कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के समर्थक या कार्यकर्ता हैं. मैं आपसे आम आदमी पार्टी से जुड़ने के लिए नहीं कह रहा हूं. आप अपनी पार्टी में बने रह सकते हैं, लेकिन अपनी खुद की भलाई, गोवा के भविष्य और अपने परिवार के भविष्य के लिए इस बार ‘आप’ को वोट दें.’
‘आप’ नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा गोवा में पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है, लेकिन उसने राज्य के लिए कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘इस बार ‘आप’ के लिए वोट करें और आपको राज्य में बदलाव दिखेगा.’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कई वर्षों तक गोवा पर शासन किया, लेकिन पार्टी अब भाजपा के लिए ‘कैडर फीडर’ में तब्दील हो गई है.
उन्होंने कहा, ‘लोग नेता बनने के लिए कांग्रेस में शामिल होते हैं और फिर भाजपा में चले जाते हैं.’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गोवा के लिए कांग्रेस के पास कोई एजेंडा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘इसी तरह महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को पता होना चाहिए कि राज्य में उनकी पार्टियों की सरकार नहीं बनने जा रही है. लिहाजा ऐसी पार्टी को वोट देने का क्या फायदा? मतों का विभाजन न होने दें.’
गोवा विधानसभा चुनाव के लिए एमजीपी ने जहां ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से हाथ मिलाया है, वहीं जीएफपी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है.
केजरीवाल ने दावा किया कि गोवा में अगर ‘आप’ सत्ता में आती है तो राज्य के हर परिवार को अगले पांच वर्षों में विभिन्न लोक कल्याणकारी पहलों के जरिये दस लाख रुपये तक का आर्थिक लाभ मिलेगा.
पंजाब विधानसभा चुनाव
पंजाब में लोग ‘आप’ की सरकार चाहते हैं: भगवंत मान
धुरी: पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोग पिछले 44 वर्ष में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को मौका देते-देते थक गए हैं और इस बार उनकी पार्टी की सरकार चाहते हैं.
मान (48) धुरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जो संगरूर लोकसभा क्षेत्र में आती है. मान संगरूर से दो बार के सांसद हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी सत्ता में आने पर माफिया राज, बेरोजगारी, महंगाई, मादक पदार्थों की समस्या और कृषि संकट जैसे कुछ प्रमुख मुद्दे से निपटने के लिए काम करेगी.
पंजाब में पार्टी द्वारा पिछले महीने अपनी तरह का पहला ‘जनता चुनेगी अपना सीएम’ अभियान चलाने के बाद मान को ‘आप’ का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था. पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को चुनने के लिए ‘आप’ के सर्वेक्षण में, पार्टी नंबर पर फोन करने या संदेश भेजने वालों में से 93 प्रतिशत ने मान को चुना था.
मान ने कहा, ‘लोगों ने कांग्रेस को 25 साल और बादल परिवार को 19 साल दिए. ये पार्टियों पिछले 44 साल में कुछ नहीं कर पाईं और अब भी एक और मौका चाहती हैं. लोग उन्हें मौके देते-देते थक गए हैं, लेकिन ये पार्टियों मौका मांगते-मांगते नहीं थकीं.’
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग बदलाव चाहते हैं और चाहते हैं कि अगली सरकार ‘आप’ की हो, क्योंकि उन्हें पता है कि इस पार्टी ने दिल्ली में भी काम किया है और यहां भी करेगी.
‘आप’ को पंजाब में सरकार बनाने से रोकने के लिए प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक संगठनों पर हाथ मिलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘पंजाब विधानसभा चुनाव में ‘आप’ की एकतरफा जीत होगी.’
शिअद पर निशाना साधते हुए मान ने कहा, ‘प्रकाश सिंह बादल 94 साल की उम्र में चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि उनके बेटे (सुखबीर बादल) को लोगों ने स्वीकार नहीं किया.’
उन्होंने कहा कि शिअद के वरिष्ठ नेता तीसरी बार यह कहकर वोट मांगेंगे कि यह उनका आखिरी चुनाव है, साथ ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंद सिंह ने 2017 में कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव है और अब वह फिर चुनाव लड़ रहे हैं.
मान ने बादल और अमरिंदर सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘ये नेता लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं.’
कांग्रेस उम्मीदवार दलवीर सिंह गोल्डी के मान के धुरी निर्वाचन क्षेत्र में नहीं दिखने के आरोप को ‘आप’ नेता ने ‘निराधार’ बताया और कहा कि वह अकसर धुरी के गांवों का दौरा करते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वह सांसद के तौर पर किए अपने कार्यों और धुरी निर्वाचन क्षेत्र पर खर्च किए धन का लेखा-जोखा जल्द साझा करेंगे.
मान ने उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर राज्य से रेत खनन, परिवहन और शराब माफिया को खत्म करने का वादा किया.
मान ने ‘पंजाब मॉडल’ को लेकर कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू का भी मजाक उड़ाया और कहा कि उन्हें पहले इसे अपनी पार्टी से पारित करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘सिद्धू साहब पिछले 14 साल से सत्ता में हैं, पहले 10 साल वह शिअद-भाजपा के साथ रहें और फिर साढ़े चार साल कांग्रेस के साथ. इतने वर्षों में यह पंजाब मॉडल लागू नहीं हो पाया.’
शिअद ने धुरी सीट से संगरूर के पूर्व विधायक प्रकाश चंद गर्ग और कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक दलवीर सिंह गोल्डी को टिकट दिया है.
गोल्डी ने 2017 विधानसभा चुनाव में ‘आप’ के उम्मीदवार जसवीर सिंह को 2,811 मतों के अंतर से मात दी थी.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव
कांग्रेस ने किसान प्रकोष्ठ के नेता को श्रीनगर, धर्मपुर सीटों के लिए चुनाव समन्वयक बनाया
किसान कांग्रेस नेता राकेश कुमार सिंह को उत्तराखंड में श्रीनगर और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव समन्वयक नियुक्त किया गया है.
उत्तराखंड के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी देवेंद्र यादव द्वारा जारी नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि सिंह के अनुभव को देखते हुए उन्हें कार्यभार दिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल पौड़ी जिले की श्रीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि दिनेश अग्रवाल देहरादून की धर्मपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)