भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे के दौरान 1,49,394 नए मामले सामने आए हैं और इस अवधि में 1,072 लोगों की मौत हुई है. इनमें से 601 लोगों की मौत केरल में दर्ज की गई है. विश्व में संक्रमण के 38.81 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 57.13 लाख से अधिक लोग इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,49,394 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,19,52,712 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 14,35,569 रह गई है.
सात जनवरी से ये लगातार 29वां दिन है, जब 1.17 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 1,072 और लोगों की मौत के बाद संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,00,055 हो गई.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 38,81,00,320 हो गए हैं और अब तक 57,13,256 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में अभी 14,35,569 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.42 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 98,352 की कमी दर्ज की गई. देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 95.39 प्रतिशत है.
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 9.27 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 12.03 प्रतिशत दर्ज की गई. देश में अभी तक कुल 4,00,17,088 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.
वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 168.47 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 1,072 मामले सामने आए. इनमें से केरल में 601 और महाराष्ट्र में 75 मामले सामने आए.
केरल सरकार ने बताया कि राज्य में सामने आए मौत के 601 मामलों में से 36 पिछले 24 घंटे में और 124 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए थे, लेकिन दर्ज नहीं हो पाए थे. वहीं, मौत के 441 मामलों को केंद्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 5,00,055 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,42,859, केरल में 56,701, कर्नाटक में 39,197, तमिलनाडु के 37,666, दिल्ली में 25,932, उत्तर प्रदेश में 23,277 और पश्चिम बंगाल में 20,723 लोगों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
भारत सर्वाधिक मौतों वाला तीसरा देश
भारत में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को पांच लाख के आंकड़े को पार कर गई. इसके साथ ही भारत सर्वाधिक मौतों के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरा देश बन गया.
भारत में कोरोना संक्रमण से मौतों की संख्या चार लाख से बढ़कर पांच लाख होने में 217 दिन लगे. पिछले वर्ष एक जुलाई को मौतों का आंकड़ा चार लाख था.
देश में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा पिछले वर्ष 27 अप्रैल को दो लाख पर पहुंचा था जब दूसरी लहर के दौरान एक माह से भी कम समय में एक लाख और मरीजों की मौत हो गई थी. पिछले साल 23 मई को कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा तीन लाख पर पहुंच गया था.
गौरतलब है कि कोविड-19 से मौतों का आंकड़ा दो अक्टूबर 2020 को एक लाख को पार कर गया था.
अमेरिका में सर्वाधिक 9.2 लाख मरीजों की जान इस संक्रामक बीमारी के कारण गई है, जबकि 6.3 लाख मौतों के साथ ब्राजील दूसरे स्थान पर है.
वायरस के मामले और मौतें
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते तीन फरवरी को 1,72,433, दो फरवरी को 1,61,386 और एक फरवरी को 1,67,059 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते तीन फरवरी को 1008, दो फरवरी को 1,733 और एक फरवरी को 1,192 लोगों की मौत हुई थी.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)