भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,21,88,138 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आकर अब तक 5,01,979 लोगों की जान जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के 39.32 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और 57.34 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,07,474 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,21,88,138 हो गई, जबकि उपचाराधीन रोगियों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 12,25,011 रह गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
सात जनवरी से ये लगातार 31वां दिन है, जब 1.07 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं.
सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान महामारी से 865 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 5,01,979 हो गई है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 39,32,90,814 हो गए हैं और अब तक 57,34,564 लोगों की जान जा चुकी है.
मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन रोगियों की संख्या कुल संक्रमितों का 2.90 प्रतिशत है, जबकि संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 95.91 प्रतिशत हो गई है.
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 1,06,637 की गिरावट आई है.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
वायरस के मामले और मौतें
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते पांच फरवरी को 1,27,952, चार फरवरी को 1,49,394, तीन फरवरी को 1,72,433, दो फरवरी को 1,61,386 और एक फरवरी को 1,67,059 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते पांच फरवरी को 1,059, चार फरवरी को 1,072, तीन फरवरी को 1008, दो फरवरी को 1,733 और एक फरवरी को 1,192 लोगों की मौत हुई थी.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)