यूपी बीजेपी का घोषणा-पत्र: रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना, ‘लव जिहाद’ के दोषी को 10 साल की सज़ा

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने अपने घोषणा-पत्र में एक करोड़ लोगों को रोज़गार, सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और सभी घरेलू कनेक्शन पर प्रति माह 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया. यूपी में पहले चरण के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त. पंजाब में भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) गठबंधन और गोवा में भाजपा ने घोषणा-पत्र जारी किया. गोवा में 26 प्रतिशत उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज. नेशनल पीपुल्स पार्टी ने कहा कि मणिपुर में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार सशस्त्र उग्रवादी कर रहे हैं.

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उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले भाजपा का घोषणा पत्र जारी करते पार्टी अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और स्वतंत्र देव सिंह. (फोटो: पीटीआई)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने अपने घोषणा-पत्र में एक करोड़ लोगों को रोज़गार, सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और सभी घरेलू कनेक्शन पर प्रति माह 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया. यूपी में पहले चरण के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त. पंजाब में भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) गठबंधन और गोवा में भाजपा ने घोषणा-पत्र जारी किया. गोवा में 26 प्रतिशत उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज. नेशनल पीपुल्स पार्टी ने कहा कि मणिपुर में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार सशस्त्र उग्रवादी कर रहे हैं.

लखनऊ में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ/नई दिल्ली/चंडीगढ़/पणजी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा ने मंगलवार को अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया. इसमें अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय के निर्माण और बुजुर्ग संतों, पुजारियों तथा पुरोहितों के कल्याण के लिए विशेष बोर्ड बनाने का भी वादा किया गया है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा का घोषणा-पत्र ‘लोक कल्याण संकल्प पत्र’ नाम से जारी किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष एवं राज्य सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना भी मौजूद थे.

भाजपा के नए संकल्प-पत्र में मुख्य रूप से कथित ‘लव जिहाद’ के दोषी लोगों को कम से कम 10 वर्षों की सजा और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान करने, अयोध्या में भगवान राम से संबंधित संस्कृति शास्त्रों तथा धार्मिक तथ्यों पर शोध के लिए रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना करने, बुजुर्ग संतों-पुजारियों और पुरोहितों के कल्याण की योजनाएं संचालित करने के लिए एक विशेष बोर्ड बनाने का वादा किया है.

इसके अलावा संकल्प-पत्र में अगले पांच वर्षों तक किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने, गन्ना किसानों को 14 दिन के अंदर भुगतान करने और देर से होने वाले भुगतान के लिए मिलों से ब्याज वसूल करके किसानों को ब्याज समेत भुगतान कराने, 5000 करोड़ की लागत से गन्ना मिलों के नवीनीकरण मिशन के तहत चीनी मिलों का नवीनीकरण और आधुनिकीकरण करने, प्रदेश में छह मेगा फूड पार्क और छह औद्योगिक पार्क विकसित करने और निषाद राज बोर्ड सब्सिडी योजना शुरू करके मछुआरों को एक लाख रुपये तक की नाव 40 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध कराने का वादा किया गया है.

इसके अलावा मेधावी छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत मुफ्त स्कूटी देने, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि को 15,000 से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने का वादा किया गया है.

साथ ही प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को होली और दीपावली पर दो मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर देने, 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने, विधवा और निराश्रित महिलाओं की पेंशन बढ़ाकर डेढ़ हजार रुपये प्रतिमाह करने का संकल्प भी लिया गया है.

घोषणा-पत्र में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने, अगले पांच वर्षों में हर परिवार से कम से कम एक रोजगार अथवा स्वरोजगार का अवसर प्रदान करने, सरकारी विभागों में खाली पदों को जल्द से जल्द भरने और आत्मनिर्भर युवा स्टार्टअप मिशन बनाकर रोजगार एवं स्वरोजगार के 10 लाख अवसर का प्रदान करने और राज्य में 6000 डॉक्टरों और 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ की जल्द नियुक्ति करने का वादा भी किया गया है.

भाजपा ने अपने घोषण-पत्र में प्रदेश के सभी प्राथमिक विद्यालयों को स्मार्ट विद्यालय के तौर पर विकसित करने, हर मंडल में कम से कम एक विश्वविद्यालय की स्थापना करने और सभी महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवन गाथा को शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल करने का वादा भी किया गया है.

इसके अलावा घोषणा-पत्र में नोएडा में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश से भव्य फिल्म सिटी का निर्माण और महान गायिका लता मंगेशकर की याद में ‘लता मंगेशकर परफार्मिंग आर्ट्स अकादमी’ की स्थापना करने का वादा भी शामिल है.

घोषणा-पत्र में हर ग्राम पंचायत में जिम और खेल का मैदान स्थापित करने, हर विकासखंड में क्रिकेट प्रशिक्षण की व्यवस्था करने तथा प्रदेश में विभिन्न खेलों के लिए अकादमी की स्थापना करने, स्कूल और कॉलेज स्तर पर योग शिक्षकों की नियुक्ति करने, प्रदेश में 30,000 करोड़ रुपये की लागत से छह धन्वंतरि मेगा हेल्थ पार्क स्थापित करने, प्रदेश में मां अन्नपूर्णा कैंटीन स्थापित करके गरीबों के लिए न्यूनतम मूल्य पर भोजन की व्यवस्था करने का वादा भी किया गया है.

गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर कहा, ‘पांच साल पहले इसी जगह भाजपा ने उत्तर प्रदेश के विकास का एक दस्तावेज अपने संकल्प-पत्र के रूप में जनता के सामने रखा था. आज मैं बड़े संतोष के साथ कह सकता हूं कि पिछले पांच साल प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास और उपलब्धियों के साल रहे हैं और इस दौरान उत्तर प्रदेश के भविष्य की नींव डाली गई.’

शाह ने दावा किया, ‘वर्ष 2017 के संकल्प-पत्र में 212 संकल्प थे, जिनमें से 92 प्रतिशत संकल्पों को पूरा किया जा चुका है.’

उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2017 के संकल्प पत्र में वादा किया था कि हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाएंगे, खुशी की बात है कि यह काम शुरू हो गया है. हमारी सरकार ने काशी और वृंदावन समेत सभी श्रद्धा केंद्रों का विकास किया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा ने अपने पांच वर्षों के लिए उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ नागरिकों के जीवन में परिवर्तन करने के अपने लक्ष्य को लेकर अपना नया संकल्प-पत्र जारी किया है.

उन्होंने कहा कि आज से पांच साल पहले भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया था, भाजपा ने उसमें जो संकल्प लिए थे उन्हें मंत्र मानकर हर वादा पूरा किया और अब हम जो कहेंगे वह करके दिखाएंगे.

योगी ने दावा किया, ‘हमने वर्ष 2017 में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में 212 संकल्प लिए थे जिन्हें अक्षरश: पूरा किया गया.’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 70 सालों में प्रदेश के अंदर सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे. डबल इंजन की सरकार ने पिछले 5 वर्षों में 33 मेडिकल कॉलेज निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है.

उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा एकदम जर्जर मानी जाती थी. आज उसी उत्तर प्रदेश में 5 वर्ष के अंदर आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप 33 नए मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके हैं या फिर निर्माणाधीन हैं.’

भाजपा का यह घोषणा-पत्र पिछली छह फरवरी को ही जारी होना था, लेकिन ‘भारत रत्न’ गायिका लता मंगेशकर के निधन के कारण वह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था.

गृह मंत्री ने इस मौके पर बटन दबाकर भाजपा का एक नया चुनावी गीत भी जारी किया.

सपा के घोषणा-पत्र में किसानों, नौजवानों और आम लोगों के लिए कई लुभावनी घोषणाएं

भाजपा के बाद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी मंगलवार को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया.

लखनऊ में मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया. (फोटो साभार: ट्विटर)

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘समाजवादी वचन पत्र’ के नाम से पार्टी का घोषणा-पत्र जारी किया. इसमें शिक्षामित्रों को तीन वर्ष के अंदर नियमित सरकारी नौकरी देने और एमएसएमई क्षेत्र के जरिये एक करोड़ लोगों को रोजगार देने समेत अनेक लुभावने वादे किए गए हैं.

अखिलेश ने इस मौके पर कहा, ‘मुझे याद है कि वर्ष 2012 में सपा ने जब अपना चुनाव घोषणा-पत्र जारी किया था तो उसे पूरी तरह लागू किया गया था. कई ऐसी चीजें जो घोषणा-पत्र में शामिल नहीं थीं, उन्हें भी सपा सरकार ने पूरा करके दिखाया था. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश को खुशहाली, विकास और तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए सपा ने अपना घोषणा-पत्र बनाया है.’

घोषणा-पत्र में किए गए प्रमुख वादों का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा, ‘सभी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान किया जाएगा और गन्ना किसानों को 15 दिन के अंदर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा. इसके लिए अगर किसान कोष बनाने की जरूरत होगी तो बनाया जाएगा. सभी किसानों को 2025 तक कर्ज मुक्त बनाया जाएगा. ऋण मुक्ति कानून बनाकर अत्यंत गरीब किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा.’

उन्होंने कहा कि सभी लघु एवं सीमांत किसानों, जिनके पास दो एकड़ से कम जमीन है, को दो बोरी डीएपी और पांच बोरी यूरिया मुफ्त दिया जाएगा और सभी किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली, ब्याज मुक्त कर्ज, बीमा एवं पेंशन की व्यवस्था की जाएगी.

उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की मदद दी जाएगी और उनकी याद में किसान स्मारक भी बनाया जाएगा तथा सभी जिलों में किसान बाजार स्थापित किए जाएंगे, ताकि किसान अपनी उपज सीधे उपभोक्ताओं को बेच सकें.

अखिलेश ने कहा कि सपा के वचन पत्र में किए गए वादे के मुताबिक राज्य में सपा की सरकार बनने पर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली के सभी रिक्त पदों पर एक वर्ष के भीतर नियुक्तियां की जाएंगी और अल्पावधि एवं संविदा भर्ती व्यवस्था को बंद किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों की बहाली और प्रशिक्षण कार्यक्रम को दोगुना करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि शिक्षामित्रों का पारिश्रमिक बढ़ाया जाएगा उनके मानदेय में वृद्धि की जाएगी तथा उन्हें तीन साल के अंदर नियमित सरकारी नौकरी दी जाएगी.

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले सभी परिवारों को प्रतिवर्ष दो रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे और सभी दोपहिया वाहन मालिकों को प्रतिमाह एक लीटर पेट्रोल और ऑटो रिक्शा चालकों को प्रतिमाह तीन लीटर पेट्रोल तथा छह किलोग्राम सीएनजी मुफ्त प्रदान की जाएगी तथा अंत्योदय योजना को दोबारा शुरू किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बनने पर मनरेगा की तर्ज पर ‘अर्बन एंप्लॉयमेंट गारंटी एक्ट’ बनाया जाएगा तथा सपा सरकार आईटी क्षेत्र की समीक्षा कर उसे पुनर्जीवित करेगी, ताकि 22 लाख लोगों को रोजगार दिया जा सके.

सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार राज्य में एमएसएमई क्षेत्र को पुनर्जीवित और प्रोत्साहित करेगी और इसे विकास के इंजन के रूप में बदलेगी ताकि राज्य में वर्ष 2027 तक एक करोड़ नौकरियों का सृजन हो सके.

अखिलेश ने कहा कि सभी घरेलू कनेक्शन पर प्रतिमाह 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार बनने पर सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल किया जाएगा और वर्ष 2005 से पहले के कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी.

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा की सरकार बनने पर राज्य शिक्षा नीति के तहत अंग्रेजी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती देने के लिए स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा पर विशेष से जोर दिया जाएगा और उत्तर प्रदेश को वर्ष 2027 तक शत-प्रतिशत साक्षर राज्य बनाया जाएगा.

अखिलेश ने महिला सशक्तीकरण के लिए किए गए वादे का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार बनने पर महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा और इस व्यवस्था के तहत सभी वर्गों-सामान्य, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति की महिलाओं को शामिल किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि वीमेन पावर लाइन 1090 को दोबारा मजबूत किया जाएगा तथा इसमें ईमेल और वॉट्सऐप के जरिये मुकदमा दर्ज करने की व्यवस्था की जाएगी.

सपा प्रमुख ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा को केजी से लेकर परास्नातक तक मुफ्त किया जाएगा और कन्या विद्या धन योजना को दोबारा शुरू किया जाएगा, जिसके तहत 12वीं पास करने के बाद लड़कियों को 36 हजार रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि ‘समाजवादी पेंशन’ योजना को फिर से शुरू किया जाएगा जिसके तहत वृद्ध तथा जरूरतमंद एवं गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाली महिलाओं को प्रति वर्ष 18,000 रुपये की पेंशन दी जाएगी और इस योजना का लाभ एक करोड़ गरीब परिवारों तक पहुंचेगा.

अखिलेश ने कहा कि समाजवादी कैंटीन एवं किराना स्टोर स्थापित किए जाएंगे, जहां गरीब श्रमिकों, राजगीरों और बेघर लोगों को सब्सिडी दर पर राशन और अन्य जरूरत की चीजें मिल सकेंगी. उन्होंने कहा कि इन कैंटीन में 10 रुपये में समाजवादी थाली की व्यवस्था की जाएगी तथा इस योजना का लक्ष्य प्रदेश से भूख की समस्या को मिटाना है.

उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर प्रदेश में डायल 1890 मजदूर पावर लाइन की स्थापना की जाएगी और यह राज्य के बाहर एवं भीतर कार्यरत प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं का निदान करेगी.

सपा अध्यक्ष ने कहा कि कारीगर एवं श्रमिक पेंशन 18 हजार रुपये सालाना की दर से बुनकरों, जरदोजी कारीगरों, बढ़ई, कुम्हार, नाविक, मोची, दर्जी एवं अन्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की मदद की जाएगी.

अखिलेश ने कहा कि कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सभी गांवों एवं कस्बों में एक साल के अंदर सीसीटीवी कैमरा एवं ड्रोन सर्विलांस की व्यवस्था की जाएगी तथा स्वचालित प्रतिक्रिया के लिए इन्हें डायल 112 से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि सपा सरकार सभी थानों और तहसीलों को भ्रष्टाचार मुक्त करेगी.

सपा प्रमुख ने कहा कि इसके अलावा उनकी सरकार महिलाओं, अल्पसंख्यकों एवं दलितों के प्रति संगठित ‘घृणित अपराध’ को रोकने के लिए ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति के तहत काम करेगी और सभी पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन अवकाश की व्यवस्था की जाएगी एवं लंबित पदोन्नतियों को पूर्ण किया जाएगा.

यूपी में पहले चरण के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए मंगलवार को शाम पांच बजे प्रचार समाप्त हो गया. पहले चरण में प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीट पर 10 फरवरी को मतदान होगा.

Jabalpur: A shopkeeper poses with political parties' campaign materials ahead of Lok Sabha elections 2019, in Jabalpur, Wednesday, March 13, 2019. (PTI Photo) (PTI3_13_2019_000028B)
(फोटो: पीटीआई)

चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत लगाई, हालांकि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर निर्वाचन आयोग द्वारा लगाई गईं पाबंदियों के कारण ज्यादातर चुनाव प्रचार वर्चुअल माध्यम से हुआ.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान की अगुवाई करते हुए प्रदेश की ‘डबल इंजन सरकार’ की उपलब्धियों का विस्तार से जिक्र किया और इस दौरान सपा-रालोद का गठबंधन उनके मुख्य निशाने पर रहा.

पहले चरण के चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना से पलायन का मुद्दा भी हावी रहा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. इस दौरान उन्होंने मथुरा में घर-घर जाकर प्रचार भी किया.

उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में गठबंधन ने भी जमकर प्रचार किया. इस दौरान अखिलेश और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कई स्थानों पर संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन किए.

सपा और रालोद का चुनाव प्रचार मुख्यतः किसानों के मुद्दों के इर्द-गिर्द रहा और वे सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार झूठ बोलने का आरोप लगाते रहे.

वहीं, बसपा की अध्यक्ष मायावती ने आगरा में रैली की और विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ-साथ विपक्षी दलों पर भी हमला किया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी पहले चरण में मतदान वाले विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और घर-घर जाकर वोट मांगे.

उत्तर प्रदेश की जिन 58 सीट पर पहले चरण में मतदान होगा, उनमें से नौ सुरक्षित सीट हैं. मतदान 10 फरवरी को सुबह सात बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा. इस चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा तथा आगरा जिलों की विभिन्न सीट के लिए मतदान होगा.

इस दौरान करीब दो करोड़ 27 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.

असली हिंदू धर्म को नहीं मानती भाजपा: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भाजपा पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी धर्म को भी उल्टा रूप देती है और वह असली हिंदू धर्म को नहीं मानती.

यूपी चुनाव के मद्देनजर एक प्रचार अभियान के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी. (फोटो साभार: ट्विटर)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा का समर्थन कर रहीं ममता ने मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा पर कड़े हमले किए.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा की राजनीति झूठी है. वह धर्म को भी उल्टा रूप देती है. वह असली हिंदू धर्म को नहीं मानती.’

ममता ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा, ‘भाजपा पूरे हिंदुस्तान के लिए खतरा बन गई है. अगर आप इस खतरे को खत्म करना चाहते हैं तो आपको अपने पैर पर खड़ा होना पड़ेगा. अगर आप सब लोग इकट्ठा हो जाएंगे तो भाजपा हार जाएगी. भाजपा के साथ यहां भी खेला होबे. अगर आप उसे यूपी से हटा दो तो हम उसे देश से हटा देंगे, यह हमारा वादा है.’

तृणमूल कांग्रेस मुखिया ने कहा, ‘यूपी और बंगाल एक हो जाएंगे और सारे राज्य और पार्टियां मिलकर दिल्ली से भाजपा को हटाएंगे, यह हमारा वादा है.’

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर करारा प्रहार करते हुए कहा, ‘योगी अगर दोबारा आ जाएंगे तो आप लोगों को पूरा खा जाएंगे… राजनीति के रूप में, अर्थ नीति के रूप में… हर जगह पर.’

ममता ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘चुनाव के वक्त कोई संत बन जाता है. चुनाव के समय संत बनने वाला असली संत नहीं होता. असली संत तो 365 दिन जनता के लिए संत बनता है. आज लोग भूखे मर रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है, मां-बहनों का सम्मान नहीं है, लोग अगर आंदोलन करते हैं तो उन्हें गोली मार दी जाती है.’

तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों का आह्वान किया कि जनता को यह तय करना होगा कि वह भाजपा के झूठ पर वोट देगी या फिर जो लोग सबको साथ लेकर काम करेंगे, उन्हें वोट देगी.

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दौलत के दम पर जीतने की कोशिश की, लेकिन उसका वह दांव उल्टा पड़ गया. उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही होगा और अखिलेश ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे.

ममता ने कहा, ‘भाजपा इतने सालों से केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार में है. सत्ता में रहने के बावजूद वह गोली चलाती है, बर्बादी करती है, प्रदेश में माता और बहनों की क्या स्थिति है? हाथरस और उन्नाव में क्या हुआ? सीएए और एनआरसी के खिलाफ आंदोलन में कितने लोग मरे थे? लखीमपुर में किसानों को मंत्री के बेटे ने कुचल कर मार डाला. भाजपा पहले उसके लिए माफी मांगे, फिर चुनाव में वोट मांगे.’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार ने गंगा में लाशें बहा दीं. पश्चिम बंगाल सरकार ने वे शव निकलवा कर संबंधित धार्मिक मान्यता के हिसाब से उनका अंतिम संस्कार कराया. उस वक्त भाजपा के लोग कहां थे? उस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को हराने गए थे. उन्हें उत्तर प्रदेश में महामारी को हराने की फुर्सत नहीं थी. वह पहले इस महामारी में मारे गए लोगों के परिवारों से माफी मांगे उसके बाद वोट.

उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश में चुनाव इसलिए नहीं लड़ रही है, क्योंकि आज बड़ी लड़ाई है. देश को अगर भाजपा से बचाना है तो हमारे जो भाई इधर संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें अखिलेश यादव का पूरी तरह से समर्थन करना है. यह हमारा फर्ज बनता है.’

सपा ने गोरखपुर से योगी के मुकाबले में सुभावती शुक्ला को उतारा

गोरखपुर: समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से सुभावती शुक्ला को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. इस सीट पर वह उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं.

गोरखपुर विधानसभा सीट के लिए मतदान छठे चरण में तीन मार्च को होना है.

समाजवादी पार्टी द्वारा सोमवार को घोषित 24 उम्मीदवारों की सूची में सुभावती का नाम भी शामिल है. शुक्ला गोरखपुर के वरिष्ठ भाजपा नेता दिवंगत उपेंद्र शुक्ला की पत्नी हैं.

शुक्ला उत्तर प्रदेश में भाजपा के उपाध्यक्ष और उसके पहले क्षेत्रीय अध्यक्ष थे. 2017 में गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर भाजाा ने शुक्ला को 2018 में उम्मीदवार बनाया था. शुक्ला यह चुनाव सपा गठबंधन के उम्मीदवार से हार गए थे.

मई 2020 में ब्रेन हेमरेज के कारण शुक्ला का निधन हो गया. शुक्ला एक लोकप्रिय नेता थे और उन्हें पूर्वांचल क्षेत्र में भाजपा के ब्राह्मण चेहरे के रूप में देखा जाता था.

सुभावती 20 जनवरी को लखनऊ में अपने दो बेटों के साथ सपा में शामिल हुई थीं. उन्होंने कहा, ‘मैं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मुझ जैसी कमजोर और असहाय महिला को सम्मान दिया. मैं उनसे रिकॉर्ड वोटों के साथ जीत दर्ज करने का वादा करती हूं.’

उनके बेटे अमित शुक्ला ने कहा, ‘मेरे पिता एक उत्साही पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ता थे और जीवन भर दीन दयाल उपाध्याय के सिद्धांत पर चले, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद किसी ने उनकी परवाह नहीं की. हम सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बात करके पार्टी में शामिल हो गए हैं. हम उनके विचारों से प्रभावित हैं.’

उन्होंने कहा, ‘हम इतिहास रचेंगे और सीट पर जीत मेरे पिता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.’

सपा ने बलिया नगर से प्रदेश के पूर्व मंत्री नारद राय को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला भाजपा के दयाशंकर सिंह से होगा. सिंह के नाम की घोषणा भाजपा ने रविवार को की थी.

सपा ने आजमगढ़ जिले की मुबारकपुर सीट से अखिलेश यादव को पुन: उम्मीदवार बनाया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मिलते जुलते नाम वाले अखिलेश पिछली बार मुबारकपुर में 688 मतों से बसपा उम्मीदवार शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली से पराजित हो गये थे.

उच्चतम न्यायालय ने आज़म खान को अंतरिम जमानत देने से किया इनकार

उच्चतम न्यायालय ने सपा के नेता आज़म खान को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत देने से मंगलवार को इनकार कर दिया.

आजम खान. (फोटो साभार: एएनआई)

जस्टिस एल. नागेश्वर राव और जस्टिस बीआर गवई की एक पीठ ने खान को संबंधित अदालत का दरवाजा खटखटाने और जमानत याचिकाओं के शीघ्र निपटान के लिए अनुरोध करने की इजाज़त दी.

पीठ ने कहा, ‘आप जमानत हासिल करने के लिए 32 याचिकाएं कैसे दायर कर सकते हैं? राजनीति को अदालत में न लाएं.’

खान की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि उनके खिलाफ 87 प्राथमिकी दर्ज हैं, जिनमें से 84 मामलों में उन्हें जमानत मिल गई है.

उन्होंने खान की ओर से कहा, ‘मैं बिना वजह जेल में बंद हूं. आप ही बताएं मैं कहां जाऊं. मैं अदालत में राजनीति नहीं ला रहा हूं.’

सिब्बल ने कहा कि लगातार अनुरोध के बावजूद पिछले तीन-चार महीने में जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं की गई.

टीवी चैनलों के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण पर विश्वास न करें: मायावती

बरेली: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कांग्रेस, सपा और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने दलितों और गरीबों के लिये कोई काम नहीं किया है. मायावती ने लोगों से टीवी चैनलों के चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों पर भरोसा नहीं करने की अपील की.

बसपा अध्यक्ष मायावती. (फोटो: पीटीआई)

बसपा सुप्रीमो ने सोमवार को बरेली मंडल के सभी जिलों के पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमेशा दलित विरोधी रहने का आरोप लगाया.

उन्होंने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘सपा नीत सरकार में गुंडों, माफियाओं का बोलबाला रहा है. सपा सरकार में दंगे, लूट खसोट होता रहा है.’

टीवी चैनलों पर नाराजगी जताते हुए मायावती ने कहा, ‘2007 के विधानसभा चुनावों में ओपिनियन पोल बता रहे थे कि बसपा नंबर तीन पर रहेगी. बसपा नम्बर एक पर आई और जिसे नम्बर एक पर दिखाया वह नम्बर तीन पर चली गई थी.’

बसपा सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस की नीतियां जातिवादी, धर्म के नाम पर तनाव और नफरत फ़ैलाने की हैं.

उन्‍होंने दावा किया कि भाजपा सरकार में अपराध बढ़ा है, दलितों पिछडे वर्गों को भी भाजपा सरकार में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है और सरकारी नौकरियों में भी आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया गया है.


पंजाब विधानसभा चुनाव


भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) गठबंधन ने 11 सूत्री संकल्प-पत्र जारी किया

भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों, पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) तथा शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने 20 फरवरी को होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना 11 सूत्री ‘संकल्प-पत्र’ जारी किया.

(फोटो साभार: ट्विटर)

खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जारी इस संकल्प-पत्र में जैविक एवं संधारणीय खेती के लिए 5,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित करने, घटते जल स्तर पर काबू पाने के लिए मुफ्त वर्षा जल संचयन इकाइयां बनाने और संबद्ध कृषि क्षेत्रों को बढ़ावा देने का वादा किया गया है.

भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने गांवों में खेलों को बढ़ावा देने की वकालत करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा की तर्ज पर नकद पुरस्कार देने का भी वादा किया.

संकल्प पत्र केंद्रीय मंत्री एवं पंजाब में भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत, शिअद संयुक्त प्रमुख सुखदेव सिंह ढींढसा और भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल व सुभाष शर्मा ने जारी किया.

पंजाब में भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पीएलसी और शिअद संयुक्त के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है.

गठबंधन ने पांच एकड़ से कम भूमि वाले किसानों के लिए कर्ज माफी, फलों, सब्जियों, दालों और तिलहन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), ग्रामीण भूमिहीन किसानों के लिए एक लाख एकड़ शामलात भूमि और प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत हर भूमिहीन किसान को 6,000 रुपये की सालाना आर्थिक मदद देने की घोषणा पहले ही कर दी थी.

चंडीगढ़ में संवाददाताओं से बातचीत में शेखावत ने कहा कि अगर पंजाब में भाजपा-पीएलसी-शिअद संयुक्त गठबंधन सत्ता में आता है तो जैविक और संधारणीय खेती के लिए 5,000 करोड़ रुपये का सालाना बजट पारित किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि नहरों पर सोलर ट्यूबवेल और सोलर पैनल लगाने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जाएगी.

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की महत्वपूर्ण पारंपरिक बीज किस्मों के भंडारण एवं संरक्षण के लिए बीज बैंक स्थापित किए जाएंगे.

ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 11 सूत्री संकल्प पत्र के मुताबिक, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा और नई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.

संकल्प पत्र में कहा गया है कि राज्य में गिरते जल स्तर की समस्या पर काबू पाने के लिए मुफ्त वर्षा जल संचयन इकाइयां बनाई जाएंगी और वैकल्पिक स्वचालित एवं स्मार्ट सिंचाई प्रणालियों के लिए सब्सिडी भी दी जाएगी, जिससे जल संरक्षण में मदद मिलेगी.

भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) गठबंधन ने डेयरी फार्मिंग, पोल्ट्री फार्मिंग, एपिकल्चर जैसे संबद्ध कृषि क्षेत्रों को बढ़ावा देने, नए कोल्ड स्टोरेज की स्थापना करने और पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की महिलाओं को डेयरी, पोल्ट्री और मधुमक्खी पालन क्षेत्र में उद्यम लगाने के लिए सब्सिडी तथा ऋण मुहैया कराने का भी वादा किया.

गठबंधन ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण युवाओं को ग्रामीण उद्यमिता का कौशल सिखाने और ब्याज मुक्त ऋण देने का भी संकल्प जताया.

इसने ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले स्मार्ट स्कूलों की स्थापना करने और स्कूल-कॉलेज जाने के लिए छात्रों को मुफ्त बस सेवा देने का भी भरोसा दिलाया.

गठबंधन ने ग्रामीण स्तर पर खेल के मैदान बनाने, अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने और गांवों में कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित करने का भी वादा किया.

सिद्धू की पत्नी और भगवंत मान ने चन्नी की गरीब पृष्ठभूमि वाली छवि पर उठाया सवाल

कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह की गरीब पृष्ठभूमि की छवि पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी को चन्नी को गरीब समझने के लिए ‘गुमराह’ किया गया है.

नवजोत कौर. (फोटो साभार: एएनआई)

राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा घोषित मुख्यमंत्री पद का चेहरा भगवंत मान ने भी अलग से गांधी के उस बयान पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने चन्नी को ‘गरीब घर’ का बताया था. मान ने पूछा कि वह ‘किस कोण’ से ‘गरीब’ हैं.

कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में सिद्धू के मुकाबले चन्नी का पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे लिए समर्थन कर रही है. कौर ने कहा कि इस तथ्य से परे कि क्रिकेटर से राजनीति में आए सिद्धू उनके पति हैं, वह छह महीने में ही पंजाब में बदलाव लाने के लिए बेहतर विकल्प होते.

भगवंत मान ने यह बात बठिंडा में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कही, जबकि कौर ने यह राय अमृतसर में मीडिया से संवाद करते हुए व्यक्त की.

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने रविवार को चन्नी को आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, जिसका समर्थन सिद्धू द्वारा भी किया गया था.

चन्नी के नाम की घोषणा करने से पहले राहुल गांधी ने कहा था, ‘पंजाब के लोगों ने कहा कि हमें ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो ‘गरीब घर’ से आया हो, जो गरीबी और भूख को समझता हो. यह कठिन फैसला था, लेकिन आपने (जनता ने) इसे आसान बना दिया.’

उल्लेखनीय है कि चन्नी भी अकसर चुनाव प्रचार के दौरान खुद के गरीब पृष्ठभूमि से आने का संदर्भ देते हैं.

जब पूछा गया कि क्या गरीब पृष्ठभूमि से आने की वजह से सिद्धू के मुकाबले चन्नी गरीबों से ज्यादा जुड़ते हैं, तो इसके जवाब में कौर ने कहा, ‘वह (चन्नी) हमसे अमीर हैं. वह बहुत अमीर व्यक्ति हैं, उनके आयकर रिटर्न भी यह दिखाते हैं. इसलिए, उन्हें गरीब की तरह दिखाना ठीक नहीं है. उनके खाते में बड़ी राशि जमा है, जो हमसे अधिक है, इसलिए वह गरीब व्यक्ति नहीं हैं.’

इसके साथ ही कौर ने कहा कि रुपये किसी व्यक्ति को ऐसे उच्च पद पर स्थापित करने का मानक नहीं है.

कौर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि आपकी विशेषता, आपकी योग्यता, आपकी शिक्षा, आपका कार्य, आपकी ईमानदारी, वे बिंदु हैं जिनपर विचार किया जाना चाहिए.योग्यता देखनी चाहिए, अन्यथा राज्य कभी समृद्ध नहीं होगा.’

जब उनसे पूछा गया कि क्या सिद्धू बेहतर विकल्प होते, तो कौर ने कहा, ‘हां, इसके बावजूद कि वह मेरे पति हैं.’

कौर से जब पूछा गया कि क्या वह मानती हैं कि राहुल गांधी को इस मामले में ‘गुमराह’ किया गया, तो उन्होंने इसका जवाब ‘हां’ में दिया.

चन्नी पर राहुल गांधी के बयान पर ‘आप’ की पंजाब इकाई के अध्यक्ष मान ने भी हमला किया और कहा, ‘वह (चन्नी) गरीब आदमी, जो पंजाब में दो सीटों चमकौर साहिब और भादौर सीट से चुनाव लड़ रहा है, उसके पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है.’

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी की नजरों में चन्नी गरीब हो सकते हैं.’ मान ने सवाल किया, ‘चन्नी किस कोण से गरीब हैं.’

शिअद के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल 13वीं बार लड़ेंगे चुनाव

लांबी: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल 13वीं बार चुनाव मैदान में हैं और पंजाब विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में लांबी सीट से किस्मत आजमाएंगे. बादल की उम्र 94 साल है.

प्रकाश सिंह बादल. (फोटो: पीटीआई)

पार्टी नेता और उनके करीबी सहयोगी तेजिंदर सिंह मुद्दुखेड़ा ने कहा, ‘पहले भी पार्टी का स्थानीय नेतृत्व लांबी में चुनाव प्रचार का कार्य देखता था और (प्रकाश सिंह) बादल साहब पूरे राज्य में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त रहते थे.’

उन्होंने कहा, ‘हम बादल साहब के नियमित संपर्क में हैं.’

उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा के लिए मतदान होगा और मुक्तसर जिले की लांबी सीट से बादल किस्मत आजमा रहे हैं.

शिअद नेता और बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल ने उनके लिए निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार किया है. इसी प्रकार इंडियन नेशनल लोकदल (इनोलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला भी प्रकाश सिंह बादल को दोबारा जिताने की अपील कर रहे हैं.

लंबे समय से मित्र रहे 87 वर्षीय नेता चौटाला ने कहा कि उनकी और प्रकाश सिंह बादल की राजनीति हमेशा से जनता के कल्याण के इर्द-गिर्द रही.

शिअद के मुताबिक, पार्टी नेताओं के आग्रह पर बादल ने बढ़ती उम्र और हाल में कोविड-19 से संक्रमित होने के बावजूद चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया. उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल इस समय पार्टी के अध्यक्ष हैं.

प्रकाश सिंह बादल को पिछले महीने ही लुधियाना स्थित अस्पताल से छुट्टी मिली थी, जहां पर वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भर्ती थे.

इसके साथ ही उन्होंने सबसे उम्रदराज उम्मीदवार होने के केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंद के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. माकपा नेता अच्युतानंद ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में 92 साल की उम्र में चुनाव लड़ा था.

प्रकाश सिंह बादल 11 बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं और वह 13वीं बार चुनाव लड़ रहे हैं. वह सबसे पहले वर्ष 1957 में मलौट सीट से चुनाव लड़े थे.

अभिनेत्री माही गिल और पंजाबी कलाकार हॉबी धालीवाल भाजपा में शामिल

पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले अभिनेत्री माही गिल और पंजाबी फिल्म कलाकार हॉबी धालीवाल सोमवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.

‘देव डी’ फिल्म से पहचान बनाने वाली अभिनेत्री गिल ने साहेब, बीवी और गैंगस्टर फिल्म में भी काम किया है.

गिल ने कहा कि वह पंजाब में लड़कियों के लिए कुछ करना चाहती हैं और उन्हें विश्वास है कि वह केवल भाजपा के साथ ही ऐसा कर सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे हमेशा लगता है कि मेरा घर मुझे वापस बुला रहा है और मैं इसकी सेवा करना चाहती हूं और मुझे भाजपा से ज्यादा बेहतर कोई पार्टी नहीं मिली.’

धालीवाल ने कहा कि वह पंजाब के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि से काफी प्रभावित हैं.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने इन कलाकारों का पार्टी में स्वागत करते हुए दावा किया कि पंजाब में भाजपा की मजबूत लहर बन रही है और पार्टी का राज्य में सरकार बनाना तय है.

कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने पर एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि इससे यह जन धारणा मजबूत हुई है कि कांग्रेस में भ्रष्टाचार और माफिया तंत्र न केवल स्वीकार्य है बल्कि इसका इनाम भी दिया जाता है.

मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में विभिन्न क्षेत्रों के कई अन्य प्रतिष्ठित लोग पार्टी में शामिल होंगे. इस बीच, कांग्रेस नेता अमरजीत सिंह टिक्का, सुखविंदर सिंह बिंद्रा और दामन बाजवा भी भाजपा में शामिल हो गए.


गोवा विधानसभा चुनाव


भाजपा के घोषणा-पत्र में खनन बहाल करने, सभी के लिए आवास का वादा

भाजपा ने गोवा में 14 फरवरी को होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए मंगलवार को अपना घोषणा-पत्र जारी कर अगले 10 वर्षों में गोवा को 50 अरब डॉलर की अर्थव्यस्था बनाने का वादा किया. साथ ही, खनन गतिविधियां बहाल करने और सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया.

गोवा विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को भाजपा ने राजधानी पणजी में अपना घोषणा पत्र जारी किया. (फोटो साभार: ट्विटर)

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और गोवा भाजपा अध्यक्ष सदानंद सेठ तनवडे की उपस्थिति में ‘गोवा के भविष्य को सशक्त करने, पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने, वैध खनन बहाल करने और राज्य में बहुआयामी गरीबी का उन्मूलन करने’ की बात कही.

सत्तारूढ़ दल ने कहा, ‘हम निरंतर कोशिशों से गोवा को विकास के पथ पर आगे बढ़ाएंगे, ताकि राज्य अगले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर की अर्थव्यस्था बन जाए.’

भाजपा ने तटीय राज्य में सभी 40 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. पार्टी ने अगले पांच वर्षों में राज्य में ‘बहुआयामी गरीबी’ का उन्मूलन करने का वादा किया.

घोषणा-पत्र में कहा गया है, ‘हम गरीबों को समयबद्ध तरीके से और प्रत्यक्ष नकद अंतरण के जरिये सामाजिक कल्याण के लाभ उपलब्ध कराएंगे. हम दीन दयाल स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत वृद्धावस्था पेंशन की राशि बढ़ा कर 3,000 रुपये प्रति महीने कर देंगे.’

26 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज

गोवा विधानसभा चुनाव लड़ रहे कम से कम 26 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और आठ प्रतिशत के खिलाफ गंभीर अपराधों के लिए मामले दर्ज हैं. ‘गोवा इलेक्शन वॉच’ और ‘एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की रिपोर्ट में मंगलवार को यह खुलासा किया गया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे उम्मीदवारों की संख्या कांग्रेस में सर्वाधिक है, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बाद महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नंबर आता है.

रिपोर्ट के अनुसार, कुल 301 उम्मीदवारों में से 26 प्रतिशत उम्मीदवारों (77) ने अपने शपथ-पत्रों में घोषणा की है कि उनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में मामले लंबित हैं, जिनमें से आठ प्रतिशत लोग गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.

कांग्रेस के कम से कम 35 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बाद एमजीपी के 23 प्रतिशत, भाजपा के 18 प्रतिशत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और तृणमूल कांग्रेस के 15-15 प्रतिशत और आम आदमी पार्टी (आप) के 10 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

चुनाव पर निगरानी रखने वाली संस्था ने कहा कि 12 उम्मीदवारों ने घोषणा की है कि उनके विरुद्ध महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक बलात्कार से जुड़ा मामला है. आठ उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं.

गोवा में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 301 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 116 राष्ट्रीय दलों के, 104 क्षेत्रीय दलों के, 13 गैर-मान्यता प्राप्त दलों के और 68 निर्दलीय उम्मीदवार हैं.

उम्मीदवारों की ओर दाखिल शपथ-पत्रों के अनुसार, 187 उम्मीदवार (62 प्रतिशत) करोड़पति हैं.

एडीआर ने बताया कि कम से कम 31 फीसदी उम्मीदवारों के पास पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, 16 प्रतिशत उम्मीदवारों के पास दो करोड़ से पांच करोड़ रुपये तक, 20 फीसदी उम्मीदवारों के पास 10 लाख से 50 लाख रुपये के बीच और 11 फीसदी उम्मीदवारों के पास 10 लाख रुपये से कम की संपत्ति है.

रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के 95 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसके बाद कांग्रेस के 87 फीसदी, एमजीपी के 69 फीसदी, तृणमूल के 65 फीसदी, जीएफपी (गोवा फॉरवर्ड पार्टी) के 67 फीसदी, आप के 62 फीसदी और राकांपा के 62 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस के माइकल लोबो (कलंगुट) और उनकी पत्नी डेलिला(सियोलिम) सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिनके पास 92 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इसके बाद बिचोलिम से निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. चंद्रकांत शेटे के पास 59 करोड़ रुपये की संपत्ति है.


मणिपुर विधानसभा चुनाव


मणिपुर में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे सशस्त्र उग्रवादी: एनपीपी

शिलॉन्ग: नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए कुछ उग्रवादी संगठन खुलकर प्रचार कर रहे हैं. एनपीपी के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के वास्ते पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के लिए उचित सुरक्षा की मांग की है.

प्रवक्ता ने कहा कि एनपीपी ने अधिकारियों से आग्रह किया कि मुक्त और पारदर्शी तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी उग्रवादियों को उनके शिविरों में वापस भेजा जाए और उनके हथियार जब्त कर लिए जाएं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राज्य निर्वाचन कार्यालय और निर्वाचन आयोग में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई है.

मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को चुनाव हैं और सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा, भाजपा और नगा पीपुल्स फ्रंट के लिए खुलकर प्रचार करने की खबरें आने के बाद एनपीपी ने यह मांग रखी है.

निर्वाचन आयोग की टीम दो दिवसीय दौरे पर मणिपुर गई

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ सोमवार से राज्य के दो दिवसीय दौरे पर है.

सूत्रों ने बताया कि पूर्वोत्तर के राज्य में चुनाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा और चुनाव आयुक्त राजीव कुमार तथा अनूप चंद्र पांडेय आज सुबह अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मणिपुर रवाना हुए.

मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को चुनाव होने हैं. मतगणना 10 मार्च को होगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)