विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के तहत 55 सीटों पर, उत्तराखंड की सभी 70 सीटों और गोवा की सभी 40 सीटों पर सोमवार को मतदान हैं. यूपी में प्रचार के दौरान भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि समाजवाद की बात करने वाले अब खोटे सिक्के हो गए हैं. पंजाब में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि अमरिंदर सिंह की सरकार दिल्ली से भाजपा चला रही थी. राज्य में कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने भाजपा की सभा में हिस्सा लेकर पति अमरिंदर सिंह के लिए वोट मांगा.
लखनऊ/देहरादून/पणजी/चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और रूहेलखंड के नौ जिलों की 55 सीटों के लिए सोमवार को मतदान होगा और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सोमवार 14 फरवरी को ही उत्तराखंड की सभी 70 सीटों और गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए भी चुनाव होने हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने रविवार को बताया कि दूसरे चरण के मतदान में 2.02 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 1.08 करोड़ पुरुष, 0.94 करोड़ महिला तथा 1269 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. द्वितीय चरण के निर्वाचन में कुल 55 विधानसभा क्षेत्रों में 586 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 69 महिला प्रत्याशी हैं.
उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा.
सात चरणों में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव प्रस्तावित है. 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान संपन्न होने के बाद अब दूसरे चरण में राज्य के नौ जिलों- सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली तथा शाहजहांपुर की 55 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी, सोमवार को मतदान होगा.
शुक्ला के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव हेतु व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है और कोविड-19 के दृष्टिगत मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैंड सैनिटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है.
दूसरे चरण के चुनाव में कुल 23,404 मतदेय स्थल तथा 12,544 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,250 तक रखने के निर्देश दिए गए हैं.
सभी मतदेय स्थलों पर रैंप, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 51 सामान्य प्रेक्षक, 09 पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा 1,793 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 220 जोनल मजिस्ट्रेट, 109 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,806 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं.
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 01 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 02 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं, जो कि क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे.
द्वितीय चरण में कुल 252 आदर्श मतदान केंद्र तथा 127 समस्त महिला कर्मचारी मतदेय स्थल बनाए गए हैं.
दूसरे चरण में होने वाले 55 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2017 में 38 सीटें जीती थीं, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) को 15 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं. सपा और कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था. सपा की जीती हुई 15 सीटों में 10 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार विजयी हुए थे.
इस बार सपा, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) समेत कई छोटे दलों के गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में हैं और इस चरण को सपा गठबंधन के प्रभाव वाला इलाका माना जा रहा है.
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी के अनुसार, प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की सुविधा और कोविड-19 से सुरक्षा की विशेष व्यवस्था कराई गई हैं तथा मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए वहां पर समुचित एवं आवश्यक व्यवस्थाएं कराने के लिए प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए गए हैं.
निर्वाचन आयोग के अनुसार, दूसरे चरण में कुल 586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (शाहजहांपुर सदर), जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख (बिलासपुर), नगर विकास राज्य मंत्री महेश चंद्र गुप्ता (बदायूं), माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी (चंदौसी), आयुष राज्यमंत्री रहे और अब सपा के प्रत्याशी धर्म सिंह सैनी (नकुड़), वरिष्ठ सपा नेता आजम खान (रामपुर सदर) और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम (स्वार) प्रमुख हैं.
दूसरे चरण के लिए शनिवार की शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया और सभी राजनीतिक दलों ने अपने अपने उम्मीदवारों के पक्ष में मतदाताओं से मतदान की अपील की है. दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार में सभी राजनीतिक दलों ने अपना पूरा जोर लगाया.
भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख रूप से मुख्य विपक्षी दल सपा पर हमलावर रहे और उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त रखने के लिए भाजपा सरकार को जरूरी बताया. मोदी ने सहारनपुर में तीन तलाक का मुद्दा भी उठाया और दावा किया कि उनकी सरकार ने मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के चंगुल से आजाद कराया है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं समेत विभिन्न स्थानों पर जाकर जनसभाएं की और विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार किए.
दूसरी ओर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभाली. उन्होंने 100 से ज्यादा मामलों में करीब दो साल से जेल में बंद अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के पक्ष में रामपुर में वोट मांगे और कहा कि विश्वविद्यालय बनाने वाले आजम को जेल में डाल दिया गया और लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में किसानों को अपनी जीप तले रौंदने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे को जमानत दे दी गई.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान सपा, भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा की सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट-मुस्लिम भाईचारा समाप्त कर दिया.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दूसरे चरण के तहत मतदान से पहले विभिन्न जिलों के अनेक विधानसभा क्षेत्रों में घर-घर जाकर प्रचार किया.
सपा गठबंधन की सरकार बनी तो मुफ्त खाद और डीजल-पेट्रोल मिलेगा: अखिलेश यादव
सिकंदराराऊ/हाथरस: सपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को गरीबों और छोटे किसानों को मुफ्त खाद और मुफ्त डीजल-पेट्रोल दिए जाने के वादे के साथ सत्तारूढ़ भाजपा को उखाड़ फेंकने और सपा गठबंधन को चुनाव में मदद करने की अपील की.
हाथरस जिले में सिकंदराराऊ की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख यादव ने भाजपा की सरकार में खाद की किल्लत का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनी तो छोटे किसानों को खाद तथा डीएपी मुफ्त दी जाएगी और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने के लिए नियम बनाकर खरीद करेंगे.
अखिलेश ने कहा, ‘किसान महंगाई से तकलीफ में हैं, डीजल-पेट्रोल महंगा हो गया और ये भाजपा वाले कहते थे कि हवाई चप्पल वाले हवाई जहाज से चलेंगे, लेकिन जब से डीजल पेट्रोल-महंगा हुआ है गरीबों की गाड़ी नहीं चल पा रही, मोटर साइकिल नहीं चल पा रही.’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा की सरकार बनेगी तो 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी.
उन्होंने कहा कि आपसे दूर नहीं है, जहां वोट पड़े हैं, कहने को हर दल कुछ न कुछ कह रहा है लेकिन पहले चरण में वोट पड़ने से ही यूपी का माहौल बदल गया है. अपनी बात पर जोर देते हुए यादव ने कहा कि यह बात इसलिए भी मानिए कि जैसे ही पहले चरण का चुनाव खत्म हुआ भाजपा नेताओं की भाषा बदल गई.
अखिलेश ने तंज करते हुए कहा कि भाजपा के नेता झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘आज जिन-जिन लोगों ने अखबार पढ़ा होगा उन लोगों को पता होगा कि गुजरात के व्यापारी 28 बैंकों का 22 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गए. ये पहली बार नहीं भागे हैं, जब-जब कोई बैंकों का पैसा लेकर भागा तो वह कहां का निकला है.’
सपा गठबंधन की मदद की अपील करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन की मदद करो, गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब से साइकिल और हैंडपंप संग संग आए हैं भाजपा का दरवाजा बंद कर दिया है.
समाजवाद की बात करने वाले अब खोटे सिक्के हो गए: राजनाथ सिंह
बाराबंकी: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये समाजवाद की बात करने वाले खोटे सिक्के हो गए हैं और आप जानते हैं कि कि खोटे सिक्के बाजार में कभी नहीं चलते. उन्होंने कहा कि आज की सपा अब यूपी की राजनीति में नहीं चलने वाली है.
रविवार को बाराबंकी जिले के रामनगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘आज की समाजवादी पार्टी को कसौटी पर कसेंगे तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप लोग पाएंगे कि किसी भी परिभाषा पर मौजूदा समाजवादी पार्टी खरी नहीं उतरती.’
रक्षा मंत्री ने कहा कि जो लोग यूपी में समाजवादी होने का दावा करते हैं उन्हें समाजवाद छू कर भी नहीं गया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी नाम रखने से कोई समाजवादी नहीं बन जाता, एक सच्चा समाजवादी वह होता है जो गरीब के भय और भूख का समाधान करे.
उन्होंने कहा कि एक सच्चा समाजवादी वह होता है जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चले, वह समाजवादी कभी नहीं हो सकता जो तुष्टिकरण की राजनीति करे और समाज को टुकड़ों में बांटकर सरकार बनाने की कोशिश करे.
बाराबंकी को समाजवादियों का गढ़ बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि बाराबंकी जनपद एक समय समाजवादियों का गढ़ था और पूरे देश में कांग्रेस राज के दौरान भी यहां की जनता राम सेवक यादव और राम मनोहर लोहिया जैसे दिग्गज समाजवादियों के साथ खड़ी थी.
उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में नकली समाजवादियों का आना हुआ, यहां की जनता का मोहभंग हो गया.
राजनाथ सिंह ने कहा कि गरीबों को मुफ्त गैस सिलेंडर और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मुफ्त इलाज की व्यवस्था भाजपा सरकार ने की है.
भाजपा नेता ने कहा, ‘हमने यूपी में भूख और भय दोनों का समाधान किया है, इसलिए कह सकता हूं कि वे (सपा) लोग नकली समाजवादी हैं और सच्चे अर्थों में समाजवाद की राह पर हम चलने वाले हैं. अगर देश की सुरक्षा पर कोई चोट करने की कोशिश करेगा तो मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम राष्ट्रवादी भी हैं.’
सपा ने कराए सबसे ज्यादा दंगे: योगी
फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी सपा पर प्रदेश में दंगाइयों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि सपा के शासनकाल में सबसे ज्यादा दंगे हुए मगर भाजपा सरकार ने इस पर अंकुश लगाया है.
योगी ने राजेपुर और कमालगंज में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. उन्होंने मुख्य रूप से सपा को ही निशाने पर रखा और कहा कि यह दंगाइयों की पार्टी है और ऐसे तत्वों को बढ़ावा देने की वजह से ही सपा के शासनकाल में ही प्रदेश में दंगे की सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं.
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में दंगाई तत्वों पर प्रभावी अंकुश लगाया गया. यही वजह है कि पिछले पांच साल के दौरान दंगे की एक भी घटना नहीं हुई. पहले जिस कावड़ यात्रा के दौरान कर्फ्यू लग जाता था वह अब पूरी धूमधाम से निकाली जाती है.
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश की डबल इंजन की सरकार लोगों की मदद कर रही थी लेकिन उस समय सपा, बसपा और कांग्रेस कोरोना रोधी टीके के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे थे.
उन्होंने दावा किया, ‘टीका लगवाने की वजह से ही कोरोना की तीसरी लहर लोगों का कुछ नहीं बिगाड़ पाई. अगर वैक्सीन लगवाने से जान बची है तो वोट भी योगी और मोदी वैक्सीन को मिलना चाहिए.’
अपराधियों के खिलाफ अपनी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, ‘सरकार का फार्मूला है, एक हाथ में विकास दूसरे हाथ में बुलडोजर.’
कमालगंज में भोजपुर विधान सभा के प्रत्याशी नागेंद्र सिंह राठौर के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पिछली सपा सरकार भोजपुर को इस्लामाबाद बनाने का सपना देख रही थी. आज विकास की योजना का लाभ समाज के हर तबके को मिल रहा है.
भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण मानसिकता छोड़ें, तभी देश का भला संभव: मायावती
बसपा की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को किसानों और बेरोजगारों की आत्महत्या का मामला उठाते हुए सत्तारूढ़ भाजपा को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला हो सकता है.
उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सत्तारूढ़ भाजपा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, ‘कर्ज में डूबे एवं घुटकर जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है. फिर भी विकास व इंडिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित है.’
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्या से इनकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला संभव है.’
बसपा ने सातवें चरण के 47 उम्मीदवारों की सूची जारी की
बसपा ने रविवार को विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए 47 उम्मीदवारों की ताजा सूची जारी की है. पार्टी ने इसकी जानकारी दी.
बसपा मुख्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार, रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के 47 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई. सातवें चरण में उत्तर प्रदेश के नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में सात मार्च को मतदान होगा.
बसपा द्वारा जारी सूची में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों के अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं.
बसपा ने उम्मीदवारों के चयन में अगड़ों, पिछड़ों के साथ ही अल्पसंख्यकों का संतुलन बिठाया है.
दूसरे चरण के लिए खड़े उम्मीदवारों में से 12 अशिक्षित, 114 प्रत्याशी आठवीं कक्षा तक पढ़े
नोएडा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव के लिए मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों में से 114 आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं, जबकि 12 ने खुद को ‘निरक्षर’ घोषित किया है.
चुनाव सुधारों की वकालत करने वाले समूहों उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 102 उम्मीदवार स्नातकोत्तर हैं, जबकि पीएचडी करने वाले छह प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं.
यह रिपोर्ट दूसरे चरण का चुनाव लड़ने वाले 586 उम्मीदवारों में से 584 उम्मीदवारों के स्व-शपथ पत्रों के विश्लेषण पर आधारित है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि वे या तो सही से स्कैन नहीं किए गए थे या अधूरे थे.
विश्लेषण के अनुसार, 12 उम्मीदवार ‘निरक्षर’, 67 ‘साक्षर’, 12 उम्मीदवारों ने कक्षा पांच और 35 ने कक्षा आठ पास की है, जबकि 58 प्रत्याशियों ने कक्षा 10 और 88 उम्मीदवारों ने कक्षा 12 पास की है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव
विधानसभा चुनाव की 70 सीटों पर सोमवार को होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर सोमवार को होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है, जहां प्रदेश के 82 लाख से ज्यादा मतदाता कुल 632 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य तय करने के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के कडे़ इंतजाम किए गए हैं.
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रदेश में सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मेरा सभी मतदाताओं से विनम्र अनुरोध है कि प्रत्येक मतदाता अपने मत का इस्तेमाल अवश्य करे. लोकतंत्र में प्रत्येक मत अमूल्य है.’
सौजन्या ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर कोविड के मद्देनजर हैंड सैनिटाइजर और ईवीएम का प्रयोग करने के लिए दस्ताने दिए गए हैं, ताकि महामारी का प्रसार न हो. उन्होंने मतदाताओं से सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने जैसे कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की भी अपील की.
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की गिरफ्त में रहे प्रदेश में शुरुआत में चुनाव प्रचार केवल जनसंपर्क तक ही सिमटा रहा, लेकिन राहत की बात यह है कि अब कोरोना मामलों की संख्या में गिरावट आ गई है.
करीब 21 साल पहले बने उत्तराखंड में पिछले चार विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी ज्यादातर सीटों पर कड़ा मुकाबला सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस में होना तय है. हालांकि, आम आदमी पार्टी ने 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर कई सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है.
इसके अलावा, क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल भी 48 सीटों पर चुनाव लडकर अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहा है. हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे मैदानी इलाकों में बसपा और सपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
भाजपा की तरफ से पार्टी का दारोमदार मुख्य रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर है, जो पिछले एक पखवाड़े से पूरे प्रदेश का दौरा कर अपना पसीना बहा रहे हैं. खटीमा से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने का प्रयास कर रहे धामी का मुकाबला भुवन चंद्र कापड़ी से है, जो प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
दूसरी तरफ, कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार लालकुआं से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के मोहन बिष्ट के अलावा कांग्रेस की बागी प्रत्याशी संध्या डालाकोटी से भी है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार शहर से जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर गढ़वाल सीट से चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट पर चुनावी ताल ठोंक रहे हैं.
रोचक तथ्य यह है कि पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित रूप से 57 सीटें जीतकर ऐतिहासिक विजय हासिल करने वाली भाजपा के सामने चुनौती न केवल अपनी साख बचाने की है, बल्कि वह कांग्रेस के साथ एक कड़े मुकाबले में उलझी हुई है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि चुनाव में बाजी किसी भी तरफ पलट सकती है.
प्रदेश में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 8624 है. प्रदेश में सभी सुविधा युक्त आदर्श बूथों की संख्या 150 है, जबकि पूरी तरह महिलाओं की तैनाती वाले सखी बूथों की संख्या 100 है.
सबसे अधिक 1248 मतदाता वाला मतदेय स्थल हरिद्वार जिले के खानपुर विधानसभा सीट का नगला इमरती एवं उधम सिंह नगर जिले की जसपुर विधानसभा सीट का गढ़ी नेगी है, जबकि सबसे कम मतदाताओं की संख्या वाला मतदेय स्थल कोटद्वार विधानसभा सीट का ढिकाला बूथ है, जहां केवल 14 मतदाता हैं.
गोवा विधानसभा चुनाव
सोमवार को मतदान, 40 सीटों के लिए मैदान में 301 उम्मीदवार
गोवा विधानसभा की 40 सीटों पर 301 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए सोमवार को मतदान होगा, जिसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं.
परंपरागत रूप से द्विध्रुवीय राजनीति वाले राज्य, गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और अन्य छोटे दल राज्य के चुनावी परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ने की होड़ में हैं.
एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर दस्ताने उपलब्ध कराए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं की सुविधा के लिए राज्य में 100 से अधिक महिला मतदान केंद्र बनाए गए हैं. चुनाव पर निगरानी रखने के लिए राज्य में 81 उड़न दस्ते सक्रिय हैं.
प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (भाजपा), विपक्ष के नेता दिगंबर कामत (कांग्रेस), पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ (टीएमसी), रवि नाइक (भाजपा), लक्ष्मीकांत पारसेकर (निर्दलीय), पूर्व उप मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई (जीएफपी) सुदीन धवलीकर (एमजीपी), पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और आप के मुख्यमंत्री चेहरा अमित पालेकर शामिल हैं.
मतदान के लिए 11 लाख से ज्यादा लोग पात्र हैं. मतगणना 10 मार्च को होगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि राज्य में प्रति बूथ पात्र मतदाताओं की औसत संख्या 672 है, जो देश में सबसे कम है. उन्होंने कहा कि वास्को विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 35,139 योग्य मतदाता हैं, जबकि मोरमुगांव सीट पर सबसे कम 19,958 मतदाता हैं.
कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने चुनाव लड़ने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठजोड़ किया है.
शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी, जबकि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप बिना किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन के चुनाव लड़ रही है.
रिवोल्यूशनरी गोअंस, गोएंचो स्वाभिमान पार्टी, जय महाभारत पार्टी और संभाजी ब्रिगेड के प्रत्याशियों के अलावा 68 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं.
कुणाल ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि सभी उम्मीदवारों के लिए एक समान अवसर हो. हम मतदान अधिकारियों के जरिये तैयारियों पर भी नजर रख रहे हैं.’
कुल 105 महिला मतदान केंद्र हैं, जिन्हें ‘पिंक बूथ’ भी कहा जाता है. राज्य में 2017 के चुनाव के दौरान 82.56 प्रतिशत मतदान हुआ था. उस वक्त कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13 सीटें मिली थीं.
पंजाब विधानसभा चुनाव
अमरिंदर की सरकार दिल्ली से भाजपा चला रही थी: प्रियंका गांधी
कोटकपुरा: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली पंजाब सरकार को इसलिए हटाना पड़ा, क्योंकि उसे दिल्ली से भाजपा चला रही थी.
उन्होंने आम आदमी पार्टी पर भी हमला करते हुए उस पर दिल्ली में कुछ भी न करने का आरोप लगाया और कहा कि उसकी सरकार ‘नाकाम’ रही है.
प्रियंका आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कोटकपुरा में ‘नवी सोच, नवा पंजाब’ जनसभा को संबोधित कर रही थीं.
मुख्यमंत्री के तौर पर सिंह के कार्यकाल का जिक्र करते हुए प्रियंका ने उनका नाम लिए बिना कहा, ‘यह सच है कि पांच साल तक यहां हमारी सरकार थी, यह भी सच है कि उस सरकार में कुछ खामियां थीं. यह अपने रास्ते से कहीं भटक गई थी. उस सरकार ने पंजाब से चलना बंद कर दिया था. सरकार दिल्ली से चलायी जा रही थी और वो भी कांग्रेस द्वारा नहीं बल्कि भाजपा और भाजपा नीत सरकार द्वारा.’
उन्होंने कहा, ‘यह छिपा गठजोड़ आज सामने आ गया है, इसलिए हमें उस सरकार को बदलना पड़ा.’
सिंह ने पिछले साल सितंबर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी और अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) बनाई.
पीएलसी, भाजपा और सुखदेव सिंह ढींढसा की अगुवायी वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रही है.
आप के दिल्ली मॉडल को लेकर उस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव ने मतदाताओं को आप के दावों के जाल में फंसने को लेकर आगाह किया.
उन्होंने कहा, ‘एक और पार्टी है, जो दिल्ली से आई है. आपको विज्ञापनों के जरिये दिल्ली मॉडल दिखाया जा रहा है और लोग आपके पास आकर दिल्ली मॉडल का प्रचार कर रहे हैं तथा दिल्ली में सरकार द्वारा किए गए कामों का प्रचार कर रहे हैं.’
प्रियंका ने जनसभा में एकत्रित लोगों से कहा कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि भाजपा गुजरात मॉडल के दम पर 2014 में केंद्र में सत्ता में आई थी.
उन्होंने कहा, ‘बड़े-बड़े विज्ञापनों में दावा किया गया कि गुजरात में बहुत ज्यादा विकास हुआ, हर कोई अमीर बन रहा है, सब कुछ कुशल मंगल है. लेकिन क्या हुआ? वह मॉडल केवल विज्ञापनों में दिखा.’
उन्होंने कहा कि आप सरकार दिल्ली में ‘नाकाम’ रही है.
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और मतगणना 10 मार्च को होगी.
कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने भाजपा की सभा में हिस्सा लिया, पति अमरिंदर के लिए वोट मांगा
पटियाला: कांग्रेस सांसद परनीत कौर बीते शनिवार को पटियाला में भाजपा की एक बैठक में शामिल हुईं और पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने पति तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए वोट मांगा.
पिछले साल पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कड़वाहट कारण कांग्रेस आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) बनाई थी.
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पीएलसी, भाजपा और शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रही है. अमरिंदर पटियाला शहरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं .
मेरे पिता फिर से चुनाव जीतेंगे: अमरिंदर सिंह की बेटी ने जताया भरोसा
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) से अपने गृह क्षेत्र पटियाला शहरी सीट से फिर चुनाव मैदान में उतरे हैं और ऐसे में अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार कर रहीं सिंह की बेटी जय इंदर कौर ने भरोसा जताया कि उनके पिता एक बार फिर विजय हासिल करेंगे.
दो बार मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर सिंह और उनके परिवार की पटियाला निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पकड़ है. पटियाला के पूर्ववर्ती राजपरिवार के वंशज सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर 2002, 2007, 2012 और 2017 में पटियाला शहरी सीट से चुनाव जीता था.
कौर अपने पिता के लिए घर-घर जाकर प्रचार कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘हम पटियाला में समग्र विकास के आधार पर वोट मांग रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा चुनाव प्रचार सही दिशा में जा रहा है. हम जहां कहीं जा रहे हैं, हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. हम जीत हासिल करेंगे.’ सिंह की बेटी ने कहा, ‘हम घर-घर और बाजारों में जा रहे हैं तथा सभाएं आयोजित कर रहे हैं.’
कौर ने पिछले चुनाव में भी अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार किया था. उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता भी उन्हें अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘वे हमारा समर्थन कर रहे हैं और वे सभी जगह हमारे साथ जा रहे हैं. यह बहुत अच्छी स्थिति है.’
सिंह के खिलाफ कांग्रेस के विष्णु शर्मा, शिरोमणि अकाली दल के हरपाल जुनेजा और आम आदमी पार्टी के अजीत पाल सिंह कोहली मैदान में हैं. पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी.
भगवंत मान ने लोगों से ‘आप’ के लिए मतदान करने की अपील की
धुरी: पंजाब विधानसभा चुनाव में ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने लोगों से उनकी पार्टी के लिए मतदान करने की अपील की है.
उन्होंने धुरी सीट के बेनड़ा गांव से शनिवार को अपनी प्रचार मुहिम की शुरुआत की. प्रचार के दौरान एक नवोदित गायक ने मतदाताओं के लिए गीत गाकर ‘आप’ के लिए मतदान करने और राज्य को ‘बचाने’ की अपील की.
मान ने बेनड़ा गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘20 फरवरी को झाड़ू को वोट देना. (ईवीएम पर) हमारा बटन तीसरे स्थान पर है, लेकिन हम पहले नंबर पर आएंगे.’
इसके बाद उन्होंने कुछ देर लोगों को संबोधित किया और काफिला दूसरे गांव की ओर चल पड़ा, जहां मान और पंजाबी फिल्म अभिनेता करमजीत अनमोल ने कवि संत राम उदासी का एक प्रसिद्ध गीत गाया और कहा, ‘10 मार्च को पंजाब में नया सूर्योदय होगा.’ इस दौरान पंजाबी अभिनेता देव खरौड़ भी उनके साथ थे.
मान संगरूर जिले की धुरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह संगरूर संसदीय सीट से दो बार सांसद रहे हैं. मान को राज्य में अगली सरकार बनाने का भरोसा है और धुरी के भी कई निवासी ‘आप’ को एक मौका देने के लिए तैयार दिख रहे हैं.
धुरी सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायक दलवीर सिंह गोल्डी और शिरोमणि अकाली दल ने प्रकाश चंद गर्ग को उम्मीदवार बनाया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)