10 फरवरी को मेरठ ज़िले में सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव सलावा के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो पहले चरण के वोट डाले जा रहे थे. आरोप है कि मतदान के दौरान भाजपा विधायक संगीत सोम और उनके समर्थकों ने पीठासीन अधिकारी अश्विनी कुमार की पिटाई कर दी थी और बूथ पर लगे वेबकैम को भी उखाड़ कर ले गए थे. विधायक कथित तौर पर मतदान की धीमी गति को लेकर नाराज़ थे.
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में बृहस्पतिवार को पहले चरण के चुनाव के दौरान सरधना के सलावा गांव में बूथ पर मौजूद पीठासीन अधिकारी की कथित पिटाई के मामले में सरधना विधानसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी ठाकुर संगीत सोम के खिलाफ सरधना थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
बता दें कि 10 फरवरी को सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव सलावा के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में भी वोट डाले जा रहे थे. आरोप है कि मतदान के दौरान विधायक और उनके समर्थकों ने पीठासीन अधिकारी अश्विनी कुमार की पिटाई कर दी थी. बूथ पर लगे वेबकैम को भी उखाड़ कर ले गए थे. फोर्स ने जैसे-तैसे स्थिति को नियंत्रित किया था. बाद में एसएसपी और डीएम भी सलावा गांव पहुंचे थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि संगीत सोम और उनके समर्थक 10 फरवरी को दोपहर करीब 3 बजे मेरठ जिले के सलावा गांव में बूथ 131 पर पहुंचे, क्योंकि वह बाहर मतदाताओं की लंबी कतार से नाराज थे. बूथ के अंदर सोम की मतदान की कथित धीमी गति को लेकर पीठासीन अधिकारी के साथ तीखी बहस हुई और इसके बाद उन्होंने अधिकारी को थप्पड़ मार दिया.
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण केशव कुमार ने 11 फरवरी को बताया कि बृहस्पतिवार (10 फरवरी ) देर रात पीठासीन अधिकारी से मारपीट के मामले में पुलिस की तरफ से विधायक संगीत सोम और उनके समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 392, 323, 504, 506, 188 के अलावा चुनाव अधिनियम की धारा 171 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि पीठासीन अधिकारी द्वारा घटना के बारे में तहरीर देने से इनकार के बाद पुलिस की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बीते शनिवार को बताया, ‘हमने गुरुवार को पीठासीन अधिकारी अश्विनी शर्मा के लगभग 10 घंटे तक शिकायत दर्ज कराने का इंतजार किया, लेकिन वह नहीं आए. इसके बाद सरधना थाने के प्रभारी लक्ष्मण वर्मा द्वारा विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.’
मामले को और मजबूत करने के लिए पुलिस ने पीठासीन अधिकारी को अपना बयान दर्ज करने के लिए कहा है. ये जानकारी देते हुए एसएसपी ने कहा, ‘हमने उसी दिन प्राथमिकी की प्रति चुनाव आयोग को भेज दी थी.’
सरधना से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सोम लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, ताजा प्राथमिकी में संगीत सोम के खिलाफ मामलों की संख्या आठ हो गई है, हालांकि उनमें से किसी में भी उन्हें अभी तक दोषी नहीं ठहराया गया है.
सोम 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के मामले में भी आरोपी थे, लेकिन पिछले साल एक स्थानीय अदालत ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी.
इसके अलावा आरोप है कि सलावा में पीठासीन अधिकारी से मारपीट की घटना से पहले बीजेपी प्रत्याशी विधायक संगीत सोम के समर्थकों ने वोट डालने जा रहे गांव निवासी सुंदरलाल की भी पिटाई कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने कुलदीप, देवपाल, खचेड़ू, अवनीश के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है.
इधर, मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट पर से सपा प्रत्याशी आदिल चौधरी और पार्टी नेता विपिन मनोठिया के साथ शास्त्रीनगर के ब्लॉक में मारपीट का मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत के मुताबिक, आरोप है कि भाजपा प्रत्याशी सोमेंद्र तोमर के समर्थकों ने हमला बोलते हुए उन्हें दौड़ाकर पीटा. इसकी जानकारी लगने पर सपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे.
मेडिकल थाना प्रभारी संतशरण सिंह ने बताया कि विपिन मनोठियां की तहरीर पर भाजपा के चार कार्यकर्ताओं और करीब 150 अज्ञात कार्यकताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)