भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,28,22,473 हो गई है और मौत का आंकड़ा 5,11,903 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के 42.30 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक 58.81 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के दैनिक मामले 51 दिनों बाद 20,000 से कम हैं, जिससे महामारी के कुल मामलों की संख्या 4,28,22,473 पर पहुंच गई है, जबकि संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 2,24,187 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 19,968 नए मामले सामने आए, जबकि 673 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,11,903 हो गई है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 42,30,86,835 हो गए हैं और अब तक 58,81,977 लोगों की जान जा चुकी है.
मंत्रालय के अनुसार, भारत में पिछले साल 30 दिसंबर को कोरोना वायरस संक्रमण के 16,764 मामले सामने आए थे. उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.52 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.28 प्रतिशत है.
पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 29,552 की कमी दर्ज की गई है. संक्रमण की दैनिक दर 1.68 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.27 प्रतिशत दर्ज की गई.
इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,20,86,383 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.20 फीसदी है. देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 175.37 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी है.
आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे के दौरान देश में जिन 673 और लोगों ने जान गंवाई है, उनमें से 524 की मौत केरल में और 29 की मौत महाराष्ट्र में हुई.
केरल में जिन 524 लोगों की मौत हुई है उनमें से 16 की पिछले 24 घंटे में जबकि 96 लोगों की मौत पिछले कुछ दिनों में हुई लेकिन दस्तावेज देर से मिलने के कारण इन्हें दर्ज नहीं किया गया था और 412 मौतों को केंद्र के नए दिशा निर्देशों और उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौत की संख्या में जोड़ा गया.
देश में अभी तक इस महामारी से 5,11,903 लोग जान गंवा चुके हैं. इनमें से 1,43,576 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 64,053 की केरल में, 39,777 की कर्नाटक, 37,977 की तमिलनाडु, 26,097 की दिल्ली, 23,426 की उत्तर प्रदेश और 21,119 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
वायरस के मामले और मौतें
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 19 फरवरी को 22,270, 18 फरवरी को 25,920, 17 फरवरी को 30,757, 16 फरवरी को 30,615, 15 फरवरी को 27,409, 14 फरवरी को 34,113, 13 फरवरी को 44,877, 12 फरवरी को 50,407, 11 फरवरी को 58,077, 10 फरवरी को 67,084, नौ फरवरी को 71,365, आठ फरवरी को 67,597, सात फरवरी को 83,876, छह फरवरी को 1,07,474, पांच फरवरी को 1,27,952, चार फरवरी को 1,49,394, तीन फरवरी को 1,72,433, दो फरवरी को 1,61,386 और एक फरवरी को 1,67,059 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 19 फरवरी को 325, 18 फरवरी को 492, 17 फरवरी को 541, 16 फरवरी को 514, 15 फरवरी को 347, 14 फरवरी को 346, 13 फरवरी को 684, 12 फरवरी को 804, 11 फरवरी को 657, 10 फरवरी को 1,241, नौ फरवरी को 1,217, आठ फरवरी को 1,188, सात फरवरी को 895, छह फरवरी को 865, पांच फरवरी को 1,059, चार फरवरी को 1,072, तीन फरवरी को 1008, दो फरवरी को 1,733 और एक फरवरी को 1,192 लोगों की मौत हुई थी.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
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(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)