उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में केद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक चुनावी रैली का संबोधित कर रहे थे, जब सेना में नौकरी तलाश रहे नाराज़ युवाओं ने नारेबाज़ी की. राजनाथ सिंह ने युवाओं को शांत कराते हुए भर्ती का आश्वासन दिया और फ़िर भारत माता की जय के नारे लगाने का आग्रह किया.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में एक चुनावी रैली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भाषण भारतीय सेना में नौकरी की तलाश में खड़े युवाओं द्वारा नारे लगाने की वजह बाधित किए जाने का मामला सामने आया है.
इसके बाद मंच पर मौजूद रक्षा मंत्री ने विरोध के बारे में पूछताछ की और फिर आश्वासन दिया कि भर्ती होगी. रैली में ‘सेना भर्ती चालू करो’ और ‘हमारी मांगे पूरी करो’ जैसे नारे लगाए जा रहे थे.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद राजनाथ सिंह ने ‘होगी… होगी…’, ‘चिंता मत करो…’ कहकर विरोध कर रहे युवाओं को शांत करने की कोशिश की.
उन्होंने समझाते हुए कहा, ‘आपकी चिंता हमारी भी है. कोरोना वायरस के कारण कुछ कठिनाइयां थीं.’
इसके बाद राजनाथ सिंह के आग्रह पर सभी ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘अगर यूपी में फिर से सत्ता में आती है, तो भाजपा सरकार हर साल होली और दिवाली के अवसर पर मुफ्त एलपीजी गैस सिलेंडर प्रदान करेगी.’
पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी करने वाली भाजपा ने राज्य में प्रत्येक परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी या स्वरोजगार के अवसर देने का वादा किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था कि उनकी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में सरकारी और निजी क्षेत्र में करोड़ों नौकरियां और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए हैं.
हालांकि इस दावे का जोरदार विरोध किया गया है. खासकर राज्य के कोचिंग हब इलाहाबाद में जहां पुलिस ने पिछले महीने रेलवे परीक्षा में गड़बड़ी का विरोध कर रहे छात्रों पर हमला कर दिया था.
यूपी में भाजपा के मुख्य प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव ने सत्ता में आने पर लाखों नौकरियों और मौजूदा सरकारी नौकरियों को नियमित करने का वादा किया है.
भाजपा के कई समर्थकों ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि स्वतंत्र थिंक टैंक सीएमआईई (CMIE) के आंकड़े से पता चलता है कि यूपी की बेरोजगारी दर 2017 में अखिलेश यादव के शासन के दौरान 17.5 प्रतिशत से घटकर 4.2 प्रतिशत हो गई है.
हालांकि सीएमआईई का डेटा वास्तव में दिखाता है कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान बेरोजगारी दर 4.9 प्रतिशत है, जबकि भाजपा के सत्ता में आने से ठीक पहले जनवरी-अप्रैल 2017 के बीच यह दर 3.8 प्रतिशत थी.
रिपोर्ट के अनुसार, युवाओं में बेरोजगारी दर जनवरी-अप्रैल 2017 के बीच 7.9 प्रतिशत से लगभग दोगुनी होकर मार्च-अगस्त 2021 के बीच 13.34 प्रतिशत हो गई है.
सात चरणों में हुए मतदान में दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. राज्य के 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर रविवार को तीसरे चरण का मतदान जारी है.