केरल में माकपा कार्यकर्ता और कर्नाटक में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या

केरल के कन्नूर में घटना को लेकर माकपा ने आरोप लगाया है कि उसके कार्यकर्ता की आरएसएस-भाजपा के लोगों ने हत्या की है. हालांकि भाजपा ने इन आरोपों से इनकार किया है. वहीं, कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के 23 वर्षीय एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर चाकू से गोदकर हत्या के बाद एहतियातन शहर में धारा 144 लागू की गई है.

/
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

केरल के कन्नूर में घटना को लेकर माकपा ने आरोप लगाया है कि उसके कार्यकर्ता की आरएसएस-भाजपा के लोगों ने हत्या की है. हालांकि भाजपा ने इन आरोपों से इनकार किया है. वहीं, कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के 23 वर्षीय एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर चाकू से गोदकर हत्या के बाद एहतियातन शहर में धारा 144 लागू की गई है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

कन्नूर/शिवमोगा: केरल के कन्नूर जिले में तलास्सेरी के पास रविवार देर रात मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. वहीं कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है.

केरल पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पेशे से मछुआरे कोरमबिल हरिदास पर रविवार देर रात करीब डेढ़ बजे हमलावरों ने न्यू माहे के निकट पुन्नोल में उनके घर के सामने तब हमला किया जब वह काम से लौट रहे थे.

पुलिस ने बताया कि 54 वर्षीय पीड़ित को पड़ोसी तलास्सेरी के अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि शव को परियारम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रखा गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पास ही रहने वाले हरिदास के रिश्तेदार उन्हें तलास्सेरी के एक अस्पताल में ले गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. परिजनों ने पुलिस को बताया कि चार सदस्यीय गिरोह हमले के बाद दो बाइक पर मौके से फरार हो गया था.

केरल पुलिस ने बताया कि पुन्नोल इलाके में करीब एक सप्ताह पहले भारतीय जनता पार्टी और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी.

माकपा ने आरोप लगाया है कि उसके कार्यकर्ता की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस)-भाजपा के लोगों ने हत्या की है. हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों से इनकार किया है.

माकपा ने आरोप लगाया कि हरिदास पर ‘आरएसएस कार्यकर्ताओं ने बर्बर हमला किया और उस पर धारदार हथियार से कई बार वार किए और उसका एक पैर काट दिया’ ताकि उसकी मौत सुनिश्चित हो सके. हालांकि, आरएसएस ने इस आरोप पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.

माकपा ने हत्या के विरोध में तलास्सेरी नगर पालिका और न्यू माहे पंचायत में सोमवार को हड़ताल बुलाई है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हत्या के कुछ घंटे बाद पिछले सप्ताह का एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता को माकपा को याद दिलाते हुए सुना गया कि पार्टी ने अतीत में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला करने वालों के साथ कैसा व्यवहार किया था.

वीडियो में स्थानीय भाजपा नेता के. लिजेश एक स्थानीय मंदिर उत्सव को लेकर विवाद के सिलसिले में माकपा द्वारा भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं पर कथित हमले के विरोध में आयोजित एक बैठक में बोल रहे थे.

पुलिस ने कन्नूर जिले में खासकर तलास्सेरी में सुरक्षा कड़ी कर दी है, ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो. इस क्षेत्र में माकपा और संघ परिवार की राजनीतिक हत्याओं का एक लंबा इतिहास रहा है.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि पिछले सप्ताह इलाके में एक मंदिर में उत्सव को लेकर माकपा और आरएसएस के बीच तनाव पैदा हो गया था. विवाद को लेकर दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. भाजपा ने कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में मार्च निकाला था.

रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे ही एक मार्च में स्थानीय भाजपा नेता और तलास्सेरी नगर पालिका के पार्षद के. लिजेश ने माकपा को चेतावनी दी थी कि अगर वे भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाते हैं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

अपने भाषण के एक वीडियो में लिजेश को यह कहते हुए सुना गया था, ‘एकजुट तरीके से पार्टी के दो लोगों के नेतृत्व में माकपा के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं पर बेरहमी से हमला किया था. संघ परिवार ने इस मामले को बहुत भावनात्मक रूप से उठाया है. हमारे पास इस बारे में एक स्पष्ट विचार है कि हमारे कार्यकर्ताओं पर हाथ रखने वालों से कैसे निपटा जाए.’

वे आगे कहते नज़र आते हैं, ‘माकपा पिछली घटनाओं की जांच करके यह महसूस कर सकती है कि ऐसी घटनाओं से कैसे निपटा जाएगा. हमारा क्षेत्र जहां शांति कायम है, दो खूंखार अपराधियों की गुंडागर्दी के कारण अराजकता के दिनों में जाने की जरूरत नहीं है. इस घटना को जनता के सामने बेनकाब करने के लिए भाजपा यह विरोध प्रदर्शन कर रही है.’

कन्नूर के माकपा जिला सचिव एमवी जयराजन ने कहा कि इस घटना ने भाजपा और आरएसएस के क्रूर चेहरे को उजागर कर दिया है, जो कन्नूर में राजनीतिक हत्याओं को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं.

उन्होंने कहा, ‘मंदिर में मुद्दा दोनों पक्षों के बीच सुलझा लिया गया था और इसका कोई राजनीतिक पक्ष नहीं था. हम हमेशा संयमित रहे हैं.’

रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि कन्नूर भाजपा के जिलाध्यक्ष एन. हरिदास ने कहा कि माकपा पुलिस द्वारा जांच शुरू करने से पहले ही आरएसएस पर आरोप लगा रही है.

उन्होंने कहा, ‘माकपा नेताओं को पुलिस का काम करने की जरूरत नहीं है. जांच एजेंसी को यह पता लगाने दें कि हत्या के पीछे कौन है. तलास्सेरी में हुई हत्या में आरएसएस या भाजपा की कोई भूमिका नहीं है.’

हत्या की निंदा करते हुए माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने दावा किया कि कन्नूर में माकपा कार्यकर्ता की हत्या के पीछे आरएसएस के प्रशिक्षित लोग थे.

उन्होंने कहा, ‘दो महीने पहले भाजपा ने केरल में 3,000 लोगों को प्रशिक्षण दिया था. जिन लोगों को ऐसे शिविरों में प्रशिक्षित किया गया था, वे हत्या के पीछे हैं, जिसे भाजपा और आरएसएस नेतृत्व की मिलीभगत से अंजाम दिया गया था.’

कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या

इधर, कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के 23 वर्षीय एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद एहतियातन शहर में धारा 144 लागू की गई है. पुलिस ने यह जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि भारती कॉलोनी की रवि वर्मा गली में रविवार रात अज्ञात हमलावरों ने हर्षा नामक व्यक्ति की कथित तौर पर चाकू से गोदकर हत्या कर दी.

हर्षा जिले के सीगेहट्टी में दर्जी का काम करते थे. हमला रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुआ और हत्या के बाद कई वाहनों में आग लगा दी गई.

पुलिस के अनुसार, यह शहर बेंगलुरु से करीब 250 किलोमीटर दूर है, जहां हाल ही में हिजाब पहनने को लेकर कुछ महाविद्यालयों में विवाद उत्पन्न हो गया था. हालांकि, रविवार को हुई हत्या के पीछे के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है.

घटना के बाद मृतक के समर्थक सड़कों पर उतर आए और अपना आक्रोश प्रकट किया. टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो में वे पथराव करते नजर आ रहे हैं, लेकिन उनका निशाना कौन था यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है.

इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अर्गा ज्ञानेंद्र शिवमोगा पहुंचे और कार्यकर्ता के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि पुलिस को कुछ पुख्ता सबूत मिले हैं और घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

ज्ञानेंद्र ने पत्रकारों से कहा, ‘23 वर्षीय एक युवक की हत्या की गई है. ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. पुलिस को सबूत मिले हैं और घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.’

उपायुक्त आर. सेल्वामणि ने पत्रकारों को बताया कि शहर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं.

सेल्वामणि ने कहा, ‘पुलिस मामले की जांच कर रही है और अपराधियों का पता लगाने की कोशिश जारी है. शहर में धारा 144 लागू की गई है. इसलिए स्कूल और कॉलेज में एक दिन की छुट्टी रहेगी.’

पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि घटना में शामिल अपराधियों का पता लगाने के लिए एक कार्यबल का गठन किया गया है.

प्रसाद ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता उनका (घटना में शामिल अपराधियों का) पता लगाना और उन्हें सजा दिलवाना है. हम लोगों से सहयोग करने और कोई भावनात्मक कदम नहीं उठाने की अपील करते हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)