एयर इंडिया के नए प्रमुख की विदेशी पृष्ठभूमि को जांचेगा गृह मंत्रालय

बीते जनवरी में सरकार से एयरलाइन का नियंत्रण लेने वाले टाटा समूह ने तुर्की के नागरिक इल्कर आयजी को एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ नियुक्त करने की घोषणा की थी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि स्थापित परंपरा के अनुरूप भारत में अहम पदों पर नियुक्त होने वाले सभी विदेशी नागरिकों की पृष्ठभूमि का परीक्षण किया जाता है और आयजी के मामले में भी ऐसा ही किया जाएगा.

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इल्कर आयजी. (फोटो: रॉयटर्स)

बीते जनवरी में सरकार से एयरलाइन का नियंत्रण लेने वाले टाटा समूह ने तुर्की के नागरिक इल्कर आयजी को एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ नियुक्त करने की घोषणा की थी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि स्थापित परंपरा के अनुरूप भारत में अहम पदों पर नियुक्त होने वाले सभी विदेशी नागरिकों की पृष्ठभूमि का परीक्षण किया जाता है और आयजी के मामले में भी ऐसा ही किया जाएगा.

इल्कर आयजी. (फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: गृह मंत्रालय टाटा समूह के नियंत्रण में गई विमानन कंपनी एयर इंडिया के नवनियुक्त प्रबंध निदेशक एवं सीईओ इल्कर आयजी की पृष्ठभूमि का विस्तृत परीक्षण करेगा.

आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को कहा कि स्थापित परंपरा के अनुरूप भारत में अहम पदों पर नियुक्त होने वाले सभी विदेशी नागरिकों की पृष्ठभूमि का परीक्षण किया जाता है और आयजी के मामले में भी इस परंपरा का पूरी निष्ठा से निर्वहन किया जाएगा.

टाटा समूह ने कुछ दिन पहले ही तुर्की के नागरिक आयजी को एयर इंडिया का नया प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने की घोषणा की थी. टाटा ने जनवरी के अंत में इस एयरलाइन का नियंत्रण सरकार से अपने हाथ में लिया था.

बता दें कि अक्टूबर में टाटा संस ने 18,000 करोड़ रूपये के कर्ज में डूबी एयर इंडिया के लिए बोली जीती थी.

सूत्रों के मुताबिक, आयजी की नियुक्ति के बारे में गृह मंत्रालय को अभी तक टाटा समूह या नागरिक उड्डयन मंत्रालय में से किसी से भी कोई सूचना नहीं मिली है. यह सूचना मिलते ही सुरक्षा जांच की समूची प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.

आयजी के तुर्की का नागरिक होने से गृह मंत्रालय उनके बारे में जानकारी जुटाने के लिए भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) से भी मदद ले सकती है.

आयजी तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रेसप तैयप एर्दोगान के सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं. वर्ष 1994-98 की इस अवधि में एर्दोगान इस्तांबुल के मेयर हुआ करते थे.

आयजी एयर इंडिया के साथ जुड़ने के पहले वर्ष 2015 से लेकर 2022 की शुरुआत तक टर्किश एयरलाइंस के चेयरमैन थे. उन्हें इस एयरलाइन की कायापलट करने का श्रेय दिया जाता है.