देश में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,28,51,929 हो गई है और इसके चलते अब तक 5,12,344 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 42.59 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 58.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में गत एक दिन में कोरोना वायरस से संक्रमण के 13,405 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,28,51,929 हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार 49 दिन के बाद देश में कोविड के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर दो लाख से कम रह गई है.
सुबह आठ बजे के आंकड़ों के अनुसार, गत 24 घंटे में महामारी से 235 मरीजों की मौत हुई जिससे कुल मृतकों की संख्या 5,12,344 तक पहुंच गई है. आंकड़ों के मुताबिक यह लगातार 16वां दिन है जब संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या एक लाख से कम रही है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 42,59,57,142 हो गए हैं और अब तक 58,90,901 लोगों की जान जा चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,81,075 है जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.42 प्रतिशत है. इसके साथ ही कोविड-19 से पीड़ित होकर ठीक होने की दर बढ़कर 98.38 प्रतिशत हो गई है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 21,056 की कमी दर्ज की गई.
संक्रमण की दैनिक दर 1.24 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक दर 1.98 प्रतिशत दर्ज की गई. मंत्रालय ने कहा कि अब तक 4,21,58,510 लोग ठीक हो चुके हैं और महामारी से होने वाली मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है. देश में कोविड रोधी टीके की अब तक 175.83 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 से गत 24 घंटे के दौरान हुई 235 मौत में से 128 केरल और 21 कर्नाटक से दर्ज की गई. देश में अब तक महामारी से 5,12,344 मरीजों की मौत हो चुकी है.
आंकड़ों के मुताबिक महामारी से अबतक सबसे अधिक 1,43,586 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है.वहीं केरल में 64,273 मरीजों की, कर्नाटक में 39,816 मरीजों, तमिलनाडु में 37,981 मरीजों की, दिल्ली में 26,105 मरीजों की, उत्तर प्रदेश में 23,435 मरीजों की और पश्चिम बंगाल में 21,143 मरीजों की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
वायरस के मामले और मौतें
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 21 फरवरी को 16,051, 20 फरवरी को 19,968, 19 फरवरी को 22,270, 18 फरवरी को 25,920, 17 फरवरी को 30,757, 16 फरवरी को 30,615, 15 फरवरी को 27,409, 14 फरवरी को 34,113, 13 फरवरी को 44,877, 12 फरवरी को 50,407, 11 फरवरी को 58,077, 10 फरवरी को 67,084, नौ फरवरी को 71,365, आठ फरवरी को 67,597, सात फरवरी को 83,876, छह फरवरी को 1,07,474, पांच फरवरी को 1,27,952, चार फरवरी को 1,49,394, तीन फरवरी को 1,72,433, दो फरवरी को 1,61,386 और एक फरवरी को 1,67,059 नए मामले दर्ज किए गए थे.
इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो बीते 21 फरवरी को 206, 20 फरवरी को 673, 19 फरवरी को 325, 18 फरवरी को 492, 17 फरवरी को 541, 16 फरवरी को 514, 15 फरवरी को 347, 14 फरवरी को 346, 13 फरवरी को 684, 12 फरवरी को 804, 11 फरवरी को 657, 10 फरवरी को 1,241, नौ फरवरी को 1,217, आठ फरवरी को 1,188, सात फरवरी को 895, छह फरवरी को 865, पांच फरवरी को 1,059, चार फरवरी को 1,072, तीन फरवरी को 1008, दो फरवरी को 1,733 और एक फरवरी को 1,192 लोगों की मौत हुई थी.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
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(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)