उत्तर प्रदेश: सरकारी दुकान से खरीदी देसी शराब पीने के बाद 13 लोगों की मौत, कई बीमार

आजमगढ़ ज़िले की फूलपुर तहसील के माहुल नगर पंचायत इलाके का मामला. बीते 20 फरवरी को कई लोगों ने सरकारी दुकान से देसी शराब खरीद कर पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी. इस मामले में दुकान के दो सेल्समैन गिरफ़्तार हुए हैं, साथ ही आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

आजमगढ़ ज़िले की फूलपुर तहसील के माहुल नगर पंचायत इलाके का मामला. बीते 20 फरवरी को कई लोगों ने सरकारी दुकान से देसी शराब खरीद कर पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी. इस मामले में दुकान के दो सेल्समैन गिरफ़्तार हुए हैं, साथ ही आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

आज़मगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की फूलपुर तहसील के माहुल नगर पंचायत इलाके में शराब पीने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई तथा कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन सभी लोगों ने देसी शराब की सरकारी दुकान से शराब खरीदी थी.

अमर उजाला के मुताबिक देसी शराब की दुकान से रविवार की शाम खरीदी गई जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा इलाज के दौरान तीन और लोगों ने दम तोड़ दिया. अब मृतकों की कुल संख्या 13 हो गई है. 50 से अधिक लोग अभी बीमार हैं.

इस मामले में दुकान के दो सेल्समैन को गिरफ्तार किया गया है और आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

हालांकि, आज़मगढ़ के जिलाधिकारी (डीएम) अमृत त्रिपाठी ने मात्र तीन लोगों की मौत शराब से होने की पुष्टि की है.

अमृत त्रिपाठी के अनुसार, अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल नगर पंचायत में सरकारी देशी शराब की दुकान से रविवार शाम को खरीदी गई शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई है. मृतकों की पहचान झब्बू सोनकर (52), राम करन सोनकर (55) और रामप्रीत (55) के तौर पर हुई है.

उन्होंने बताया कि करीब एक दर्जन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

लखनऊ में अपर मुख्य सचिव (आबकारी) संजय भूसरेड्डी ने बताया कि आबकारी विभाग के आजमगढ़ में निरीक्षक नीरज सिंह, सुमन कुमार पाण्डेय (आबकारी आरक्षक) तथा राजेंद्र प्रताप सिंह (आबकारी आरक्षक) को निलंबित किया गया है और इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी.

जिलाधिकारी त्रिपाठी ने बताया कि थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही के लिए शासन को संस्तुति भेजी गई है. इस मामले में दुकान के दो सेल्समैन को गिरफ्तार कर लिया गया है और दुकान का लाइसेंस जिसके नाम पर है, उसे गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है.

जिलाधिकारी ने बताया कि जो भी लोग इस अवैध कृत्य में संलिप्त होंगे उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) व गैंगस्टर कानून के तहत कार्यवाही की जाएगी और उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी.

बताया गया है कि घटना को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया था लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हे समझा बुझाकर शांत करवा दिया गया.

अमर उजाला के मुताबिक, इसी बीच, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि शराब कांड में चार नामजद सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. घटना में शामिल लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)