उत्तर प्रदेश: भाजपा विधायक के ख़िलाफ़ समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के आरोप में एफ़आईआर दर्ज

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार थमा. अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव बाद भाजपा वाले और महंगा कर देंगे पेट्रोल-डीज़ल. अमित शाह ने कहा कि चार चरणों के चुनाव में यूपी में सपा और बसपा का सूपड़ा साफ़. विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश साहनी ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदख़ल करना प्रमुख लक्ष्य. 32 साल पुराने ‘रोड रेज’ मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से दो हफ्ते में जवाब देने को कहा.

भाजपा नेता राघवेंद्र प्रताप सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार थमा. अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव बाद भाजपा वाले और महंगा कर देंगे पेट्रोल-डीज़ल. अमित शाह ने कहा कि चार चरणों के चुनाव में यूपी में सपा और बसपा का सूपड़ा साफ़. विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश साहनी ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदख़ल करना प्रमुख लक्ष्य. 32 साल पुराने ‘रोड रेज’ मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से दो हफ्ते में जवाब देने को कहा.

राघवेंद्र प्रताप सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

लखनऊ: पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज से दोबारा चुनाव लड़ रहे भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह पर पिछले सप्ताह एक जनसभा में कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषण देने का मामला दर्ज किया गया है. सिंह के खिलाफ पिछले 10 दिनों में यह दूसरी प्राथमिकी दर्ज है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के आधार पर भाजपा विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. थाना प्रभारी (डुमरियागंज) वकील पांडेय ने कहा कि सिंह, जो हिंदू युवा वाहिनी के राज्य प्रभारी भी हैं, पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सिंह को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘मुझे बताओ, क्या कोई मुस्लिम मुझे वोट देगा? तो ध्यान रहे कि अगर इस गांव के हिंदू दूसरे पक्ष का समर्थन करते हैं तो उनकी रगों में मुस्लिम खून है. वे देशद्रोही हैं.’

इससे पहले सिंह ने टिप्पणी करने की बात स्वीकार की, लेकिन साथ ही कहा कि उनका ‘किसी को भी धमकी देने का कोई इरादा नहीं था’. डुमरियागंज में तीन मार्च को मतदान होने हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार थमा

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए शुक्रवार शाम छह बजे प्रचार समाप्त हो गया. इस चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होगा.

(फोटो साभार: ट्विटर)

राज्‍य के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव के लिए शुक्रवार शाम छह बजे के बाद से प्रचार पर प्रभावी रूप से रोक लग गई है और यह रोक पांचवें चरण का मतदान समाप्त होने अर्थात 48 घंटे तक प्रभावी रहेगी.

उन्होंने बताया कि पांचवें चरण के मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है और 27 फरवरी को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी तरीके से मतदान संपन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं.

जानकारी के अनुसार पांचवें चरण में 692 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी राजनीतिक तकदीर का फैसला करीब 2.24 करोड़ मतदाता करेंगे. मतदान रविवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा.

पांचवें चरण में आने वाले जिलों में सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती एवं गोंडा जिले के अलावा अमेठी और रायबरेली जिला भी शामिल है, जिन्हें कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.

उल्लेखनीय है कि पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जिले कौशांबी के सिराथू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं, जिनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है.

पल्लवी पटेल की बहन और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल मौर्य के पक्ष में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं, जबकि शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्‍नी डिंपल यादव और सपा सांसद व मशहूर अभिनेत्री जया बच्चन भी पल्लवी पटेल का प्रचार करने सिराथू पहुंची थीं.

गृह मंत्री अमित शाह ने भी शुक्रवार को मौर्य समेत कई भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए सपा पर जमकर प्रहार किया.

पांचवें चरण में अयोध्या से लेकर इलाहाबाद और चित्रकूट जैसे धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मतदान होना है.

अमेठी की पूर्व रियासत के मुखिया संजय सिंह अमेठी में इस बार भाजपा से उम्मीदवार हैं, जबकि राज्‍य के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी, खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह इलाहाबाद जिले की पश्चिम विधानसभा सीट, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इसी जिले की दक्षिण सीट, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री गोंडा जिले की मनकापुर सुरक्षित और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं.

वर्ष 1993 से ही प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह इस बार अपनी जनसत्ता पार्टी के टिकट पर परंपरागत सीट पर चुनाव मैदान में हैं.

प्रतापगढ़ जिले में ही अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल समाजवादी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में भाजपा को टक्‍कर दे रही हैं. कृष्णा पटेल नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां हैं. विधानसभा में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा उर्फ मोना भी प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत रामपुर खास सीट से किस्मत आजमा रही हैं.

चौथे चरण का मतदान पूरा होने के बाद राज्य की 403 विधानसभा सीटों में अब तक 231 पर मतदान हो चुका है. अंतिम तीन चरणों में 27 फरवरी, तीन मार्च और सात मार्च को मतदान होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांचवें चरण के उन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार किया जहां मतदाता 27 फरवरी को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.

प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती देने के लिए व्यापक रूप से अलग अलग निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के मतदाताओं के लिए एक रैली को संबोधित किया था जो उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावों में उनकी पहली रैली थी.

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लंबे समय तक गांधी परिवार के गढ़ रहे अमेठी में एक संयुक्त रैली को संबोधित किया, जिसपर भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनावों के साथ-साथ 2019 के आम चुनाव में जीत हासिल की थी.

भाजपा की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी, प्रयागराज, कौशांबी और बहराइच में कई रैलियों को संबोधित किया. मोदी ने मुख्य रूप से वोट बैंक की राजनीति और परिवारवाद के मुद्दों पर विरोधियों पर हमला किया.

यूपी के आर्थिक पिछड़ेपन के लिए राहुल, प्रियंका ने गैर कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराया

अमेठी: उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गैर कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने एक संयुक्त रैली में शुक्रवार को कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं रहने के बावजूद लोगों को कामकाज के लिए अन्य राज्यों में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.

शुक्रवार के अमेठी में एक जनसभा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी. (फोटो: पीटीआई)

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को अमेठी में आयोजित रैली में कहा, ‘अमेठी से मेरा राजनीतिक रिश्ता नहीं है, यहां से घर परिवार का रिश्ता है. यहां के लोग जो भी मुझसे चाहेंगे, मैं उसे करने को तैयार हूं.’

राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए थे.

राहुल और प्रियंका ने विधानसभा चुनाव में मतदाताओं से जाति और धर्म के भावनात्मक मुद्दों पर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के और अपने अच्छे भविष्य के लिए वोट डालने के लिए कहा.

राहुल गांधी ने उपस्थित जनसमुदाय से कहा, ‘उत्तर प्रदेश में किसी चीज़ की कमी नहीं है और यह अन्य सभी राज्यों को पीछे छोड़ सकता है. आप पंजाब, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में आजीविका की तलाश में मजदूरों के रूप में काम करने जाते हैं. आपको यह यहां क्यों नहीं मिलता है? क्योंकि सालों तक आपने सपा, भाजपा और बसपा को चुना और इन सभी ने एक के बाद एक गलत वादे किए और आपसे पैसे चुराए, किसी ने आपको नहीं छोड़ा.’

राहुल का यह बयान उन प्रतिद्वंद्वियों के लिए एक जवाबी हमले के रूप में आया, जो आजीविका की तलाश में यूपी से लोगों के पलायन के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते रहे हैं. उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपने दम पर अकेले चुनाव मैदान में है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह केवल उन अरबपतियों के लिए काम कर रहे हैं, जो रोजगार नहीं देते हैं.

राहुल ने कहा, ‘मैं आप सब से सवाल पूछना चाहता हूं 2014 में नरेंद्र मोदी भाषण में कहते थे कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, आज वे किसी भी भाषण में कहीं भी रोजगार की बात नहीं करते हैं, जबकि देश में पिछले 40 सालों की सबसे ज्यादा बेरोजगारी है.’

राहुल ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ये क्यों नहीं कहते कि नोटबंदी के कारण, गलत जीएसटी के कारण, हिंदुस्तान में जो रोजगार देते थे, छोटे बिजनेस वाले, दुकानदार, मिडिल साइड बिजनेस वाले हिंदुस्तान के किसान- उन सब की रीढ़ की हड्डी तोड़ कर रख दी है मोदी ने. देश की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है.’

राहुल ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी कहते है, 70 साल हिंदुस्तान में कुछ नहीं हुआ. यहां पर ट्रिपल आईटी किसने लगाई? नेशनल हाईवे का जाल किसने बिछाया? हम फूड पार्क लाना चाहते थे, हिंदुस्तान पेपर लाना चाहते थे. अब आप हमें बताइए अमेठी को पिछले पांच सालों में क्या मिला है?’

भाजपा पर आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा, ‘आप देख लेना बीएचईएल, एचएएल इन सब के सब को वे एयर इंडिया की तरफ बेच देंगे. यह सब के सब देश के सबसे बड़े अरबपतियों के हवाले कर देंगे. आप मुझे बताओ कि यहां नोटबंदी से किसको फायदा हुआ? आप लाइन में खड़े थे, देश के अरबपति दिखे. अडानी, अंबानी क्या लाइन में दिखे?’

उन्होंने आगे कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने आपको कहा मैं काला धन लाऊंगा, उल्टा जो उनका (बड़े कारोबारी) काला धन था, उसको सफेद कर दिया. आप देखते रह गए, आप उनकी बातों में आ गए.’

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मतदाताओं को तय करना होगा कि क्या वे विकास की राजनीति चाहते हैं? ऐसी राजनीति जो जनत को समर्पित हो या जो आपको धर्म और जाति के नकली जाल में उलझाती हो और आपको अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरा करने के लिए गुमराह करती हो.

हाल ही में लखनऊ के एक इलाके की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हाल ही में एक इलाके में बच्चों से मिली और सभी योग्य थे, लेकिन बेरोजगार थे. क्या आपने अपने बच्चों को इसलिए पाला है कि उनका कोई भविष्य न हो और उन्हें एक बोरी अनाज मिलता रहें और आप उस पर निर्भर रहें. यह इन राजनीतिक दलों की साजिश है कि आपको गरीब रखा जाए, आपका पेट खाली रखा जाए ताकि आपकी भावनाओं का शोषण किया जा सके.’

अमेठी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों में 27 फरवरी को पांचवें चरण में मतदान होगा. 2017 के विधानसभा चुनाव में अमेठी में कांग्रेस का सफाया हो गया था, जिसे ‘गांधी परिवार का गढ़’ माना जाता था.

चार चरणों के चुनाव में यूपी में सपा और बसपा का सूपड़ा साफ: अमित शाह

कौशांबी: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रदेश में चार चरणों के विधानसभा चुनाव में सपा और बसपा का सूपड़ा साफ हो गया है.

अमित शाह. (फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के सिराथू में शुक्रवार को उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘चार चरण के चुनाव समाप्त हो गए हैं और चार चरण में घूम कर आया हूं, सपा और बसपा का सूपड़ा साफ हो गया है और 300 से ज्यादा सीटों के साथ फिर से यहां पर भाजपा की सरकार बनने जा रही है.’

सपा मुखिया को आड़े हाथों लेते हुये शाह ने कहा, ‘अखिलेश बाबू हैं, मेरी तरह ऐनक पहनते हैं, उनके भी दो ग्‍लास हैं, लेकिन अखिलेश जी के चश्मे के एक ग्‍लास से सिर्फ एक ही जाति दिखाई पड़ती है, जिसमें न मैं हूं और न आप हो.’

उन्होंने कहा कि अखिलेश के चश्मे के दूसरे ग्‍लास से सिर्फ एक धर्म दिखाई पड़ता है जिसमें न मैं ह‍ूं और न आप हो. उन्होंने भीड़ से पूछा कि आप उसमें दिखाई नहीं पड़ते तो विकास कैसे होगा.

शाह ने दावा किया कि यूपी के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के कल्याण का यज्ञ अगर किसी ने चालू किया तो हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी ने किया है.

उन्होंने कहा कि ये सामने जो सपा और बसपा है वह परिवारवादी, जातिवादी पार्टियां हैं, ये तुष्टिकरण करने वाले लोग हैं और इनके शासन के अंदर माफिया और बाहुबलियों का जमाना था.

शाह ने अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और आजम खान का नाम लेकर पूछा कि ये कहां हैं और जवाब मिला कि जेल में, फ‍िर शाह ने कहा कि अगर गलती से साइकिल की सवारी की तो ये जेल में नहीं रहेंगे.

उन्होंने कहा कि अगर इनको जेल में रखना चाहते हो तो कमल के निशान पर बटन दबाओ.

अपने संबोधन की शुरुआत में केशव प्रसाद मौर्य से आत्मीयता दर्शाते हुए शाह ने कहा, ‘मैं जानता कि सिराथू में इतनी बड़ी सभा होने वाली है तो मैं यहां आता ही नहीं क्योंकि यहां लगता है कि प्रचार करने की जरूरत नहीं है, जनता तय करके बैठी है कि केशव प्रसाद मौर्य को जिताना है, मगर मेरा आना निश्चित था भाई, 2013 से मेरा और केशव का भाई का रिश्ता है.’

उन्होंने केशव प्रसाद को दलितों, पिछड़ों और गरीबों को सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए कहा कि अपना दल की अनुप्रिया पटेल और निषाद राज की पार्टी हमारे साथ है और मैं यूपी की राजनीति को अच्छी तरह जानता हूं. अपना दल, निषाद राज पार्टी और भाजपा इकट्ठा हो तो उसे कोई हरा नहीं सकता है, ये भाजपा ही है जो देश को सलामत रखती है.

चुनाव बाद भाजपा वाले और महंगा कर देंगे पेट्रोल-डीज़ल: अखिलेश यादव

बहराइच: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर डीज़ल-पेट्रोल की क़ीमतों में बेतहाशा वृद्धि करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि जैसे ही चुनाव ख़त्म होगा भाजपा वाले डीज़ल-पेट्रोल को और महंगा कर देंगे.

अखिलेश यादव. (फोटो: पीटीआई)

बहराइच जिले के पयागपुर विधानसभा क्षेत्र के पैतोरा मोड़ पर सपा उम्मीदवार मुकेश श्रीवास्तव के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख ने भाजपा को जमकर खरी खोटी सुनाई.

उन्होंने कहा कि जब यह भाजपा वाले सरकार में आए तो इन्होंने डीजल-पेट्रोल कितना महंगा कर दिया कि हमारे गरीब भाइयों की गाड़ी भी नहीं चल पा रही है, किसानों का ट्रैक्टर नहीं चल पा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘याद रखना मैं कह कर जा रहा हूं और अखबार भी लिखने लगे हैं कि जैसे ही चुनाव खत्म होगा भाजपा वाले पेट्रोल भी ‘200 रुपये लीटर’ कर देंगे.’

अखिलेश ने कहा कि भाजपा वालों के बयानों और व्यवहार से लग रहा है कि हार के डर से वो हिंसा पर उतर आए हैं और उनका व्यवहार अब कुश्ती में हार रहे पहलवान जैसा हो गया है.

उन्होंने दावा किया कि चार चरणों में हम सीटों का डबल शतक लगा चुके हैं और पांचवें चरण में भाजपा का सफाया हो जाएगा.

सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी के बयान ‘अखिलेश 12 बजे सोकर उठते हैं’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हार के डर से मुख्यमंत्री के चेहरे पर 12 बजने लगे हैं.

उन्होंने कहा, ‘गाय मां भूखी है और उनकी जान जा रही है, कोई देखभाल करने वाला नहीं है. हमारी सरकार आई तो गायों की रक्षा का भी बेहतर प्रबंध करेंगे.’

यादव ने कोरोना की बदहाली का जिक्र किया और याद दिलाया कि सरकार ने कोरोना काल में जनता को अनाथ छोड़ दिया था. उन्होंने कहा कि जिनके परिवार नहीं हैं वो परिवारों के कष्ट नहीं जान सकते.

सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा: डिंपल यादव

कौशांबी: सपा के प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी एवं पूर्व सांसद डिंपल यादव ने शुक्रवार को कहा कि सपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है और जब सपा की सरकार बनेगी तो घोषणा-पत्र में किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा साथ ही सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा.

डिंपल यादव. (फोटो साभार: फेसबुक)

शुक्रवार को सिराथू में सपा की उम्मीदवार, अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल के समर्थन में आयोजित सभा में डिंपल यादव ने यह बात कही.

उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए कहा, ‘सिराथू के बेटे ने तो धोखा दे दिया, लेकिन मेरा मानना है कि सिराथू की जनता अब बहू (पल्लवी पटेल) को मौका देने वाली है, क्योंकि ये समझती हैं कि परिवार कैसे चलाया जाता है और आप सबकी जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं.’

यादव ने हाथरस और उन्नाव समेत राज्य में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की चर्चा करते हुए सपा को महिलाओं की हितैषी बताया और कहा कि सपा की सरकार बनने पर महिला सुरक्षा पर विशेष रूप से काम किया जाएगा और हर गांव में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए पुलिस में अलग सुरक्षा इकाई बनाई जाएगी.

उन्होंने कहा कि मौजूदा डबल इंजन की सरकार में जंग लग गया है और ऐसी जंग लगी सरकार को हटाकर उत्तर प्रदेश को पटरी पर लाने का समय आ गया है.

उन्होंने कहा, ‘इस बार तीन बहुएं एक साथ आई हैं, सिराथू की बहू पल्लवी पटेल हैं, इलाहाबाद की बहू जया बच्‍चन है और राज्य की बहू मैं हूं.’

यादव ने जनता से सपा को जिताने की अपील की.

इसके पहले सपा की सांसद और 1970 के दशक की मशहूर अभिनेत्री जया बच्चन ने अपने संबोधन की शुरुआत में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को इस प्रदेश की छोटी बहू का संबोधन देते हुए खुद को बड़ी बहू बताया.

उन्होंने कहा, ‘अमिताभ जब यहां से चुनाव लड़ रहे थे, तब मैंने कहा था कि मैं आपकी बहू हूं, पहली बार आई हूं और मुंह दिखाई में मेरे पति को वोट दीजिए, उसके बाद यहां ज्यादा आना नहीं हुआ, आज फिर पल्‍लवी के लिए आई हूं. उन्हें वोट दीजिए.’

उल्लेखनीय है कि अभिनेता अमिताभ बच्चन ने 1985 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और तब जया बच्‍चन उनके चुनाव प्रचार में आई थीं. बच्‍चन वह चुनाव जीत गए थे.

जया बच्‍चन ने दावा किया कि अब भाजपा की सरकार जाएगी और सपा की सरकार आएगी.

अपने संबोधन में सपा उम्मीदवार पल्लवी पटेल ने कहा कि इस बार लड़ाई आरक्षण बचाने, नौजवानों को रोजगार देने, लावारिस पशुओं को खूंटे से बांधकर किसानों के खेतों में फसल लहलहाने, महिला सुरक्षा और बच्‍चों की शिक्षा और संविधान को बचाने की लड़ाई है.

भाजपा को सत्ता से बेदखल करना हमारा प्रमुख लक्ष्य: मुकेश साहनी

बलिया: विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष एवं मंत्री मुकेश साहनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करना ही उनका प्रमुख लक्ष्‍य है.

मुकेश साहनी. (फोटो साभार: ट्विटर)

विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष साहनी ने बृहस्पतिवार की शाम जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘हमारी लड़ाई दिल्ली से है, निषाद समुदाय को आरक्षण दिलाना ही हमारा प्रमुख लक्ष्य है.’

उन्होंने आरोप लगाया कि हर चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वादा करते हैं तथा फिर चुनाव के बाद अपने वादे को भूल जाते हैं.

साहनी ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जब हम योगी सरकार को सत्ता से बेदखल कर देंगे तब भाजपा को अहसास होगा कि निषाद समुदाय भाजपा से कट चुका है.’

उन्‍होंने कहा, ‘इसके बाद मुझे विश्वास है कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले निषाद समुदाय को आरक्षण देने के लिए विवश हो जाएगी.’ साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर भाजपा ने निषाद समुदाय को आरक्षण नहीं दिया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी का विरोध किया जाएगा.

एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में पांच महीने पहले ही हमारी पार्टी सामने आई है और हम मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं, हमारी पार्टी ने 102 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे, लेकिन चुनाव आयोग व सरकार ने बहुत सारी सीट पर हमारे उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया और अब हम 55 – 56 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.’

साहनी ने 24 सीटों पर अपनी पार्टी की जीत का दावा किया.


पंजाब विधानसभा चुनाव


32 साल पुराने ‘रोड रेज’ मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू से दो हफ्ते में जवाब देने को कहा

उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को एक आवेदन पर दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है, जिसमें कहा गया है कि लगभग 32 साल पुराने ‘रोड रेज’ मामले में उनकी सजा केवल जान-बूझकर चोट पहुंचाने के अपराध के लिए कम नहीं की जानी चाहिए.

नवजोत सिंह सिद्धू. (फोटो: पीटीआई)

उच्चतम न्यायालय 1988 के रोड रेज मामले में क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू को मई 2018 में दी गई सजा की समीक्षा से संबंधित मामले की सुनवाई कर रहा है.

न्यायालय ने सिद्धू को 65 वर्षीय बुजुर्ग को ‘जान-बूझकर चोट पहुंचाने’ का दोषी करार दिया था, लेकिन उन्हें जेल की सजा नहीं सुनाई और सिर्फ 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया था.

बाद में सितंबर 2018 में, उच्चतम न्यायालय ने मृतक के परिवार के सदस्यों द्वारा दायर एक समीक्षा याचिका की जांच करने के लिए सहमति व्यक्त की और नोटिस जारी किया.

जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस एसके कौल की पीठ के समक्ष यह मामला सुनवाई के लिए आया.

एक याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि उन्होंने एक आवेदन दायर कर नोटिस का दायरा बढ़ाने की मांग की है.

उन्होंने शीर्ष अदालत के पहले के एक फैसले का हवाला दिया और कहा कि एक स्पष्ट निश्चय है कि जो व्यक्ति मौत का कारण बनता है, उसे चोट की श्रेणी में अपराध के लिए दंडित नहीं किया जा सकता है और न ही उसे दंडित किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘इस मामले में दोषसिद्धि को घटाकर 323 (आईपीसी की धारा 323) करने और जुर्माना लगाने की कृपा की गई है.’ उन्होंने कहा कि यह मुद्दा शीर्ष अदालत द्वारा विचार करने योग्य है.

भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (जान-बूझकर चोट पहुंचाने की सजा) के तहत दोषी को अधिकतम एक साल कैद, 1,000 रुपये का जुर्माना या दोनों, की सजा सुनाई जा सकती है.

कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सिद्धू की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता पी. चिदंबरम ने कहा कि पुनर्विचार याचिका पर अदालत द्वारा जारी नोटिस केवल सजा की मात्रा तक ही सीमित है.

चिदंबरम ने कहा, ‘मेरे दोस्त आज समीक्षा का दायरा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और वह फैसले के गुण-दोष की आलोचना कर रहे हैं.’

पीठ ने कहा कि पूरे मामले की फिर से सुनवाई की जरूरत नहीं है, लेकिन उसे याचिकाकर्ता द्वारा दायर आवेदन पर विचार करना होगा.

पीठ ने आवेदन पर जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया और मामले को दो सप्ताह के बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया.

उच्चतम न्यायालय ने 15 मई, 2018 को सिद्धू को गैर इरादतन हत्या का दोषी करार देते हुए तीन साल कैद की सजा सुनाने का पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का फैसला निरस्त कर दिया था. शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कांग्रेस नेता को वरिष्ठ नागरिक को चोट पहुंचाने का दोषी पाया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)