अमित शाह, स्मृति ईरानी और योगी के दौरे के पहले अमेठी पहुंचे राहुल, भाजपा ने बताया दरकती राजनीतिक ज़मीन बचाने की कवायद.
नई दिल्ली/लखनऊ: राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी को लेकर भाजपा-कांग्रेस में घमासान छिड़ गया है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 अक्टूबर को अमेठी आने का कार्यक्रम है. इस दौरान अमेठी के लिए कई नई परियोजनाओं का ऐलान होने की उम्मीद है.
इसके पहले राहुल गांधी अमेठी दौरे पर पहुंचे और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला. राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के कामों को ही अपना बताने का ड्रामा कर रही है. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था पर नरेंद्र मोदी कुछ नहीं कर सकते तो बताएं, हम छह महीने में सब ठीक कर देंगे. हालांकि, भाजपा ने इसे कांग्रेस की दरकती राजनीति जमीन को बचाने की कवायद बताया है.
राहुल गांधी शुक्रवार को रायबरेली पहुंचे और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संगठन को मजबूत करने के बारे में चर्चा की. तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन कांग्रेस नेता सुबह गेस्ट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले.
पार्टी की अमेठी इकाई के प्रवक्ता अनिल सिंह ने बताया कि सलोन विधानसभा क्षेत्र और रायबरेली के कार्यकर्ता राहुल गांधी से मिले. सिंह ने बताया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जनता की समस्याओं के साथ साथ पार्टी संगठन मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की.
राहुल चार अक्तूबर को अमेठी पहुंचे थे. इसके पहले उन्हें अमेठी जाने की अनुमति नहीं मिली थी. अमेठी पहुंचकर उन्होंने केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारों पर आरोप लगाया कि वे पूर्व की संप्रग सरकार द्वारा शुरू की गयी परियोजनाओं का पुन: उद्घाटन कर रहे हैं. राहुल ने अपने दौरे के पहले दिन चार अक्टूबर को भी मोदी सरकार की आलोचना की थी.
राहुल राजनीतिक पर्यटक के तौर पर ही उत्तर प्रदेश आते हैं: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने अमित शाह के अमेठी दौरे से पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी दौरे को दरकती राजनीतिक जमीन बचाने की कवायद बताया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने शुक्रवार को कहा, सैर सपाटा छोड़कर अपने बदहाल संसदीय क्षेत्र में पहुंचे राहुल गांधी अमेठी में कराए गए विकास कार्य गिना रहे हैं, जबकि विकास को दिखाने या बताने की जरूरत होती ही नहीं, विकास तो अपनी गाथा खुद गाता है.
पांडेय ने कहा, आमतौर पर कांग्रेस के युवराज सैर सपाटा छोडकर सिर्फ राजनीतिक पर्यटक के तौर पर ही उत्तर प्रदेश आते हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा अमेठी में सतत संपर्क, संवाद और विकास ने राहुल गांधी की राजनीतिक जमीन हिला दी है. यही कारण है भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रस्तावित अमेठी दौरे से पूर्व राहुल का अमेठी जाना पुश्तैनी साख बचाने की विवशता बन गई है लेकिन अमेठी का मन कमल खिलाने का बन चुका है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सुख, समृद्धि और स्वाभिमानी संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. कांग्रेस और सपा, बसपा जैसे क्षेत्रीय दलों की जातिवादी और तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्त हो रहा देश मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ आगे बढ़ा है.
पांडेय ने कहा कि दस वर्ष की संप्रग सरकार के युवराज अपनी सारी ऊर्जा मोदी के विरोध में लगाए हैं. वह अपनी नीतियों और नीयत में सुधार करें तो कांग्रेस की भी दशा सुधरेगी, उन्हें छुट्टियां छोड़कर अमेठी भी नहीं जाना पड़ेगा और देश को रचनात्मक और सृजनात्मक विपक्ष भी मिल जाएगा, जो विकास पथ पर बढ़ रहे देश में सहयोगी होगा.
सरकार चलाना और झूठ बोलना अलग बात होती है: राहुल
राहुल गांधी ने गुरुवार को भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमेठी के लिए जो कार्य कांग्रेस ने कराए हैं, भाजपा के लोग उसे अपना बताने का ड्रामा कर रहे हैं.
राहुल ने अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन तिलोई में कहा, मुझे जानकर खुशी है कि भाजपा के मित्र हमारे द्वारा शुरू की गई इन परियोजनाओं का पुन: उद्घाटन कर रहे हैं… लेकिन मुझे खुशी है कि हमने अमेठी के लोगों के लिए ये कार्य शुरू किए.
उन्होंने कहा, अब नया ड्रामा शुरू किया है इन लोगों ने. जब हमारी सरकार थी, तब हमने यहां दस बारह काम किए थे. अब ये पूरे अमेठी को बता रहे हैं कि भइया ये सब काम भाजपा ने किए. राहुल ने कार्यकर्ताओं से कहा, कृपा करके अमेठी की जनता को बता दीजिए कि ये झूठ बोल रहे हैं. ये सब काम कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं ने कराए हैं.
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया कि सरकार चलाना और झूठ बोलना अलग बात होती है. उन्होंने तंज किया, मोदी जी को सिर्फ नाटक की जरूरत है…ये पूरे देश को पता लग रहा है. कभी मंदिर की बात करेंगे, कभी हिंदू और मुसलमान की…देश को तोड़ने की बात करेंगे.
‘सांसदों के मन की बात मोदी के कान तक नहीं पहुंच सकती’
राहुल ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा के मंत्रियों और सांसदों के मन की बात मोदी के कान तक नहीं पहुंच सकती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का तरीका अलग है. हम चाहते हैं कि आपके दिल में जो है, आप बोलें. हमारा, कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं का काम सुनने का होता है. इसके उलट राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों का बोलने का काम होता है. जनता के दिल में जो होता है, उसे हम सुनकर कार्यक्रम बनाते हैं, जबकि संघ के लोग अपने मन की बात सुनते हैं और फिर कार्यक्रम बनाते हैं.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी सुनना नहीं चाहते हैं. जीएसटी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और मैंने, सबने कहा कि जीएसटी कांग्रेस का विचार है, मगर आप इसे समझे नहीं हैं. जीएसटी एक देश के लिए एक कर है. पांच अलग अलग कर मत लगाइए. छोटे दुकानदारों और व्यापारियों से तीन तीन फार्म हर महीने मत भरवाइए. 28 प्रतिशत कर मत लगवाइए, देश मर जाएगा… मगर नहीं. मोदी जी सुनने को तैयार ही नहीं हैं.
‘मोदी जी पता नहीं कौन सा सपना देख रहे हैं’
राहुल गांधी ने कहा, रात 12 बजे मोदी जी ने पांच कर, 28 प्रतिशत कर और तीन फार्म पूरे देश से भरवा दिए… जीडीपी झटके से दो प्रतिशत गिरी. लाखों लोग बेरोजगार हुए. तब मोदी जी कहते हैं कि देश सही ट्रैक पर चल रहा है. पता नहीं कौन सा सपना देख रहे हैं. दुनिया के हर अर्थशास्त्री… किसी भी व्यापारी से पूछिए तो कहेगा कि मोदी ने सत्यानाश कर दिया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हिंदुस्तान का मुकाबला चीन से है. रोजगार का मुकाबला है. मोबाइल से लेकर वस्त्र तक हर जगह मेड इन चाइना लिखा होता है. उन्होंने सवाल किया, मोदी ने मेक इन इंडिया में कितने लोगों को रोजगार दिया? राहुल ने कहा, हिंदुस्तान की आबादी 130 करोड़ है और 24 घंटे में मात्र 450 युवाओं को रोजगार मिलता है जबकि चीन में 50 हजार युवाओं को रोज रोजगार मिलता है.
राहुल ने कहा कि मोदी बुलेट ट्रेन की बात करते हैं लेकिन आज जहां देखिए रेलगाड़ियां पटरी से उतरकर दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं और लोग मर रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)