महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने पुलिस से दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रहीं दिशा सालियान की मौत के बारे में भ्रामक सूचना फैला रहे सोशल मीडिया अकाउंट को बंद करने और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नीतेश राणे के ख़िलाफ़ इस संबंध में कार्रवाई करने को कहा था. सालियान के माता-पिता ने आयोग से शिकायत की थी.
मुंबई: मुंबई पुलिस ने दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिवंगत दिशा सालियान के परिवार के सदस्यों को विभिन्न मीडिया मंचों पर बदनाम करने के आरोप में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नीतेश राणे के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि दिशा की मां वसंती सालियान की शिकायत पर राणे पिता-पुत्र के खिलाफ शनिवार (26 फरवरी) को एक एफआईआर दर्ज की गई.
उन्होंने बताया कि वसंती सालियान ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएसडब्ल्यूसी) से संपर्क किया था और सालियान परिवार को विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर बदनाम करने के लिए नारायण राणे, नीतेश राणे और भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
अधिकारी ने एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि राणे ने दिशा की मौत के संबंध में कई मानहानिकारक दावे किए थे.
इससे पहले दिन में एमएसडब्ल्यूसी ने कहा कि उसने पुलिस से दिशा सालियन की मौत के बारे में गलत जानकारी फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने और इस संबंध में नारायण राणे और नीतेश दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा है.
रविवार को एमएसडब्ल्यूसी अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने कई ट्वीट करके कहा कि मालवानी पुलिस (मुंबई में) ने आयोग को बताया है कि सालियान की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके साथ बलात्कार नहीं हुआ था और वह गर्भवती नहीं थीं.
दिशा सालियान के माता-पिता ने आयोग से बेटी की मौत के बाद उसके चरित्र के हो रहे कथित हनन को लेकर शिकायत की थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चाकणकर ने कहा कि उन्होंने पुलिस से सालियान के माता-पिता, जो वरिष्ठ नागरिक हैं, की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सालियन की मौत की जांच जल्द से जल्द पूरी करने को कहा है.
उन्होंने कहा कि आयोग ने पुलिस से उन सोशल मीडिया खातों को भी बंद करने को कहा है जिनके जरिये सालियान के खिलाफ गलत सूचना प्रसारित की जा रही है.
सालियन के परिवार के सदस्यों द्वारा राजनेताओं से उनकी मृत्यु के आसपास की परिस्थितियों पर सवाल उठाकर उनके नाम को बदनाम करने से परहेज करने की भावनात्मक अपील के बावजूद इस मुद्दे पर दावे और प्रति-दावे किए जा रहे हैं.
इससे पहले महिला आयोग ने मुंबई पुलिस को सालियान की कथित आत्महत्या के संबंध में नोटिस जारी किया था और उन्हें जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था, जब राणे ने दावा किया था कि उनके साथ बलात्कार कर उनकी हत्या की गई थी.
नारायण राणे ने हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने दिशा सालियान की मौत को लेकर कुछ दावे किए थे. वहीं, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि उसकी मौत के पीछे की सच्चाई का खुलासा 7 मार्च के बाद होगा.
दिशा सालियन ने उपनगरीय मलाड स्थित एक बहुमंजिला इमारत से 8 जून, 2020 को कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या कर ली थी. इसके छह दिन बाद 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में फंदे से लटके पाए गए थे.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एमएसडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को मालवानी पुलिस को पत्र लिखकर नारायण राणे, नीतेश और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी.
अधिकारी ने बताया कि प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिसमें धारा 211, 500 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 शामिल हैं. अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है.
उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे.
सालियान ने सुशांत सिंह राजपूत द्वारा बांद्रा उपनगर स्थित अपार्टमेंट में कथित तौर पर फांसी लगाने के छह दिन पहले आठ जून, 2020 को मलाड की एक बहुमंजिला इमारत से कथित तौर पर छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)