भारतीय छात्र की मौत के बाद बोले मोदी- यूक्रेन से भारतीयों को लाना बढ़ते सामर्थ्य की निशानी

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: यूक्रेन के खारकीव शहर में रूस के हमले में एक भारतीय छात्र के जान गंवाने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली में यूक्रेन संकट को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा काफिले पर हमले का आरोप लगाया. वहीं, मणिपुर में पहले चरण में रिकॉर्ड 88 प्रतिशत मतदान हुआ.

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गाजीपुर में हुई एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: यूट्यूब स्क्रीनग्रैब/नरेंद्र मोदी)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: यूक्रेन के खारकीव शहर में रूस के हमले में एक भारतीय छात्र के जान गंवाने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली में यूक्रेन संकट को लेकर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा काफिले पर हमले का आरोप लगाया. वहीं, मणिपुर में पहले चरण में रिकॉर्ड 88 प्रतिशत मतदान हुआ.

गाजीपुर में हुई एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: यूट्यूब स्क्रीनग्रैब/नरेंद्र मोदी)

सोनभद्र/लखनऊ/जौनपुर/इम्फाल: रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के चलते एक भारतीय छात्र के खारकीव शहर में जान गंवाने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक चुनावी रैली में यूक्रेन मामले का जिक्र करते हुए अपनी सरकार की तारीफ की.

उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया में जो हालात बने हैं वह आप देख रहे हैं. यह भारत का बढ़ता सामर्थ्य ही है कि हम यूक्रेन में फंसे हमारे देश के नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए इतना बड़ा अभियान चला रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन गंगा के तहत कई हजार नागरिकों को वहां से वापस भारत लाया जा चुका है. इस अभियान को गति देने के लिए हमारी सरकार ने अपने चार मंत्रियों को भी वहां पर भेज दिया है. संकट में फंसे भारतीयों को ज्यादा तेजी से निकालने के लिए हमारी सेना, वायुसेना को भी लगा दिया गया है.’

मोदी ने कहा, ‘मैं आज देश के लोगों को भी यह विश्वास दिलाता हूं कि भारत सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी. बदलते हुए समय में भारत को और ज्यादा ताकतवर बनना ही होगा. भारत तभी ताकतवर बनेगा जब दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता कम से कम होगी.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर विधानसभा चुनाव में यह भ्रष्टाचारी मजबूत हुए तो जनता के लिए भेजा गया सारा पैसा पहले की ही तरह खा जाएंगे.

प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनावी रैली में आरोप लगाते हुए कहा कि सोनभद्र जैसे देश के अनेक जिले हैं जिनको प्रकृति ने अपने खजाने से समृद्ध किया है लेकिन अनेक वर्षों तक जो लोग सरकार में रहे उन्होंने यहां की खनिज संपदा को अपनी मर्जी भर लूटा और यहां के लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग माफिया हित के लिए अवैध खनन और अवैध कब्जों के लिए बदनाम हों वे यहां के गरीबों के लिए सोच नहीं सकते. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अवैध कब्जा माफिया का दाना-पानी हमेशा के लिए बंद करने के लिए भी प्रतिबद्ध है, इसलिए गांव के घर और जमीन के कानूनी दस्तावेज घरौनी आप को सौंपी जा रही है ताकि कोई माफिया आपके घर पर कब्जा न करे.

उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अब तक हुए पांच चरणों के दौरान भाजपा को व्यापक समर्थन मिलने का दावा करते हुए कहा कि घोर परिवारवादियों को लगा था कि उत्तर प्रदेश के लोगों को जात पात में बांट देंगे, समाज के टुकड़े-टुकड़े कर देंगे और अपना चुनाव का खेल खेल लेंगे लेकिन उन्हें पता नहीं था कि उत्तर प्रदेश के लोग एकजुट होकर अपने विकास के लिए आज भाजपा नीत राजग के समर्थन में वोट कर रहे हैं.

मोदी ने जनजाति बहुल सोनभद्र के लोगों की नब्ज पकड़ने की कोशिश करते हुए कहा कि भाजपा की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार सोनभद्र जिले जैसे जिलों में जनजातीय समाज को किसी से पीछे नहीं रहने देगी.

दुनिया की सबसे झूठी पार्टी अगर कोई है तो भाजपा ही है: अखिलेश यादव

जौनपुर में हुई चुनावी सभा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव. (फोटो साभार: फेसबुक/सपा)

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को दुनिया की ‘सबसे झूठी पार्टी’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा ने उनकी कमाई ही आधी कर दी है.

अखिलेश ने जौनपुर में आयोजित चुनावी जनसभाओं में आरोप लगाया कि भाजपा वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करके सत्ता में आई थी लेकिन उसकी खराब नीतियों की वजह से किसानों की आमदनी दोगुनी होना तो दूर उनकी कमाई ही आधी रह गई है.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कहने को तो भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है लेकिन पांच साल का काम और जो उसने सपने दिखाए थे अगर उन चीजों का आकलन करेंगे तो पाएंगे कि दुनिया की सबसे झूठी पार्टी अगर कोई है तो भाजपा ही है.’

अखिलेश ने भाजपा द्वारा परिवारवाद के मुद्दे पर सपा को घेरे जाने का जवाब देते हुए कहा, ‘मैं भाजपा वालों के भाषण सुनता हूं. वो हमें घोर परिवारवादी कहते हैं. हम स्वीकार करते हैं कि हम परिवार वाले लोग हैं. हम जितने परिवार वाले लोग हैं जब कभी बाहर से अपने घर जाते हैं तो हम अपने परिवार के लिए कुछ न कुछ सामान लेकर जाते हैं. बच्चों के लिए मिठाई लेकर जाते हैं इसलिए हम बाबा मुख्यमंत्री को सुझाव देना चाहते हैं कि जब 10 तारीख के बाद आप अपने घर जाएं तो कम से कम अपने गुल्लू के लिए बिस्किट लेते जाना.’

हालांकि सपा अध्यक्ष ने यह नहीं बताया कि उनका इशारा किसकी तरफ है. उन्होंने कहा, ‘आप जानते होंगे कि गुल्लू कौन है.’

अखिलेश ने भाजपा पर कोविड-19 महामारी के दौरान जनता को उसके हाल पर छोड़ देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा ने कोविड-19 महामारी के दौरान ऐसा लॉकडाउन लगाया कि दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले हमारे मजदूरों को पैदल मजबूरी में अपने घर आना पड़ा. कई मजदूर अपने परिवार तक नहीं पहुंच पाए उनकी रास्ते में ही मौत हो गई.’

उन्होंने आरोप लगाया कि जिस समय मजदूर अपने घर और गांव जाना चाहते थे, उस वक्त सरकार ने उनकी तरफ से आंखें बंद कर ली. उन्होंने कहा कि जब कोविड-19 बीमारी आई तो न तो वह (भाजपा सरकार) मरीजों को दवा दे पाई और न ही बेड.

उन्होंने आरोप लगाया कि अगर यह सरकार समय पर दवा, इलाज और ऑक्सीजन उपलब्ध करा देती तो न जाने कितने गरीबों की जान बच जाती, लेकिन सरकार ने मदद नहीं की.

अखिलेश ने कहा कि आज बड़े-बड़े कारोबार इंटरनेट, मोबाइल फोन, कंप्यूटर से हो रहे हैं. प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अगर सपा गठबंधन की सरकार बनी तो वह अपने नौजवानों को आने वाले समय की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार करेगी.

अखिलेश ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के कारण हमारे नौजवानों की उम्र निकल गई. हम सरकारी नौकरियों में आयु सीमा में छूट देंगे. इसके अलावा हम फौज के लिए भी दिल्ली से आग्रह करेंगे कि जब तीन साल फौज में भर्ती नहीं हुई है तो कम से कम आयु की सीमा में भी छूट हमारे नौजवानों को दी जाए.’

स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा काफिले पर हमले का आरोप लगाया

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि उनके काफिले पर कुशीनगर जिले के फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र के बिशुनपुरा खनवा पट्टी गांव के पास बदमाशों ने हमला किया.

मौर्य ने भाजपा के लोगों पर हमले का आरोप लगाया है. मौर्य ने आरोप लगाया कि लाठी-डंडे और पत्थर के साथ बदमाशों ने काफिले पर हमला कर दिया जिससे कई लोग घायल हो गए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.

समाजवादी पार्टी ने एक ट्वीट कर हमले की निंदा की और उपद्रवियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है.

जनवरी माह में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर पिछड़ों-दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाकर स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने श्रम एवं सेवायोजन मंत्री और भाजपा से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. सपा ने उन्हें कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया.

कुशीनगर में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान होना है. स्वामी मौर्य के काफिले पर हमले की घटना के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर भाजपा विरोधी नारे लगाए.

मौर्य ने आरोप लगाया कि हमला एक सुनियोजित साजिश के तहत किया गया और भाजपा के लोगों ने हम पर लाठी, पत्थर और हथियारों के साथ हमला किया.

उन्होंने कहा कि इस हमले में उनके चालक को चोटें आई और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने कहा कि हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हमलावरों ने पीटा. मार्य ने कहा कि वह दूसरे वाहन में बैठे थे इसलिए वह आगे बढ़ गए.

स्‍वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री और बदायूं से भारतीय जनता पार्टी की सांसद संघमित्रा मौर्य ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं पर अपने पिता के काफिले पर हमला करने का आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा, ‘क्षतिग्रस्त वाहन हमले के सबूत हैं, इतना ही नहीं जब मैं हमले के बारे में सुनकर फाजिलनगर की ओर आ रही थी तो मेरे भाजपा सांसद होने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुझे घेर लिया.’

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य को दंगा मुक्त करने का दावा करने वाली भाजपा के प्रत्याशी ने हमला किया है. संघमित्रा ने क्षेत्र के लोगों से पिता स्वामी प्रसाद मौर्य को वोट देने की भी अपील की. सूत्रों के मुताबिक वह पिछले 3-4 दिनों से अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं.

समाजवादी पार्टी ने एक ट्वीट में कहा, ‘सपा को मिल रहे अभूतपूर्व जनसमर्थन से भाजपा पस्त है. दलितों- पिछड़ों के नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी के काफिले पर फाजिलनगर में सत्ता संरक्षित बदमाशों द्वारा किया गया हमला घोर निंदनीय और दुखद है.’ सपा ने हमलावरों को गिरफ्तार कर चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है.

गुरुवार को होगा छठे चरण के लिए मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के चुनाव क्षेत्र गोरखपुर समेत 10 जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को मतदान होगा.

राज्‍य के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि छठे चरण के चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

उन्होंने बताया कि मतदान गुरुवार सुबह 7:00 बजे शुरू होकर शाम 6:00 बजे तक चलेगा. उन्होंने बताया कि तीन मार्च को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी तरीके से मतदान सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं.

इस चरण में दो करोड़ 14 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. जानकारी के अनुसार 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 57 सीटों में से 46 सीटें भाजपा और दो सीटें उसके सहयोगी दलों अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने जीती थी. हालांकि सुभासपा इस बार समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही है.

छठवें चरण के दस जिलों में आंबेडकर नगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया एवं बलिया जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में तीन मार्च को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा.

राज्य की 403 विधानसभा सीटों पर सात चरणों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में अब तक पांच चरणों में 292 सीटों पर मतदान हो चुका है और आखिरी दो चरणों में क्रमश: तीन मार्च और सात मार्च को 111 सीटों पर मतदान होना बाकी है.

अमित शाह के कक्ष में तय होते हैं बसपा उम्मीदवार, पार्टी का मकसद भाजपा की मदद करना: राजभर

Lucknow: Sacked Uttar Pradesh minister Om Prakash Rajbhar talks to the media at his residence in Lucknow, Monday, May 20, 2019. (PTI Photo/Nand Kumar) (PTI5_20_2019_000028B)
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर. (फोटो: पीटीआई)

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवारों का फैसला गृह मंत्री अमित शाह के कक्ष में होता है.

उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए साक्षात्कार में यह आरोप भी लगाया कि मायावती की अगुवाई वाली बसपा उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की मदद करने के मकसद से ही चुनाव लड़ रही है.

उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से बार-बार बुलडोजर से संबंधित बयान देने को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘उनके बुलडोजर को पोकलैंड (मशीन) पर रखा जाएगा और वापस उनके घर भेज दिया जाएगा.’

राजभर की पार्टी का आधार मुख्यरूप से पूर्वांचल और खासकर राजभर समुदाय के बीच माना जाता है. पिछले चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करने वाले राजभर इस बार का चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रहे हैं.

विधानसभा चुनाव के लिए इन दिनों पूर्वांचल में धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे राजभर ने दावा किया कि लोगों ने परिवर्तन का मन बनाया है और सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को स्पष्ट बहुमत हासिल होगा.

यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव के बाद किसी परिस्थिति में वह भाजपा से हाथ मिला सकते हैं तो उन्होंने दावा किया ‘भाजपा के लोग सबसे बड़े झूठे हैं…उन्हें नागपुर (आरएसएस मुख्यालय) में झूठ बोलने का प्रशिक्षण मिलता है.’

यह पूछे जाने पर कि क्या बसपा जैसी पार्टियां सपा की अगुवाई वाले गठबंधन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं क्या कहूं…लोग कांग्रेस और बसपा जैसे दलों का संज्ञान भी नहीं ले रहे हैं.’

उन्होंने बसपा पर भाजपा की जीत के लिए चुनाव लड़ने का आरोप लगाया और दावा किया कि मायावती की पार्टी के उम्मीदावारों का फैसला गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से और उनके कक्ष में किया जाता है और सिर्फ इतना फर्क है कि इन उम्मीदवारों को बसपा का चुनाव चिन्ह मिलता है.

सुभासपा प्रमुख ने कहा कि सत्ता से भाजपा को बेदखल करने के इच्छुक लोगों को बसपा के लिए मतदान नहीं करना चाहिए.


मणिपुर विधानसभा चुनाव


विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड 88.63 फीसदी मतदान हुआ

मणिपुर में विधानसभा की 38 सीटों के लिए हुए पहले चरण के चुनाव में कुल 12.09 लाख मतदाताओं में से 88.63 प्रतिशत ने मताधिकार का उपयोग किया.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 87.29 प्रतिशत पुरुषों के मतदान के मुकाबले महिलाओं ने अधिक मतदान किया और उनका मत प्रतिशत 89.96 रहा. उन्होंने कहा कि महिलाओं ने ‘अधिक उत्साह दिखाया.’

चूड़ाचंदपुर, फेरजॉल, बिश्नुपुर और कांगपोक्पी में 13 चिह्नित शिवरों में डाक मतपत्र के जरिये कुल 253 पूर्व उग्रवादियों में से 247 ने मतदान किया.

सीईओ ने माना कि कुछ मतदान केंद्रों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आयीं लेकिन जांच में पाया गया कि ‘उनमें से किसी का भी चुनाव प्रक्रिया पर हानिकारक असर नहीं पड़ा और मत पेटियां सुरक्षित हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)