सत्तारूढ़ भाजपा ने मणिपुर चुनाव प्रभावित करने के लिए उग्रवादी समूहों को 16 करोड़ दिए: कांग्रेस

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: कांग्रेस के आरोपों के बीच मणिपुर के 12 मतदान केंद्रों पर पांच मार्च को दोबारा वोटिंग होगी. यूपी में छठे चरण के तहत शाम पांच बजे तक 46.70 फीसदी मतदान. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि नौकरियां न देनी पड़े, इसलिए देश की संपत्तियों को बेच रही भाजपा. प्रधानमंत्री ने ​कहा कि भाजपा-जनता गठजोड़ के आगे नहीं टिक सकेगा ‘मिलावटी गठबंधन’. ममता बनर्जी ने कहा कि यूक्रेन से छात्रों को लाना जरूरी, लेकिन मोदी चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं. पंजाब में अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल का आरोप- केजरीवाल ने दिल्ली विस्फोट के दोषी भुल्लर की रिहाई बाधित की.

New Delhi: Former Union minister and Congress leader Jairam Ramesh addresses a press conference at AICC headquarters in New Delhi on Saturday, Aug 11, 2018. (PTI Photo/Manvender Vashist) (PTI8_11_2018_000055B)
New Delhi: Former Union minister and Congress leader Jairam Ramesh addresses a press conference at AICC headquarters in New Delhi on Saturday, Aug 11, 2018. (PTI Photo/Manvender Vashist) (PTI8_11_2018_000055B)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: कांग्रेस के आरोपों के बीच मणिपुर के 12 मतदान केंद्रों पर पांच मार्च को दोबारा वोटिंग होगी. यूपी में छठे चरण के तहत शाम पांच बजे तक 46.70 फीसदी मतदान. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि नौकरियां न देनी पड़े, इसलिए देश की संपत्तियों को बेच रही भाजपा. प्रधानमंत्री ने ​कहा कि भाजपा-जनता गठजोड़ के आगे नहीं टिक सकेगा ‘मिलावटी गठबंधन’. ममता बनर्जी ने कहा कि यूक्रेन से छात्रों को लाना जरूरी, लेकिन मोदी चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं. पंजाब में अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल का आरोप- केजरीवाल ने दिल्ली विस्फोट के दोषी भुल्लर की रिहाई बाधित की.

New Delhi: Former Union minister and Congress leader Jairam Ramesh addresses a press conference at AICC headquarters in New Delhi on Saturday, Aug 11, 2018. (PTI Photo/Manvender Vashist) (PTI8_11_2018_000055B)
मणिपुर के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक जयराम रमेश. (फाइल फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/इम्फाल: कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मणिपुर में प्रतिबंधित संगठनों को ‘पैसे देकर’ चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है जो आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है.

मणिपुर विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो रहा है. पहले चरण का मतदान 28 फरवरी को हुआ था. दूसरे एवं आखिरी चरण का मतदान पांच मार्च को रहा है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय और मणिपुर की भाजपा सरकार ने गत एक फरवरी को ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ (गतिविधि के निलंबन) के तहत प्रतिबंधित उग्रवादी समूहों को 15.7 करोड़ रुपये जारी किए और फिर 92.7 लाख रुपये दिए. इसने चार जिलों में चुनावों का मजाक बनाया है.’

उन्होंने एक बयान भी साझा किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि चूराचांदपुर और कांगपोकवी जिलों में पहले चरण के चुनावों में इन पैसों का भुगतान किया गया तथा यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण नहीं रहा है.

मणिपुर के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक रमेश के अनुसार, इन संगठनों को दूसरे चरण में तेंगनौपाल और चंदेल जिलों में चुनाव को प्रभावित करने के लिए ‘रिश्वत’ दी गई.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के वरिष्ठ पर्यवेक्षक जयराम रमेश ने गुरुवार को मणिपुर में भाजपा नीत सरकार पर कुछ प्रतिबंधित उग्रवादी समूहों को सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (एसओओ) के तहत 15.70 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आरोप लगाया, ताकि 28 फरवरी को दो जिलों में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान ‘स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण’ तरीके से संपन्न न किया जा सके.

उन्होंने आरोप लगाया कि पांच मार्च को दूसरे चरण के चुनाव को प्रभावित करने के लिए एक मार्च को 92,65,950 रुपये की अतिरिक्त राशि भी जारी की गई थी.

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘आचार संहिता के मॉडल के चौंकाने वाले उल्लंघन के तहत मणिपुर में केंद्रीय गृह मंत्रालय और भाजपा नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन के तहत प्रतिबंधित उग्रवादी समूहों को एक फरवरी को 15.7 करोड़ और एक मार्च को 92.7 लाख रुपये जारी किए. इसने 4 जिलों में चुनाव का मजाक उड़ाया है!’

रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि एक फरवरी को दी गई किस्त का उद्देश्य चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में मतदान को प्रभावित करना है, जहां 28 फरवरी को चुनाव हुए थे.

उन्होंने आरोप लगाया कि एक मार्च को किया गया भुगतान 5 मार्च को टेंग्नौपाल और चंदेल जिलों में मतदान को प्रभावित करने के लिए है.

यह दावा करते हुए कि ‘भुगतान गृह मंत्रालय और गृह विभाग से आया’. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह ‘चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता का पूर्ण उल्लंघन है और रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार के अलावा और कुछ नहीं है.’

जयराम रमेश ने कहा, ‘यह डबल इंजन वाली भाजपा सरकार के सिद्धांतों को दर्शाता है. ये भुगतान तब हुआ है जब राज्य सरकार के अधिकांश कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है, मिड डे मील के रसोइयों को 18 महीने से भुगतान नहीं किया गया है, राज्य सरकार के अधिकांश पूर्व कर्मचारियों को पिछले छह महीनों में उनकी पेंशन नहीं मिली है और लगभग सभी पेंशनभोगियों को उनकी सेवानिवृत्ति का लाभ नहीं मिला है.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए मणिपुर सरकार के अधिकारियों से संपर्क करने के प्रयासों के बावजूद किसी का बयान उपलब्ध नहीं हो सका है.

यह आरोप ऐसे समय में आया है जब गैर-भाजपा दल बूथ कैप्चरिंग, कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम को नष्ट करने और सशस्त्र उग्रवादी समूहों द्वारा प्रॉक्सी वोटिंग के आधार पर चूराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में पुनर्मतदान की मांग कर रहे हैं.

मालूम हो कि बीते 23 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि सरकार सभी कुकी उग्रवादी समूहों के साथ शांति वार्ता करेगी और अगले पांच साल में उनके मुद्दों का समाधान कर लिया जाएगा.

उन्होंने कहा था कि चूंकि पड़ोसी राज्य असम में बोडो उग्रवाद की समस्या हल हो गई है, इसलिए अब किसी भी कुकी युवक को हथियार नहीं उठाने होंगे.

कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट जैसे उग्रवादी संगठन मणिपुर में कुकी जनजाति के लिए एक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं. सरकार ने उनके साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (एसओओ) पर दस्तखत किए हैं.

शाह ने कहा था, ‘हम पर भरोसा रखें, हम सभी कुकी संगठनों से बात करेंगे और सभी कुकी युवाओं को एक नया जीवन मिलेगा ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश, अपने क्षेत्र और मणिपुर के विकास में शामिल हो सकें.’

इसके बाद 25 फरवरी को कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन ने एक बयान में ‘उनके क्षेत्र’ के लोगों के लिए भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करने की घोषणा की थी. केएनओ ने कहा था कि इसके खिलाफ कार्रवाई करना कुकी मुद्दे के खिलाफ जाना माना जाएगा.

इस घटनाक्रम के बाद मणिपुर में विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में उग्रवादी समूह कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन द्वारा समर्थन के एक कथित बयान के बारे में निर्वाचन आयोग से की था. पार्टी ने इसे ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रत्यक्ष और स्पष्ट खतरा’ बताया था.

ज्ञापन में दावा किया गया कि कुकी संगठन का बयान मतदाताओं को डराने का प्रयास है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के ‘पूरे संज्ञान में और मिलीभगत’ के साथ इसे जारी किया गया.

मणिपुर के 12 मतदान केंद्रों पर पांच मार्च को दोबारा वोटिंग होगी

निर्वाचन आयोग ने मणिपुर में पांच विधानसभा क्षेत्रों के 12 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया है. इन सीटों पर 28 फरवरी को मतदान हुआ था.

मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इन केंद्रों पर 5 मार्च को मतदान होगा. जिन मतदान केंद्रों में दोबारा मतदान होगा वे खुंद्रकपम, सैतु, थानलॉन, हेंगलप और चुराचंदपुर विधानसभा क्षेत्रों में स्थित हैं.

बयान में कहा गया है कि इन मतदान केंद्रों पर संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों से तथ्यों के आधार पर पुनर्मतदान की सिफारिश की गई थी.

बयान में कहा गया है कि पुनर्मतदान पर विचार करने का मुख्य कारण मतदान के दौरान और बाद में उपद्रवियों द्वारा ईवीएम को नुकसान पहुंचाना है.

जिन मतदान केंद्रों में दोबारा मतदान होना है उनमें सरौथेल, न्यू कीथेलमानबी, सोंगसांग, माइटे, तिनसुओंग, माजुरोन कुकी, एन चिंगफेई, खोइरेंटक, मोलसांग, लेइनोम, टीकोट और मौकोट शामिल हैं.

विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 28 फरवरी को 38 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण में पांच मार्च को 22 सीटों पर मतदान होगा.


उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव


गोरखपुर सदर समेत 57 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक 46.70 फीसदी मतदान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के तहत मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर सदर समेत 57 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक औसतन 46.70 फीसदी मतदान होने की खबर है.

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में छठे चरण के मतदान के तहत बृहस्पतिवार को वोट देने के लिए लाइन में लगीं महिलाएं. (फोटो साभार: ट्विटर/@DmMaharajganj)

राज्‍य के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया जो शाम छह बजे तक चलेगा.

निर्वाचन आयोग द्वारा अपराह्न तीन बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, आंबेडकरनगर में 52.40 फीसदी मतदान हुआ. इसके अलावा बलिया में 46.48, बलरामपुर में 42.67, बस्ती में 46.49, देवरिया में 45.35, गोरखपुर में 46.44, कुशीनगर में 48.49, महराजगंज में 47.54, संत कबीर नगर में 44.67 और सिद्धार्थ नगर में 45.33 प्रतिशत मतदान हुआ.

इस चरण में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ (गोरखपुर सदर), स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह (बांसी), बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी (इटवा), पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (फाजिलनगर) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (तमकुही राज) की भी प्रतिष्ठा दांव पर है.

शुक्ला ने बताया कि इस चरण में एक करोड़ महिलाओं समेत करीब 2.15 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इस चरण में 66 महिलाओं समेत कुल 676 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा.

राज्य पुलिस के एक बयान के मुताबिक, छठे चरण में गोरखपुर सदर समेत नौ विधानसभा क्षेत्रों को ‘संवेदनशील’ माना गया था. इनमें बांसी, इटवा, डुमरियागंज, बलिया सदर, फेफना, बैरिया, सिकंदरपुर और बांसडीह भी शामिल थे.

मतदान पर नजर रखने के लिए निर्वाचन आयोग ने 56 सामान्य प्रेक्षक, 10 पुलिस प्रेक्षक तथा 18 व्यय प्रेक्षक तैनात किए थे. इसके अलावा 1680 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 228 जोनल मजिस्ट्रेट, 173 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2137 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात थे. इसके साथ ही राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए थे.

वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में इन 57 सीटों में 46 सीटें भाजपा और दो सीटें उसके सहयोगी दलों अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने जीती थी, हालांकि सुभासपा इस बार सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है.

छठे चरण में गोरखपुर सदर सीट से मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर है. इसके अलावा सिद्धार्थनगर जिले की बांसी सीट पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह भाजपा उम्मीदवार के तौर पर फ‍िर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

इसी जिले की इटवा सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सपा उम्मीदवार माता प्रसाद पांडेय का मुकाबला राज्‍य के बेसिक शिक्षा मंत्री व भाजपा उम्मीदवार सतीश चंद्र द्विवेदी से है.

कुशीनगर जिले की पडरौना विधानसभा सीट से पिछली बार भाजपा से चुनाव जीते और करीब पांच वर्ष तक योगी सरकार में श्रम मंत्री रह चुके स्‍वामी प्रसाद मौर्य इस बार कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से सपा के उम्मीदवार हैं, जहां उनका मुख्य मुकाबला भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा से है.

राज्य के कृषि मंत्री और भाजपा उम्मीदवार सूर्य प्रताप शाही का देवरिया जिले की पथरदेवा सीट पर अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सपा के ब्रह्माशंकर त्रिपाठी से मुकाबला है.

इसके अलावा स्‍वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री श्रीराम चौहान (खजनी-गोरखपुर) राज्‍य मंत्री जयप्रकाश निषाद (रुद्रपुर-देवरिया) तथा पत्रकारिता से राजनीति में आए शलभ मणि त्रिपाठी (देवरिया) में भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं.

कुशीनगर की तमकुहीराज सीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू चुनाव मैदान में हैं. छठे चरण में ही बलिया में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी (बांसडीह) में सपा से और बसपा विधायक दल के नेता रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में बसपा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

छठे चरण में आंबेडकरनगर जिले की कटेहरी विधानसभा सीट पर बसपा विधायक दल के नेता रह चुके लालजी वर्मा इस बार सपा के उम्मीदवार के तौर पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं, इसी जिले की अकबरपुर विधानसभा सीट पर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर इस बार सपा उम्मीदवार हैं.

नौकरियां नहीं देनी पड़े इसलिए देश की संपत्तियों को बेच रही भाजपा: अखिलेश

वाराणसी: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों पर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि युवाओं को नौकरियां नहीं देनी पड़े, इसलिए वे देश की संपत्तियों को एक-एक कर बेच रही हैं.

अखिलेश यादव. (फोटो: पीटीआई)

अखिलेश ने सपा नीत विपक्षी गठबंधन द्वारा वाराणसी में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह चुनाव वाराणसी को क्योटो बनाने की बात करने वालों और बनारसी मतदाताओं के बीच है.’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करती है, लेकिन डबल इंजन की सरकार का कामकाज देख कर मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि दुनिया में कोई और पार्टी इतना झूठ नहीं बोलती होगी, जितना भाजपा के नेता बोलते हैं.’

अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा करके सत्ता में आई थी. सवाल यह है कि क्या किसानों की आमदनी दोगुनी हुई. क्या हमारे युवाओं को नौकरियों के लिए पांच साल तक इंतजार नहीं करना पड़ा. भाजपा के लोग कहते थे कि हवाई चप्पल पहनने वाले को हवाई जहाज की यात्रा कराएंगे लेकिन उन्होंने तो हवाई जहाज और हवाई अड्डे ही बेच दिए. इसके अलावा बंदरगाह भी बेच डाले.’

उन्होंने आरोप लगाया कि जब सरकार की सभी संपत्तियां और सार्वजनिक उपक्रम बेच दिए जाएंगे तो लोगों को नौकरियां कैसे मिलेगीं. उन्होंने कहा, ‘न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी.’ सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मौजूदा विधानसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है.

जनता के कहने पर मिलाया अखिलेश से हाथ: शिवपाल यादव

सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी गठित करने वाले शिवपाल सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि जनता के कहने पर उन्होंने सपा अध्यक्ष और अपने भतीजे अखिलेश यादव से हाथ मिलाया है.

शिवपाल ने वाराणसी में ही सपा गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही.

उन्होंने कहा, ‘जब हम उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले थे, उस समय आपने हमसे एक ही मांग की थी कि चाचा भतीजे एक हो जाओ तभी भाजपा की सरकार इस प्रदेश से हट सकती है. आपकी बात को मान कर हम और अखिलेश एक हो गए हैं. अब आपको निर्णय लेना है.’

उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, ‘10 मार्च को इस प्रदेश से भाजपा का सफाया आपको करना है. यह काम आपके वोट से होना है. हम आप से पूछना चाहते हैं कि बनारस की सभी सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवार जीतेंगे या नहीं.’

गौरतलब है कि सितंबर 2016 में अखिलेश यादव की सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव और उनके समर्थक कई मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था, उसके बाद अखिलेश और शिवपाल के बीच तल्खी बहुत बढ़ गई थी.

बाद में शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया नाम से एक अलग दल बना लिया था और 2019 के लोकसभा चुनाव में वह फिरोजाबाद सीट से सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे. लंबे समय तक अलग रहने के बाद पिछले साल के अंत में शिवपाल और अखिलेश ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.

भाजपा-जनता गठजोड़ के आगे नहीं टिक सकेगा ‘मिलावटी गठबंधन’: मोदी

चंदौली/जौनपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा की अगुवाई वाले गठबंधन को ‘मिलावटी’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा का जनता से गठबंधन है. उन्होंने कहा कि इसके आगे घोर परिवारवादियों का गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: पीटीआई)

प्रधानमंत्री ने यूपी के चंदौली और जौनपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘भाजपा का जनता के साथ गठबंधन है. उसने विकास और जन कल्याण के लिए जनता से गठबंधन किया है. इस मजबूत गठबंधन के आगे घोर परिवारवादियों का मिलावटी गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता.’

मोदी ने दावा किया, ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के हर चरण में लगातार यही दिखाई दे रहा है. जो खबरें आ रही हैं, घोर परिवारवादियों का यूपी की जनता ने पत्ता साफ कर दिया.’

उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन जनता से होता है और घोर परिवारवादियों का लक्ष्य ‘सत्ता भोग’ है, इसलिए वह समाज में बंटवारे की राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य राष्ट्र निर्माण का है इसलिए सबको साथ लेकर हम सेवा भाव से काम पूरा करते हैं.

मोदी ने कि उन्होंने कोरी घोषणाओं के बजाय सरकारी योजनाओं को उन लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया है जिनके वे हकदार हैं और जिनको सरकार की योजनाओं की सबसे अधिक जरूरत है.

प्रधानमंत्री ने सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं दिल्ली से उनको चिट्ठी भेजता था, क्योंकि उनकी सरकार थी. मैं बार-बार कहता था कि भारत सरकार पैसे दे रही है. आप गरीबों के लिए घर बनाने का काम शुरू करिए लेकिन आप हैरान हो जाएंगे, उन्हें सिर्फ एक ही काम था कि जहां से तिजोरी भरने का मौका मिले, वही काम करो.’

मोदी ने दावा किया कि अखिलेश की सरकार में जौनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मात्र एक घर की स्वीकृति दी गई थी, जबकि वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने पर यहां 30,000 घरों की मंजूरी दी गई और उनमें से 15,000 बनकर तैयार भी हो चुके हैं.

पूर्वांचल में फैलने वाली जानलेवा बीमारी इंसेफेलाइटिस का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि घोर परिवारवादियों ने जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार का कहर भुगतने के लिए छोड़ दिया था, वहां आज मेडिकल कॉलेज का नेटवर्क तैयार हो रहा है. सरकार ने निजी मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर फीस घटाकर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर करने का एक बहुत बड़ा फैसला लिया है.

मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि कुछ लोग इस साजिश में जुटे थे कि भारत के टीके को बदनाम कैसे किया जाए. ये लोग कोविड संकट को और गंभीर बनाने के लिए काम कर रहे थे, इसलिए प्रदेश के लोगों ने हर चरण की वोटिंग में इनका पत्ता साफ कर दिया है. अब बारी जौनपुर की है, पूर्वांचल की है, यहां उनका पत्ता साफ होगा.

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय इसलिए जरूरी है क्योंकि उत्तर प्रदेश विकास के जिस पथ पर चल पड़ा है, हमें अब उसे थमने नहीं देना है.

यूक्रेन से छात्रों को लाना जरूरी लेकिन प्रधानमंत्री मोदी चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं: ममता

वाराणसी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाना जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा हार रही है.

ममता बनर्जी. (फोटो: पीटीआई)

ममता ने आरोप लगाया कि यूपी चुनाव में सपा के पक्ष में प्रचार करने के लिए वाराणसी पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया.

ममता ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ वाराणसी में आयोजित संयुक्त रैली में कहा, ‘मैं कल (बुधवार को) हवाई अड्डे से दश्वमेधघाट जा रही थी. रास्ते में कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिंसा करने की नियत से मेरी गाड़ी रोकी और उसे नुकसान पहुंचाया. मुझे धक्का दिया और कहा कि वापस चले जाओ.’

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘तब मैंने सोचा कि भाजपा सत्ता से जा रही है. वह पूरी तरह से खत्म हो रही है और उसकी हार निश्चित है.’

ममता ने कहा कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाना जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूपी में चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं.

ममता ने कहा कि वह एक चुनावी सभा के लिए उत्तर प्रदेश आई हैं और उन्हें आश्चर्य है कि भाजपा को इससे इतनी तकलीफ क्यों है.

उन्होंने कहा, ‘मैं कायर नहीं, बल्कि फाइटर हूं. मैं लंबे समय से लड़ाई लड़ रही हूं. पूर्व में, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों ने मुझ पर हमला किया था, मेरे ऊपर कई बार गोली भी चली, लेकिन मैं कभी उनके आगे झुकी नहीं.’

ममता ने कहा कि बुधवार को जब भाजपा कार्यकर्ता उन्हें अपशब्द कह रहे थे तब यह देखने के लिए वह अपनी कार से उतर कर कुछ देर के लिए चुपचाप खड़ी हो गई थीं कि हमलावर क्या कर सकते हैं.

उन्होंने कहा, ‘मैं देखना चाहती थी कि वे क्या कर सकते हैं. उनमें कितनी ताकत है लेकिन वे कायर हैं. उन्होंने मेरी कार पर हमला किया. मेरे साथ धक्का-मुक्की की. लेकिन मैं जान गई हूं, यह संदेश बहुत साफ है कि भाजपा चुनाव में हार रही है.’

ममता ने कहा कि अगर वह उत्तर प्रदेश में एक बार आ रही हैं और उससे भाजपा की पराजय सुनिश्चित हो रही है तो वह हजार बार उत्तर प्रदेश आना चाहेंगी.

उन्होंने कहा, ‘यह आसान नहीं है. खेला होबे.’

‘खेला होबे’ पिछले साल पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस का सूत्र वाक्य बन गया था.

समाज को जाति व धर्म के आधार पर बांट रही हैं भाजपा, सपा और बसपा: प्रियंका

सोनभद्र/चंदौली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भाजपा, सपा और बसपा पर समाज को जाति एवं धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसा करके ये दल जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से हटाना चाहते हैं.

प्रियंका गांधी. (फोटो साभार: ट्विटर/@priyankagandhi)

प्रियंका ने विभिन्न जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘चुनाव का समय ऐसा होता है, जिसमें यह पता लगाया जाता है कि किस पार्टी को वोट दिया जाए जो अगले पांच साल तक जनता की सेवा करे, मगर भाजपा, सपा और बसपा जैसी पार्टियां समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश में जुटी हैं.’

उन्होंने कहा कि इसी वजह से महंगाई, बेरोजगारी और सुविधाओं के अभाव जैसे वास्तविक मुद्दे पीछे छूट जाते हैं.

प्रियंका ने जुलाई 2019 में सोनभद्र के उभ्भा गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर 11 आदिवासियों की हत्या की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों को जंगल पर अधिकार दिया था, लेकिन अब बुलडोजर चलाकर उन्हें उनकी ही जमीन से जबरन बेदखल किया जा रहा है.

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों का यह कर्तव्य है कि वे लोगों की समस्याओं का समाधान करें लेकिन उत्तर प्रदेश में ‘छुट्टा’ जानवरों की समस्या खुद सरकार की नीतियों की ही देन है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने इस समस्या का समाधान सफलतापूर्वक किया है.

भाजपा की मुफ्त राशन योजना पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा, ‘आपको भाजपा की सोच को समझने की जरूरत है. वह आपको कभी रोजगार नहीं देगी. सरकार ने कृषि और छोटे उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया जबकि यह दोनों क्षेत्र सबसे ज्यादा रोजगार देते हैं.’

प्रियंका ने कांग्रेस के विभिन्न चुनावी वादों का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस इन सभी बातों को जमीन पर उतार कर दिखाएगी.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि छोटे-बड़े संस्थान, उद्योग-धंधे रोजगार देते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने उनको तहस-नहस कर डाला. उन्होंने कहा कि बीते पांच साल से प्रदेश में 12 लाख सरकारी पद खाली रखे हैं और अब वे चुनाव में कह रहे हैं कि रोजगार देंगे.

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘कांग्रेस नहीं चाहती है कि आप गरीब-पिछड़े रहें और नेता आपका फायदा उठाते रहें. हम चाहते हैं कि आप सशक्त बन जाएं, आप अपने पैरों पर खड़े हो जाएं. आप अपना हक मांगे.’

उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति आपका वोट है, इससे आप अपना भविष्य मजबूत बना सकते हैं. उसके लिए आपको सतर्क और जागरूक बनना पड़ेगा. ऐसे लोगों को चुनना पड़ेगा, जो आपके लिए दिन रात काम करने को तैयार हों.’

सपा सत्ता में आई तो जेल में बंद माफिया रिहा होंगे: अमित शाह

आजमगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि अगर उत्तर प्रदेश में सपा सत्ता में आती है तो जेल में सजा काट रहे माफिया रिहा हो जाएंगे.

अमित शाह. (फोटो: पीटीआई)

शाह ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के पहले पांच दौर में सपा और बसपा ने हार का स्वाद चखा है.

उन्होंने आजमगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने वादा किया था कि उत्तर प्रदेश में माफिया का शासन खत्म हो जाएगा और पांच साल में सभी माफिया खत्म हो गए हैं. अतीक अंसारी और मुख्तार अंसारी अभी योगी आदित्यनाथ सरकार में जेल में हैं. अगर प्रदेश में फिर सपा सत्ता में आती है तो ऐसा नहीं होगा और ऐसे लोगों को छोड़ दिया जाएगा.’

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले पांच दौर के मतदान में सपा और बसपा की हार रही है, और अब भाजपा को 300 से अधिक सीटें सुनिश्चित करने के लिए वोटों की जरूरत है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने काला चश्मा पहन रखा है, इसलिए उन्हें सिर्फ अंधेरा ही नजर आता है.


पंजाब विधानसभा चुनाव


सुखबीर सिंह बादल ने केजरीवाल पर भुल्लर की रिहाई बाधित करने का आरोप लगाया

चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वर्ष 1993 दिल्ली बम विस्फोट कांड के दोषी देविंदर पाल सिंह भुल्लर की रिहाई को एक बार फिर बाधित कर रहे हैं.

बादल ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेता का सिख-विरोधी और पंजाब विरोधी चेहरा सामने आ गया है.

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन की अध्यक्षता वाले सजा समीक्षा बोर्ड (एसआरबी) ने बुधवार को अमृतसर जेल में बंद भुल्लर की जल्द रिहाई पर फैसला टाल दिया, जिसके बाद बादल ने केजरीवाल पर निशाना साधा.

दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि एसआरबी की अगली बैठक तक मामले को टाल दिया गया है.


गोवा विधानसभा चुनाव


गोवा में कांग्रेस की सरकार बनेगी: माइकल लोबो

पणजी: कांग्रेस नेता एवं गोवा के पूर्व मंत्री माइकल लोबो ने उम्मीद जताई है कि दस मार्च को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने पर राज्य में भाजपा का शासन समाप्त हो जाएगा और कांग्रेस की सरकार बनेगी.

(फोटो साभार: ट्विटर)

उन्होंने साथ ही उन अटकलों को खारिज कर दिया कि गोवा में पार्टी विभाजित हो जाएगी.

विपक्ष के नेता दिगंबर कामत और कांग्रेस की गोवा इकाई के प्रमुख गिरीश चोडनकर की मौजूदगी में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोबो ने उन अफवाहों को भी खारिज किया कि अगले सप्ताह चुनाव परिणाम आने पर पार्टी बदलने के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनके संपर्क में है.

लोबो ने दावा किया, ‘अगर दस मार्च को अपराह्न तीन बजे तक परिणाम आ गए तो कांग्रेस शाम पांच बजे तक सरकार बना लेगी.’

इस साल जनवरी में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए लोबो ने कहा कि गोवा के लोग जानते हैं कि उनके बारे में झूठे दावे कौन कर रहा है.

उन्होंने कहा, ‘ऐसी अफवाहों में मत आइए. कोई कांग्रेस नहीं छोड़ रहा है. भाजपा को प्रवर्तन निदेशालय तथा अन्य एजेंसियों के माध्यम से दबाव डालने की रणनीति भी आजमाने दीजिए. हम एकजुट हैं और कांग्रेस नहीं छोड़ेगे.’

लोबो ने कहा कि कांग्रेस राज्य में मजबूत सरकार बनाएंगी. उन्होंने कहा, ‘भाजपा विपक्ष में होगी और हमें इसका भरोसा है.’

लोबो ने दावा किया कि अन्य दलों के नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा को समर्थन देने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. एक भी निर्दलीय विधायक या महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) भाजपा के पास नहीं जाएगी क्योंकि उसने एमजीपी की पीठ में छुरा घोंपा है. अब कोई उन पर भरोसा नहीं करता.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)