यूपी: चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन संबंधी 2,145 प्राथमिकी दर्ज हुईं

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चुनाव के मद्देनज़र लागू आदर्श आचार संहिता के तहत अब तक लगभग 103.56 करोड़ रुपये की नकदी और 62.13 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 22 लाख लीटर से ज़्यादा शराब ज़ब्त की गई.

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कानपुर में मतदान देने आए मतदाता. (फोटो: पीटीआई)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चुनाव के मद्देनज़र लागू आदर्श आचार संहिता के तहत अब तक लगभग 103.56 करोड़ रुपये की नकदी और 62.13 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 22 लाख लीटर से ज़्यादा शराब ज़ब्त की गई.

कानपुर में मतदान देने आए मतदाता. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ/नई दिल्ली/पणजी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन की 2,145 घटनाओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश भर में लागू आदर्श आचार संहिता के तहत पुलिस विभाग एवं आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान अब तक लगभग 103.56 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई है.

उन्होंने बताया कि दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के प्रावधानों के तहत 32,99,811 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है.

उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में अब तक विभिन्न धाराओं में 2,145 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.

अधिकारी ने बताया कि इसके अतिरिक्त आबकारी एवं पुलिस विभाग ने अब तक 62.13 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 22,94,614 लीटर शराब जब्त की हैं. इसी प्रकार स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) एवं पुलिस विभाग ने अब तक 48.47 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 17,640 किलोग्राम नशीले पदार्थ जब्त किए हैं.

शुक्ला ने बताया कि पुलिस एवं आयकर विभाग ने अब तक लगभग 40.71 करोड़ रुपये मूल्य की 429 किलोग्राम बहुमूल्य धातुएं बरामद की हैं तथा लगभग 94.00 करोड़ रुपये मूल्य की अन्य वस्तुएं भी बरामद की गई हैं.

उन्होंने बताया कि अब तक 8,96,110 लाइसेंसी हथियार जमा किए गए, जिसमें से मंगलवार को 41 लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए गए. उन्होंने बताया कि 631 लाइसेंस जब्त किए गए हैं तथा 2,080 लाइसेंस निरस्त किए गये हैं.

शुक्ला ने बताया कि पुलिस विभाग ने 10,233 शस्त्र, 10,582 कारतूस, 232 विस्फोटक एवं 336 बम बरामद किए हैं और छापा मारकर अवैध शस्त्र बनाने वाले 186 कारखानों को अब तक सीज किया है.

उन्होंने बताया कि सार्वजनिक एवं निजी स्थानों से अब तक कुल 1,38,65,122 प्रचार सामग्री हटाई गई हैं, जिसमें से सार्वजनिक स्थानों से 1,04,75,797 एवं निजी स्थानों से 33,89,325 प्रचार सामग्री हटाई गई हैं.

उन्होंने बताया कि इनमें दीवारों पर लिखी गई सामग्री, बैनर और पर्चे शामिल हैं.

उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में 10 फरवरी से सात मार्च के बीच मतदान हुआ था. मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.

सात चरणों के प्रचार अभियान में प्रियंका गांधी ने की सर्वाधिक चुनावी रैलियां

एक चुनावी सभा में प्रियंका गांधी. (फोटो साभार: ट्विटर)

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सात चरणों के प्रचार अभियान में चुनावी सभाओं की संख्या पर नजर डालें तो सभी शीर्ष नेताओं में से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सबसे अधिक पसीना बहाया है. उन्होंने प्रदेश में सबसे ज्यादा सभाओं को संबोधित किया.

प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ चुनावी सभाओं के मामले में प्रियंका के बाद दूसरे नंबर पर रहे.

विभिन्न दलों से एकत्रित जानकारी के अनुसार प्रियंका गांधी ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए 209 रैलियां और रोड शो किए. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने पार्टी को लगातार दूसरी बार सत्ता में वापस लाने के लिए राज्य भर का दौरा कर 203 रैलियां और रोड शो किए.

प्रदेश में सरकार बनाने की दौड़ में प्रमुख दावेदार राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए 131 रैलियां और रोड शो किए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी बड़ी संख्या में रैलियों को संबोधित किया और रोड शो भी किए. प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में सात चरणों के मतदान के दौरान 28 रैलियों और रोड शो को संबोधित किया.

मोदी अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में एक रात ठहरे और पांच मार्च को सातवें और अंतिम चरण के लिए अभियान समाप्त होने से पहले वाराणसी के खजूरी गांव में एक रैली के साथ अपना अभियान समाप्त किया.

देवरिया में हुई एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: ट्विटर/@myogiadityanath)

गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य भर में भाजपा और एनडीए के सहयोगियों के पक्ष में 54 रैलियों और रोड शो में भाग लिया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जो लखनऊ संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य भी हैं, ने महीने भर के चुनाव प्रचार के दौरान 43 रैलियों और रोड शो को संबोधित किया.

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उप्र में 41 चुनावी रैलियां और रोड शो किए.

बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, जिनकी चुनावों से पहले जमीन पर अनुपस्थिति ने उनकी पार्टी के सत्ता की दौड़ से बाहर होने की अटकलों को जन्म दिया, ने अपनी पार्टी की उम्मीदों को बनाए रखने के लिए राज्य में 18 रैलियों और रोड शो को संबोधित किया.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र में एक वर्चुअल रैली को छोड़कर राज्य में कहीं भी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए कोई सभा नहीं की.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अतिथि के रूप में दो रैलियों को संबोधित किया जिसमें एक अमेठी और दूसरी वाराणसी में थी.

राज्य के नेताओं में योगी के अलावा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उनके एक अन्य उपमुख्यमंत्री सहयोगी दिनेश शर्मा ने भी योगी सरकार बनाए रखने के लिए लोगों से सभाओं में वोट मांगे।

अपनी पार्टी और सहयोगी दलों के लिए अखिलेश यादव ने भाजपा के स्टार प्रचारकों के बयानों के खिलाफ मोर्चा संभाला। राष्‍ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पड़ने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के शुरुआती दो चरणों में अखिलेश यादव के साथ थे.

जैसे-जैसे चुनाव पूर्वांचल की ओर बढ़ा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और अन्य नेताओं ने भी सक्रियता दिखाई.

बीमार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने दो स्थानों पर सपा के लिए सभा को संबोधित किया जिसमें वह अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र मैनपुरी जिले की विधानसभा सीट करहल में अपने बेटे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के समर्थन में गए. उन्होंने जौनपुर के मल्हनी में भी सभा को संबोधित किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सपा के पक्ष में वाराणसी में एक रैली को संबोधित किया.


गोवा विधानसभा चुनाव


मतगणना से पहले कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को होटल में रखेगी, भाजपा नेता फडणवीस से मिलेंगे

चुनाव बाद सर्वेक्षण (एक्जिट पोल) में गोवा में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणियों के एक दिन बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं.

कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को एकजुट रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और उन्हें रिसॉर्ट में लेकर जाने की योजना बना रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

दूसरी ओर, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जबकि गोवा के अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में मिलने की योजना बना रहे हैं.

गोवा विधानसभा की कुल 40 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था और मतों की गिनती मडगांव और पणजी में 10 मार्च को होगी.

निवर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 17 से घटकर दो रह गई है. पांच साल में इसके 15 विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को एकजुट रखने का कोई भी प्रयास बाकी नहीं छोड़ेगी.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कांग्रेस के सभी उम्मीदवार उत्तरी गोवा के एक रिसॉर्ट में बुधवार को रहेंगे, जहां से वे मतगणना केंद्रों तक जाएंगे.’

कांग्रेस ने अपने सभी विजेता उम्मीदवारों को परिणाम आने के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचने को कहा है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, ‘हमें अपने उम्मीदवारों पर पूरा भरोसा है, लेकिन हम कोई मौका देना नहीं चाहते.’’

इस बीच मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राजधानी दिल्ली में मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.

गोवा भाजपा को वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने ‘फुल-प्रूफ रणनीति’ तैयार की है, ताकि पार्टी राज्य में अपनी सत्ता कायम रखे.

भाजपा ने अपने सभी विजेता उम्मीदवारों से कहा है कि वे बृहस्पतिवार को मतगणना के बाद पणजी स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचें. उन्होंने कहा, ‘हम अपने नेता का निर्धारण करने और सरकार गठित करने में समय नहीं गंवाएंगे.’

उधर, तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह सात-आठ सीट जीतेगी तथा उसके गठबंधन सहयोगी को एमजीपी को चार-पांच सीट मिलेंगी तथा उसके बाद वह मुख्यमंत्री पद के लिए मोलजोल करेगी.

टीएमसी के प्रदेश प्रमुख किरण कंडोलकर ने कहा, ‘हमें कोई डर नहीं है कि हमारे उम्मदीवार पार्टी छोड़ देंगे. हम यह भी जानते हैं कि टीएमसी और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के सहयोग के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी.’

कांग्रेस और गैर-भाजपा नेताओं के बीच बातचीत चल रही है: चिदंबरम

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि गोवा में मतगणना से पहले उनकी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के साथ बातचीत चल रही है.

चिदंबरम ने एनडीटीवी को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘हमें पूरा विश्वास है कि गोवावासियों ने हमें स्पष्ट बहुमत दिया है. पहले की तुलना में आज मुझे और अधिक विश्वास हो गया है, क्योंकि मैंने प्रत्येक उम्मीदवार से बात की है.’

उन्होंने कहा, ‘हम अन्य दलों के साथ काम करने को इच्छुक हैं. हमारा लक्ष्य गैर-भाजपा मंच बनाना और भारत के अन्य हिस्सों में भी ये प्रयास किए जा रहे हैं, तो गोवा में यह प्रयास क्यों नहीं?’

चिदंबरम की यह टिप्पणी उस रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस के नेता आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं से संपर्क में हैं.

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह भी अन्य दलों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं, तो चिदंबरम ने कहा, ‘मैं सीधे तौर पर तो नहीं, लेकिन गोवा में हमारे नेता अन्य दलों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट रूप से वे सभी मित्र हैं. वे सभी एक दूसरे को जानते हैं. यह (गोवा) छोटी जगह है. वे सदा कई मौकों पर मिलते रहते हैं.’

गोवा के पार्टी प्रभारी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार अपनी पार्टी के प्रति निष्ठावान हैं. उन्होंने कहा, ‘सभी निष्ठा की कसम खाते हैं. मुझे इसमें कोई संदेह नजर नहीं आता कि भले हारे या जीते, लेकिन प्रत्येक उम्मीदवार पार्टी के प्रति निष्ठावान रहेगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)