गुजरात कांग्रेस द्वारा सत्तारूढ़ भाजपा के गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के प्रति नरम रुख़ के आरोप पर मंत्री पूर्णेश मोदी ने विधानसभा में कहा कि आरएसएस देशभक्त बनाता है. बार-बार गोडसे और आरएसएस का नाम लिया जा रहा है. संघ या भाजपा ने कभी इस बारे में बात नहीं की, हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है.
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गांधीनगर: गुजरात के मंत्री पूर्णेश मोदी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से कोई लेना-देना नहीं है.
मंत्री का यह बयान विपक्षी कांग्रेस के लगातार आरोपों की पृष्ठभूमि में आया है कि सत्तारूढ़ भाजपा का गोडसे के प्रति नरम रुख है.
इससे पहले सदन में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पुंजा वंश और शैलेश परमार ने कई मुद्दों पर भाजपा की आलोचना की और कुछ हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए दावा किया ये घटनाएं यह दर्शाती हैं कि भाजपा के शासन में महात्मा गांधी के हत्यारे को गुजरात में महत्व दिया जा रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कांग्रेस द्वारा उल्लेखित घटनाओं में एक वह थी, जिसमें गोडसे को वलसाड जिले में एक भाषण प्रतियोगिता में नायक के रूप में चित्रित किया गया था और दूसरा जामनगर में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई थी.
मंगलवार को सदन की कार्यवाही के शुरुआती भाग में पहला संदर्भ ऊना निर्वाचन क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक पुंजा वंश ने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, ‘एक तरफ हम गांधी की बात करते हैं तो दूसरी तरफ गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रतिमा लगाई जा रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय इसे तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.’
वह पिछले साल नवंबर में हुए उस घटना का जिक्र कर रहे थे जब जामनगर में कुछ लोगों ने गोडसे की प्रतिमा स्थापित की थी. इसके बाद कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा को तोड़ दिया था.
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यह इस राज्य का दुर्भाग्य है कि स्कूलों में ‘मेरा आदर्श नाथूराम गोडसे’ विषय पर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं. वह हाल ही में वलसाड के एक प्राथमिक विद्यालय में आयोजित भाषण प्रतियोगिता का जिक्र कर रहे थे.
इसके बाद कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर ‘भगवा आतंकवाद’ की गलत धारणा गढ़ने का आरोप लगाते हुए पूर्णेश मोदी ने कहा कि आरएसएस देशभक्त बनाता है और नागरिकों में देशभक्ति की भावना पैदा करता है.
उन्होंने कहा, ‘यहां (विधानसभा चर्चा में) बार-बार गोडसे और आरएसएस का नाम लिया जा रहा है. भूपेंद्रसिंह चुडास्मा ने स्पष्ट किया है कि हमारा गोडसे से कोई लेना-देना नहीं है. भारतीय जनसंघ, आरएसएस या भाजपा ने कभी इस बारे में बात नहीं की. हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है.’
आरएसएस का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि संगठन अलग-अलग अवधि में तीन प्रतिबंधों से भी बच गया है क्योंकि यह देशभक्ति की भावना पैदा करता है. उन्होंने कहा कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास नहीं करती है.
मालूम हो कि बीते 14 फरवरी को गुजरात सरकार ने वलसाड जिले में स्कूली छात्रों के लिए ‘मेरा आदर्श नाथूराम गोडसे’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित किया था.
राज्य सरकार के युवा सेवा एवं सांस्कृतिक गतिविधि विभाग के तत्वावधान में जिलास्तरीय बाल प्रतिभा शोध स्पर्धा के तहत कुसुम विद्यालय में हुए प्रतियोगिता में लगभग 25 सरकारी और निजी स्कूलों के कक्षा पांच से आठवीं तक की आयुवर्ग के छात्रों ने भाग लिया था.
उसी दिन प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार भी दिए गए थे.
बता दें कि 2014 में जबसे नरेंद्र मोदी सत्ता में आए हैं, उनके समर्थकों, भाजपा के नेताओं और आरएसएस से संबद्ध संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कई बार खुलेआम महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे की प्रशंसा की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)