अमेरिका ने रूस से तेल आयात बैन किया, ज़ेलेंस्की बोले- रूस को आतंकवादी देश घोषित करें

यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सेना द्वारा घेराबंदी के चलते नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित निकासी मार्ग स्थापित करने के प्रयास विफल रहे हैं. ब्रिटेन की संसद में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के संबोधन के बाद ब्रिटिश सरकार ने एक नए क़ानून की घोषणा की जिसके तहत किसी भी रूसी विमान के लिए ब्रिटेन में उड़ान भरने या उतरने को अपराध माना जाएगा.

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ब्रिटिश संसद को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये संबोधित करते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की. (फोटो: रॉयटर्स)

यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सेना द्वारा घेराबंदी के चलते नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित निकासी मार्ग स्थापित करने के प्रयास विफल रहे हैं. ब्रिटेन की संसद में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के संबोधन के बाद ब्रिटिश सरकार ने एक नए क़ानून की घोषणा की जिसके तहत किसी भी रूसी विमान के लिए ब्रिटेन में उड़ान भरने या उतरने को अपराध माना जाएगा.

ब्रिटिश संसद को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये संबोधित करते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की. (फोटो: रॉयटर्स)

वाशिंगटन/लंदन/कीव/लवीव/वेलिंगटन/बीजिंग/मॉस्को: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के जवाब में उसकी अर्थव्यवस्था को और कमजोर करने के इरादे से मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिका, रूस से सभी तेल आयात पर प्रतिबंध लगाएगा, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि इससे अमेरिकियों, विशेष रूप से गैस पंप पर लागत बढ़ जाएगी.

यह कार्रवाई यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा अमेरिका और पश्चिमी देशों के अधिकारियों से आयात में कटौती करने की अपील करने के बाद हुई है.

रूस के वित्तीय क्षेत्र पर गंभीर प्रतिबंधों के बावजूद तेल निर्यात ने वहां नकदी प्रवाह को स्थिर बनाए रखा है.

बाइडन ने घोषणा की, ‘हम पुतिन के युद्ध को ‘सब्सिडी’ देने का हिस्सा नहीं होंगे.’ उन्होंने नई कार्रवाई को इस जारी युद्ध के लिए रूस को धन जुटाने के खिलाफ एक ‘जोरदार झटका’ बताया.

उन्होंने कहा कि अमेरिकियों को बढ़ती कीमतों का सामना करना होगा, स्वतंत्रता की रक्षा करना महंगा पड़ जाएगा. बाइडन ने कहा कि अमेरिका यूरोपीय सहयोगियों के साथ परामर्श में काम कर रहा है, जो रूसी ऊर्जा आपूर्ति पर अधिक निर्भर हैं.

जेलेंस्की ने ब्रिटिश संसद से कहा- रूस को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करें

उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ब्रिटेन के सांसदों से रूस को ‘आतंकवादी राष्ट्र’ घोषित करने का अनुरोध किया और मॉस्को पर सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया ताकि ‘यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारा देश सुरक्षित रहे.’

मंगलवार को वीडियो लिंक के जरिये ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में ‘ऐतिहासिक’ भाषण देने वाले जेलेंस्की (44) को संसद के सदस्यों ने खड़े होकर सम्मान दिया.

जेलेंस्की ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम आपसे, पश्चिमी देशों से मदद की आस लगा रहे हैं. हम इस मदद के लिए आभारी हैं और मैं आपका आभारी हूं, बोरिस.’

उन्होंने कहा, ‘कृपया इस देश (रूस) के खिलाफ प्रतिबंधों का दबाव बढ़ाए और कृपया इस देश को आतंकवादी देश के तौर पर मान्यता दें. कृपया यह सुनिश्चित कीजिए कि हमारा यूक्रेनी आसमान सुरक्षित रहे. कृपया यह सुनिश्चित करें कि आप वह सब करें जो करने की जरूरत है.’

जेलेंस्की ने भावुक भाषण देते हुए ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के उन शब्दों को दोहराया जिसमें हवाई क्षेत्र, समुद्र और सड़कों पर रूसी सैनिकों से लड़ने का वादा किया गया था.

यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में रूस द्वारा हमले के एक-एक दिन का ब्योरा दिया. उन्होंने यह कहते हुए अपना भाषण समाप्त किया, ‘वह करिए जो आप कर सकते हैं, वह करिए जो आपको करना चाहिए क्योंकि महानता ही महानता को जोड़ती है, आपके देश और आपके लोगों को एक साथ लाती है.’

यह पहली बार है जब किसी विदेशी नेता ने हाउस ऑफ कॉमंस में सांसदों को सीधे संबोधित किया है.

सूमी इलाके में रूसी हमले में क्षतिग्रस्त हुआ रिहायशी इलाका. (फोटो: रॉयटर्स)

ब्रिटेन के हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों के परिचालन को माना जाएगा अपराध

इसके बाद ब्रिटेन की सरकार ने बुधवार को नए कानून की घोषणा की जिसके तहत किसी भी रूसी विमान के लिए ब्रिटेन में उड़ान भरने या उतरने को अपराध माना गया है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का आदेश देने के जवाब में ब्रिटेन के हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों के उड़ान भरने और उतरने पर पहले से ही प्रतिबंध लागू हैं.

विस्तारित प्रतिबंध के दायरे में रूस या वहां की कंपनियों या लोगों से संबंधित विमान आएंगे और ब्रिटेन के पास रूस से संबंधित किसी भी व्यक्ति के विमान को रोककर रखने की भी शक्ति होगी.

ब्रिटेन सरकार को रूसी नागरिकों और कंपनियों के विमानों को ब्रिटेन विमानन पंजी सूची से बाहर करने का भी अधिकार होगा.

ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस ने कहा, ‘ब्रिटेन से रूसी विमानों के परिचालन पर प्रतिबंध और उड़ान को आपराधिक श्रेणी में रखने से रूस और क्रेमलिन के करीबी लोगों को अब और अधिक आर्थिक कीमत चुकानी होगी.’

उन्होंने कहा, ‘हम पुतिन के अवैध आक्रमण का सामना करने के लिए कूटनीतिक, आर्थिक और रक्षात्मक रूप से यूक्रेन का समर्थन करना जारी रखेंगे और अंतरराष्ट्रीय मंच पर रूस को अलग-थलग करने के लिए काम करेंगे.’

बुधवार को कुछ और पाबंदियों की घोषणा के तहत ब्रिटेन के विमानन या अंतरिक्ष से संबंधित वस्तुओं और प्रौद्योगिकी के रूस को निर्यात पर रोक लग जाएगी. इनमें बीमा और पुनर्बीमा जैसी सेवाएं भी शामिल हैं.

ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्स ने कहा, ‘पुतिन नाकाम होंगे और इसलिए हम रूसी विमानों पर प्रतिबंध लगाने वाले शुरुआती देशों में से एक थे और आज हम ब्रिटेन के हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों के परिचालन को अपराध की श्रेणी में रखकर और भी आगे बढ़ रहे हैं.’

कीव में बजे हवाई हमले के सायरन: रूसी सेना ने शहरों पर दबाव बढ़ाया

यूक्रेन की राजधानी कीव में बुधवार को हवाई हमले के सायरन बजने लगे. वहीं अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना से खतरे वाले प्रमुख शहरों में सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है.

माना जाता है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के आक्रमण के बाद से लगभग दो सप्ताह की लड़ाई में हजारों लोग मारे गए हैं जिसमें सैनिक और आम नागरिक दोनों शामिल हैं.

रूसी सैनिकों का यूक्रेन में आगे बढ़ना यूक्रेन की सेना के उम्मीद से अधिक प्रतिरोध के चलते धीमा हो गया है. रूसी सैनिकों ने कई शहरों की घेराबंदी कर दी है. इससे शहरों के भीतर नागरिक फंस गए हैं जिनके पास भोजन, पानी या दवा की कमी हो गई है.

कई शहरी क्षेत्रों से सुरक्षित निकासी मार्ग स्थापित करने के बार-बार प्रयास विफल रहे हैं. हालांकि कुछ हज़ार लोग मंगलवार को एक सुरक्षित गलियारे के माध्यम से उत्तरपूर्वी शहर सूमी से निकलने में सफल रहे.

घिरे हुए बंदरगाह शहर मारियुपोल के निवासी इतने भाग्यशाली नहीं थे. युद्ध के कुछ सबसे बुरे प्रभाव वहां सामने आ रहे हैं. नागरिकों को निकालने और आवश्यक आपूर्ति मुहैया कराने का प्रयास विफल रहा.

सूमी में रूसी हमले में ध्वस्त इमारतों के बीच से निकलते लोग. (फोटो: रॉयटर्स)

यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काफिले पर उसके शहर में पहुंचने से पहले गोलाबारी की.

यूक्रेनी अधिकारियों ने घोषणा की कि रूस घिरे या कब्जे वाले शहरों से भागने वाले नागरिकों के लिए कई निकासी मार्गों पर बुधवार को एक नए दिनभर के संघर्ष विराम के लिए सहमत हो गया है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि रूसी सेना इसका सम्मान करेगी या नहीं.

इस बीच, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक बयान में कहा कि वह उत्तर, दक्षिण और पूर्व के शहरों में सुरक्षा बढ़ा रहा है और राजधानी कीव के आसपास की सेना जवाबी हमलों के साथ रूसी हमले का विरोध कर रही है.

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कहा कि उत्तरी शहर चेर्निहाइव में, रूसी सेना आवासीय भवनों और खेतों में सैन्य उपकरण रख रही है.

वहीं, दक्षिण में आम नागरिक वेशभूषा पहने हुए रूसी लोग माइकोलाइव शहर में आगे बढ़ रहे हैं. उसने नई लड़ाई के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी.

तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू के अनुसार, लड़ाई समाप्त करने के उद्देश्य से बातचीत में अब तक बहुत अधिक सफलता नहीं मिली है, लेकिन रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बृहस्पतिवार को तुर्की में मिलने की उम्मीद है.

बैठक नाटो सदस्य देश तुर्की द्वारा आयोजित एक शिखर सम्मेलन के इतर होनी है, लेकिन इस बारे में और कोई विवरण घोषित नहीं किया गया है.

कीव में बुधवार सुबह एक के बाद एक हवाई अलर्ट के जरिये निवासियों से संभावित रूसी मिसाइलों के हमले से सुरक्षित ठिकाने में जाने का आग्रह किया गया. प्रत्येक अलर्ट के बाद खतरा टलने का संकेत भी दिया गया.

इस तरह के अलर्ट रुक-रुककर जारी होते हैं, जिससे लोग सतर्क रहते हैं. कीव हाल के दिनों में अपेक्षाकृत शांत रहा है, हालांकि रूसी तोपखाने ने सीमाई क्षेत्रों में हमला किया है.

कीव क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने कहा कि राजधानी में नागरिकों के लिए संकट बढ़ रहा है, शहर के उपनगरों में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है. उन्होंने कहा, ‘रूस कीव क्षेत्र में कृत्रिम मानवीय संकट पैदा कर रहा है.’

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अब तक 20 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. ऐसे में जब मॉस्को की सेना ने यूक्रेन के शहरों को घेर लिया है, संघर्ष ने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए गलियारे बनाने के प्रयास विफल कर दिये हैं.

यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वीरेशचुक ने बुधवार को कहा कि रूसी अधिकारियों ने दक्षिण में सूमी, मारियुपोल, एनरहोदर, दक्षिण-पूर्व में वोल्नोवाखा, पूर्व में इज़्यूम और कीव क्षेत्र के कई शहरों से निकासी गलियारों के लिए एक नए संघर्ष विराम की पुष्टि की है.

सभी गलियारे यूक्रेन में कहीं किसी और स्थल की ओर जाते हैं जो वर्तमान में यूक्रेनी सरकार के नियंत्रण में हैं. रूस के उन प्रस्तावों की पूर्व में आलोचना की गई थी जिसमें निकासी मार्ग रूस या सहयोगी बेलारूस की ओर स्थापित करने की बात कही गई थी.

सूमी से बाहर निकलने का मार्ग ही एकमात्र ऐसा है जिसका अब तक सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है. इससे मंगलवार को 1,700 विदेशी छात्रों सहित 5,000 लोगों को निकालकर दक्षिण-पश्चिम में पोल्टावा शहर पहुंचाया गया.

यूक्रेनी अधिकारियों ने बुधवार को वीडियो जारी किए जिसमें ट्रकों और बसों को रेड क्रॉस प्रतीकों के साथ दिखाया गया, जो रूस के घेरे वाले शहरों की ओर जा रहे हैं.

यूक्रेन से भागकर पोलैंड पहुंचे लोग एक अस्थायी शिविर में. (फोटो: रॉयटर्स)

यूक्रेन पर अपने आक्रमण को ‘विशेष सैन्य अभियान’ कहने वाले रूस ने युद्ध के बारे में आधिकारिक बयानों को लगभग विशेष रूप से अलगाववादी क्षेत्रों में लड़ाई और वहां से निकासी पर केंद्रित किया हुआ है, जहां रूसी समर्थित बल 2014 से यूक्रेन की सेना से लड़ रहे हैं.

बुधवार को रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि रूसी सेना ने पूर्व में एक बड़े पैमाने पर हमले की साजिश को विफल कर दिया था. उन्होंने टेलीविजन पर एक बयान में यूक्रेनी नेशनल गार्ड दस्तावेज का हवाला देते हुए यह दावा किया.

दक्षिण में, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के समुद्र तट से लगे क्षेत्रों में बढ़ने का प्रयास किया है जो कि क्रीमिया के साथ एक जमीनी संपर्क बना सकता है. क्रीमिया को मॉस्को ने 2014 में यूक्रेन से कब्जा लिया था.

मारियुपोल शहर कई दिनों से रूसी सैनिकों से घिरा हुआ है और 4,30,000 नागरिकों वाले शहर में मानवीय संकट सामने आ रहा है. शहर की सड़कों पर शव पड़े हुए हैं. भूखे लोग भोजन की तलाश में दुकानें तोड़ रहे हैं और पानी के लिए बर्फ पिघला रहे हैं.

रूसी बमबारी से बचने के लिए हजारों लोगों ने भूमिगत स्थलों में शरण ले रखी है.

महिलाओं और बच्चों से भरे एक बेसमेंट में रोते हुए गोमा जाना ने कहा, ‘मैं क्यों न रोऊं? मुझे अपना घर चाहिए. मुझे अपनी नौकरी चाहिए. मैं लोगों, शहर और बच्चों के लिए बहुत दुखी हूं.’

यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरीना वेरेशचुक ने कहा कि मारियुपोल ‘विनाशकारी स्थिति’ में है.

इस बीच, पोलैंड ने यूक्रेन की सेना की मदद करने के लिए अमेरिका को अपने सभी मिग-29 लड़ाकू विमान देने का प्रस्ताव दिया है.

हालांकि, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह प्रस्ताव उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के लिए गंभीर चिंताएं पैदा करता है और यह योजना ‘तर्कसंगत नहीं’ है.

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक करीब 20 लाख लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं.

चेर्नोबिल में बिजली आपूर्ति करने वाला ग्रिड क्षतिग्रस्त

यूक्रेन के बंद पड़े चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में बिजली आपूर्ति करने वाला ग्रिड क्षतिग्रस्त हो गया है और आपातकालीन जेनरेटर के जरिये बिजली की आपूर्ति की गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र में ही दुनिया की सबसे भीषण परमाणु त्रासदी हुई थी. सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि बिजली गुल होने से परमाणु संयंत्र की कूलिंग सामग्री को खतरा हो सकता है.

चेर्नोबिल को बिजली आपूर्ति करने वाली लाइन के नुकसान का कारण अभी स्पष्ट नहीं है. पिछले सप्ताह से यह स्थल रूसी सैनिकों के नियंत्रण में है.

यूक्रेन के ग्रिड ऑपरेटर यूक्रेनरहो ने कहा है कि राष्ट्रीय परमाणु नियामक के अनुसार चेर्नोबिल के सभी संयंत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और डीजल जनरेटर में 48 घंटे के लिए ईंधन है.

नियामक ने कहा कि बिजली के बिना ‘परमाणु और विकिरण सुरक्षा के मापदंडों’ को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है.

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि बिजली की आपूर्ति करने वाला ग्रिड क्षतिग्रस्त हो गया है और मरम्मत की अनुमति देने के लिए संघर्ष विराम का आह्वान किया.

कीव से हजारों लोगों को निकालने के प्रयास जारी: जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि राजधानी कीव और इसके आसपास के शहरों से करीब 18,000 लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं.

उन्होंने बुधवार को कहा कि यह कवायद यूक्रेन के भीतर कई मानवीय गलियारों से व्यापक निकासी प्रयासों का हिस्सा है. उन्होंने संघर्षविराम के वादे का उल्लंघन करने को लेकर खिलाफ रूस के सशस्त्र बलों को चेतावनी दी.

जेलेंस्की ने फिर से विदेशी हवाई मदद की अपील करते हुए कहा, ‘हमें विमान भेजें.’

पश्चिमी देशों ने सैन्य उपकरण भेजे हैं और यूक्रेन के पूर्वी मोर्चे पर सेना की मौजूदगी बढ़ा दी है, लेकिन वे हवाई सहायता प्रदान करने और रूस के साथ सीधे युद्ध में शामिल होने को लेकर सावधानी बरत रहे हैं.

यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिका के शीर्ष सांसदों में बनी सहमति

इससे पहले अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य बुधवार को एक द्विदलीय प्रस्ताव के मसौदे पर सहमत हुए, जिसमें यूक्रेन और यूरोपीय सहयोगियों की मदद के लिए 13.6 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान किया गया है.

सांसदों ने महामारी से निपटने के लिए घोषित 15 खरब डॉलर के बजट के बाकी हिस्से के रूप में संघीय एजेंसियों को अरबों डॉलर की अतिरिक्त मदद देने पर भी सहमति जताई.

राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले हफ्ते यूक्रेन को सैन्य, मानवीय और आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए 10 अरब डॉलर के बजट का अनुरोध किया था. हालांकि, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसदों का पुख्ता समर्थन मिलने से यह राशि बढ़कर 13.6 अरब डॉलर पर पहुंच गई.

लवीव स्टेशन पर अपने बच्चों के साथ यूक्रेनी महिला. (फोटो: रॉयटर्स)

ह्वाइट हाउस में बाइडन ने कहा, ‘हम अत्याचार, दमन और हिंसक कार्रवाई के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करने जा रहे हैं.’

2,741 पन्नों के इस प्रस्ताव पर प्रतिनिधि सभा में बुधवार तक, जबकि सीनेट में सप्ताह के अंत तक मुहर लगने की उम्मीद है.

रूसी आक्रमण से निपटने में यूक्रेन की मदद को लेकर डेमाक्रेटिक और रिपब्लिकन सदस्य एकजुट नजर आ रहे हैं.

उनके सामने सरकार के व्यापक खर्च के उपायों को मंजूरी देने के लिए शुक्रवार तक की समयसीमा थी, जिसके बाद चुनावी वर्ष के मद्देनजर सप्ताहांत संघीय बंदी लागू हो जाती. समय की किल्लत को देखते हुए सदन ने एजेंसियों को 15 मार्च तक प्रभावी बनाए रखने के लिए बुधवार को ही एक विधेयक पारित करने की योजना बनाई.

यूक्रेन के लिए प्रस्तावित चार अरब डॉलर से अधिक की सहायता राशि उन 20 लाख से ज्यादा शरणार्थियों से निपटने में कीव और पूर्वी यूरोपीय देशों की मदद के लिए थी, जो पहले ही युद्धग्रस्त देश को छोड़ चुके हैं.

वहीं, 6.7 डॉलर की अतिरिक्त मदद क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों और उपकरणों की तैनाती के अलावा यूक्रेन और अमेरिकी सहयोगियों को अमेरिकी सैन्य साजो-सामान के हस्तांतरण के लिए थी. इसके अलावा प्रस्ताव में रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लागू करने के लिए भी वित्तीय मदद की व्यवस्था की गई है.

सीनेट में सत्ता पक्ष के नेता चक शूमर ने कहा, ‘यूरोप में युद्ध ने कांग्रेस की सारी ऊर्जा तेजी से कुछ करने की दिशा में केंद्रित कर दी है.’

वहीं, विपक्ष के नेता मिच मैककॉनेल ने उम्मीद जताई कि यह प्रस्ताव पोलैंड को उन विमानों को बदलने के लिए ऋण गारंटी देगा, जिन्हें वह यूक्रेन भेज रहा है.

न्यूजीलैंड ने पारित किया रूस के खिलाफ प्रतिबंध विधेयक

न्यूजीलैंड के सांसदों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया है.

रूस पर पहले ही प्रतिबंध लगा चुके कई देशों के विपरीत न्यूजीलैंड ने पहले इस तरह के कदम नहीं उठाए थे और कहा था कि ऐसे कदम संयुक्त राष्ट्र के व्यापक प्रयास का हिस्सा होने चाहिए.

प्रतिबंध विधेयक में उन कुलीन वर्गों पर कार्रवाई की बात कही गई है जो यूक्रेन पर रूस के हमले से जुड़े हैं. इससे न्यूजीलैंड संबंधित संपत्तियों को जब्त कर पाएगा और रूस के विमानों को न्यूजीलैंड में आने से रोक पाएगा.

न्यूजीलैंड के सांसदों ने कहा कि अब उनका देश रूस के कुलीन वर्गों के लिए सुरक्षित ठिकाना नहीं बन पाएगा जो अन्यत्र स्थानों पर प्रतिबंधों से बचने की कोशिश कर रहे हैं.

चीन ने यूक्रेन को मदद भेजी, लेकिन रूस पर प्रतिबंधों के खिलाफ

चीन ने कहा कि वह 50 लाख युआन (करीब 7.91 लाख डॉलर) मूल्य का खाद्यान्न और दैनिक जरूरत का अन्य सामान यूक्रेन को भेज रहा है. हालांकि, उसने इस पूर्वी यूरोपीय देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का विरोध जारी रखा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने संवाददाताओं से कहा कि बुधवार को मदद की पहली खेप यूक्रेन को सौंपी गई और अन्य खेप ‘यथा शीघ्र भेजी’जाएगी.

चीन मोटे तौर पर रूस का समर्थन कर रहा है और झाओ ने दोहराया कि बीजिंग, मॉस्को के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध का विरोध करता है.

झाओ ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, प्रतिबंध का डंडा हर बार शांति और सुरक्षा नहीं लाएगा बल्कि संबंधित देश की अर्थव्यवस्था और जीविकोपार्जन के लिए गंभीर मुश्किल पैदा करता है.

उन्होंने कहा कि चीन और रूस आपसी सम्मान, समानता और आपसी लाभ की भावना से तेल और गैस सहित सामान्य कारोबार सहयोग जारी रखेंगे.

चीन ने कहा कि संघर्ष पैदा करने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराना चाहिए क्योंकि वाशिंगटन नाटो के विस्तार के चलते रूस की ‘वैध’सुरक्षा चिंता पर पर्याप्त विचार करने में असफल रहा.

रूस ने डोनबास पर हमले की साजिश नाकाम करने का दावा किया

रूस के रक्षा मंत्रालय ने पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों पर बड़े पैमाने पर हमले की साजिश नाकाम करने का दावा किया है.

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने बुधवार को यूक्रेनी नेशनल गार्ड के कथित खुफिया दस्तावेज के हवाले से बताया कि डोनबास क्षेत्र को निशाना बनाने के लिए हफ्ते भर की व्यापक योजना तैयार की गई थी.

टीवी पर प्रसारित बयान में कोनाशेनकोव ने कहा, ’24 फरवरी से जारी रूसी सेना के विशेष सैन्य अभियान ने इस साल मार्च में लुहान्स्क और दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (जो कीव द्वारा नियंत्रित नहीं हैं) पर यूक्रेनी सेना के लड़ाकू समूहों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले की साजिश का पता लगाकर उसे नाकाम कर दिया.’

हालांकि, उन्होंने रूसी अभियान के दौरान यूक्रेनी शहरों और नागरिकों पर की जाने वाली गोलीबारी व हवाई हमलों के अलावा रूसी सेना में होने वाली मौतों या अभियान के किसी अन्य पहलु पर कोई जानकारी नहीं दी.

रूस ने यूक्रेन पर अपने आक्रमण को ‘विशेष सैन्य अभियान’ करार दिया है. युद्ध से जुड़े उसके आधिकारिक बयान मुख्यत: अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में संघर्ष और निकासी पर केंद्रित रहे हैं, जहां रूस समर्थक बल साल 2014 से ही यूक्रेनी सैनिकों से लड़ रहे हैं.

रोमानिया के बुखारेस्ट के नॉर्थ रेलवे स्टेशन के टिकटघर में यूक्रेन से आए नागरिकों के लिए अस्थायी व्यवस्था की गई है. . (फोटो: रॉयटर्स)

मैकडॉनल्ड्स, स्टारबक्स, कोका-कोला, पेप्सिको ने रूस में व्यापार अस्थायी रूप से किया निलंबित

मैकडॉनल्ड्स, स्टारबक्स, कोका-कोला, पेप्सिको और जनरल इलेक्ट्रिक जैसे कई वैश्विक ब्रांड ने घोषणा की है कि वे यूक्रेन पर आक्रमण के जवाब में रूस में अपने व्यापार को अस्थायी रूप से निलंबित कर रहे हैं.

‘मैकडॉनल्ड्स’ के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) क्रिस केम्पचिंस्की ने कर्मचारियों को भेजे एक पत्र में कहा, ‘हमारे सिद्धांतों के अनुसार, हम यूक्रेन में लोगों को हो रही अनावश्यक पीड़ा को नजरअंदाज नहीं कर सकते.’

शिकागो स्थित ‘बर्गर’ की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह अस्थायी रूप से 850 स्टोर बंद कर देगी, लेकिन रूस में अपने 62,000 कर्मचारियों को भुगतान करना जारी रखेगी, जिन्होंने ‘हमारे मैकडॉनल्ड्स ब्रांड के लिए अपना खून-पसीना लगाया है.’

केम्पचिंस्की ने पत्र में कहा, ‘हमारे जैसे वैश्विक ब्रांड के लिए स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण है और चीजों पर विचार करना जरूरी है.’

‘स्टारबक्स’ ने भी गत शुक्रवार कहा था कि वह अपने 130 रूसी स्टोर से होने वाले लाभ को यूक्रेन में मानवीय राहत प्रयासों के लिए दान कर रहा है.

वहीं, ‘कोका-कोला’ ने भी रूस में अपने कारोबार को निलंबित करने की घोषणा की है, लेकिन इस संबंध में अधिक जानकारी मुहैया नहीं कराई.

‘कोक’ की साझेदार, स्विट्जरलैंड स्थित ‘कोका-कोला हेलेनिक बॉटलिंग कंपनी’ के पास रूस में 10 बॉटलिंग प्लांट हैं, जो इसका सबसे बड़ा बाजार है. ‘कोका-कोला हेलेनिक बॉटलिंग कंपनी’ में ‘कोक’ की 21 फीसदी हिस्सेदारी है.

‘पेप्सिको’ और ‘जनरल इलेक्ट्रिक’ ने भी रूस में अपना कारोबार आंशिक रूप से बंद करने की घोषणा की है. ‘पेप्सिको’ ने कहा कि वह रूस में अपने पेय पदार्थ की बिक्री बंद करेगा. वह, वहां हर प्रकार केक पूंजी निवेश और प्रचार गतिविधियों को भी निलंबित करेगा.

हालांकि, कंपनी ने कहा कि वह अपने 20,000 रूसी कर्मचारियों और 40,000 रूसी कृषि श्रमिकों का समर्थन जारी रखने के लिए दूध, बेबी फॉर्मूला और बेबी फूड का उत्पादन जारी रखेगी.

‘जनरल इलेक्ट्रिक’ ने भी एक ट्वीट में बताया कि वह रूस में अपना कारोबार आंशिक रूप से निलंबित कर रहा है. कंपनी ने कहा कि रूस में मौजूदा बिजली सेवाओं के लिए आवश्यक सामान और चिकित्सा उपकरण संबंधी सेवाएं जारी रहेंगी.

इससे पहले, ‘केएफसी’ और ‘पिज्जा हट’ की मूल कंपनी ‘यम ब्रांड्स’ ने मंगलवार देर रात कहा था कि उसने रूस में कंपनी के स्वामित्व वाले 70 ‘केएफसी’ रेस्तरां को अस्थायी रूप से बंद करने की योजना बनाई है. साथ ही, वह रूस में सभी 50 ‘पिज्जा हट’ रेस्तरां को बंद करने के लिए एक फ्रेंचाइजी के साथ बातचीत कर रहे हैं.

वहीं, ‘बर्गर किंग’ ने कहा कि वह रूस में अपने 800 स्टोर से होने वाले मुनाफे को राहत प्रयासों के लिए दे रहा है.

इससे पहले ‘अमेजन’ ने मंगलवार को कहा था कि कंपनी के क्लाउड कंप्यूटिंग नेटवर्क और अमेजन वेब सर्विसेज पर रूस और बेलारूस में नए खाते नहीं बन पाएंगे.

गौरतलब है कि रूस ने पिछले महीने यूक्रेन पर हमला कर दिया था, जिसके बाद से वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना और तमाम प्रतिबंधों का सामना कर रहा है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)