पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले की डुमरियागंज सीट से नवनिर्वाचित सपा विधायक सैयदा ख़ातून ने कहा कि उनकी जीत से कुछ लोग बौखलाए हुए हैं, जो इस क्षेत्र को नफ़रत की आग में जलाना चाहते हैं. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान इस सीट से दोबारा मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी राघवेंद्र प्रताप सिंह के ख़िलाफ़ सांप्रदायिक बयानबाज़ी को लेकर एफ़आईआर दर्ज की गई थी.
सिद्धार्थनगर/बलिया/इलाहाबाद: पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज क्षेत्र में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जीत के जश्न में कथित तौर पर ‘पाकिस्तान-जिंदाबाद’ नारा लगाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. पुलिस ने इस मामले में नवनिर्वाचित विधायक सैयदा खातून समेत 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित समाजवादी पार्टी की विधायक सैयदा खातून ने कुछ लोगों पर हिंदू-मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए वीडियो की सत्यता की जांच की मांग की है.
जीत के जश्न में कथित ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. यह प्रसारित वीडियो 10 मार्च की शाम सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र के डुमरियागंज चौराहे का बताया जा रहा है.
सिद्धार्थनगर जिले के अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि 10 मार्च की रात में एक समूह द्वारा इकट्ठा होकर लगाए गए नारे से जुड़े वीडियो के प्रसारण को संज्ञान में लेते हुए डुमरियागंज थाने में विधायक सैयदा खातून समेत 15 लोगों के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने का अभियोग पंजीकृत किया गया है और दो को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगे या नहीं लगे, यह जांच का विषय है.
रावत ने कहा कि वीडियो में कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा है, इसलिए इसकी जांच उच्च स्तर पर की जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि एक ही प्राथमिकी में आरोपियों के खिलाफ धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) धारा 505 (दो समुदायों के बीच वैमनस्य की भावना पैदा करने का प्रयास) तथा धारा 144 के उल्लंघन (शांति भंग) का मामला दर्ज किया गया है.
प्रसारित वीडियो में डुमरियागंज विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव जीतीं सैयदा खातून के कार्यालय के बाहर हजारों समर्थक एक विशेष पार्टी के साथ-साथ विशेष धर्म के नारे लगाते हुए सुने जा सकते हैं.
वीडियो की प्रमाणिकता को लेकर डुमरियागंज से चुनी गईं विधायक सैयदा खातून ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उनकी जीत से कुछ लोग बौखलाए हुए हैं, जो इस क्षेत्र को नफरत की आग में जलाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि जिस समय यहां भीड़ एकत्र हुई थी, उस वक्त वह अपने कार्यालय पर थी ही नहीं. विधायक ने कहा, ‘वीडियो में लोग इस्लाम जिंदाबाद के नारे तो लगा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे कोई नहीं लगा रहा, यह कुछ लोगों द्वारा डुमरियागंज को सांप्रदायिकता की आग में जलाने की साजिश है.’
सैयदा खातून ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राघवेंद्र प्रताप सिंह को 771 मतों के अंतर से पराजित किया. राघवेंद्र प्रताप सिंह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी हैं और वर्ष 2017 में वह दो सौ से भी कम मतों के अंतर से डुमरियागंज में भाजपा के सिंबल पर चुनाव जीते थे.
मालूम हो कि विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ सांप्रदायिक बयानबाजी को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी. चुनाव आयोग ने इस संबंध में उन्हें नोटिस भी जारी किया था.
राघवेंद्र प्रताप सिंह को नोटिस जारी करते हुए आयोग ने एक वीडियो क्लिप का हवाला दिया था जिसमें सिंह वह भोजपुरी में कह रहे हैं कि जो ‘हिंदू उधर जाते हैं’ (विरोधी उम्मीदवार को वोट देते हैं) उनकी नसों में मुस्लिम खून बह रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सिंह को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘मुझे बताओ, क्या कोई मुस्लिम मुझे वोट देगा? तो ध्यान रहे कि अगर इस गांव के हिंदू दूसरे पक्ष का समर्थन करते हैं तो उनकी रगों में मुस्लिम खून है. वे देशद्रोही हैं.’
आयोग ने कथित बयान की ‘ट्रांस्क्रिप्ट’ भी मुहैया कराई है. आयोग ने इसका संज्ञान लिया और सिंह के विरुद्ध इस मामले में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.
उन्होंने टिप्पणी करने की बात स्वीकार की थी, लेकिन साथ ही कहा था कि उनका किसी को भी धमकी देने का कोई इरादा नहीं था. यह इस संबंध में उनके खिलाफ दर्ज की गई यह दूसरी एफआईआर थी.
मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी के मामले में सपा समर्थकों पर केस दर्ज
बलिया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी के सिलसिले में बलिया जिले के नगरा थाने में समाजवादी पार्टी के 29 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस उपाधीक्षक शिव नारायण वैस ने बीते शनिवार को बताया कि भाजपा के नेता शशि चौरसिया की शिकायत पर शुक्रवार शाम नगरा थाने में चार नामजद और 25 अज्ञात सपा समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि मतगणना के बाद नगरा थाना क्षेत्र के मालीपुर कस्बे में सपा-सुभासपा गठबंधन के उम्मीदवार हंसू राम की जीत पर जुलूस निकाला गया और नारेबाजी की गई.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जुलूस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी की गई और जान से मारने की धमकी दी गई.
वैसे ने कहा कि पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है.
मोदी और योगी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर शिक्षक निलंबित
इसी तरह इलाहाबाद जिले के बहरिया विकास खंड में कंपोजिट विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक अजीत यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में बीते 11 मार्च को निलंबित कर दिया गया.
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा जारी निलंबन आदेश के मुताबिक अजीत यादव को हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में एक राजनीतिक दल के लिए जनसंपर्क, जनसभा और प्रचार प्रसार में सक्रिय रूप से भागीदारी करने का दोषी पाया गया.
आदेश में कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने और सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद अजीत यादव को राजनीतिक व्यक्तियों के साथ मंच साझा करने और राजनीतिक प्रचार प्रसार करने का दोषी पाया गया है. साथ ही उन्हें संवैधानिक पदों पर आसीन जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने का भी दोषी पाया गया है.
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों के मतदान से पूर्व एक राजनीतिक दल की जनसभा में अजीत यादव द्वारा प्रचार करने और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का एक वीडियो सामने आया था जिसकी जांच करने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उनके खिलाफ निलंबन की यह कार्रवाई की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)