असम विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल जगदीश मुखी के संबोधन के दौरान निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई ने एक लाख युवाओं को रोज़गार, किसानों से धान की ख़रीद, स्वदेशी मूल के लोगों को ज़मीन का अधिकार देने और जलापूर्ति योजना में भ्रष्टाचार जैसे अन्य मुद्दे उठाने की कोशिश की थी. राज्यपाल के भाषण के बाद उनका निलंबन वापस ले लिया गया.
गुवाहाटी: असम विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल जगदीश मुखी के संबोधन के दौरान एक लाख युवाओं के रोजगार के मुद्दे को बार-बार उठाने के लिए निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई को सदन की कार्यवाही से सोमवार को निलंबित कर दिया गया.
विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने गोगोई से राज्यपाल के संबोधन के दौरान सदन से बाहर जाने को कहा. गोगोई सदन से बाहर नहीं गए और उन्होंने एक तख्ती दिखाई, जिसके बाद मार्शल उन्हें बाहर लेकर गए. इसके बाद राज्यपाल ने अपने 38 पृष्ठों का भाषण पढ़ा.
मुखी ने एक लाख युवाओं को रोजगार देने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वादे पर कहा, ‘अपने अहम चुनावी वादों में से एक को पूरा करने के लिए सरकार ने हमारे एक लाख युवाओं को रोजगार देने की प्रक्रिया शुरू की है.’
इसके बाद,खी के संबोधन के दौरान किसानों से धान की खरीद, स्वदेशी मूल के लोगों को जमीन का अधिकार देने और जल आपूर्ति योजना में भ्रष्टाचार जैसे अन्य मुद्दे उठाने की भी कोशिश की.
राज्यपाल के भाषण के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई, तो अध्यक्ष ने गोगोई का निलंबन वापस ले लिया.