विश्व खुशहाली सूचकांक: भारत ‘अप्रसन्न’ देशों में; 149 राष्ट्रों की सूची में 136वें स्थान पर

दक्षिण एशियाई देशों में सिर्फ़ तालिबान शासित अफगानिस्तान की स्थिति भारत से ख़राब है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस वैश्विक रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि संभव है कि जल्द ही भारत ‘घृणा और आक्रोश’ में शीर्ष स्थान पर पहुंच जाए.

A woman wearing a protective face mask walks past a closed shop with a smiley face painted on amid the coronavirus disease (COVID-19) outbreak in Madrid, Spain, April 5, 2020. Credit: REUTERS | SERGIO PEREZ

दक्षिण एशियाई देशों में सिर्फ़ तालिबान शासित अफगानिस्तान की स्थिति भारत से ख़राब है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस वैश्विक रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि संभव है कि जल्द ही भारत ‘घृणा और आक्रोश’ में शीर्ष स्थान पर पहुंच जाए.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः विश्व खुशहाली सूचकांक में भारत का खराब प्रदर्शन जारी है, लेकिन पिछले साल की तुलना में भारत की स्थिति में थोड़ा बहुत सुधार हुआ है. पिछले साल इस सूचकांक में भारत 139वें स्थान पर था, जबकि इस साल भारत 136वें स्थान पर पहुंच गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण एशियाई देशों में सिर्फ तालिबान शासित अफगानिस्तान की स्थिति भारत से खराब है.

अफगानिस्तान को दुनिया में सबसे नाखुश देश माना गया है. वह इस सूची में सबसे अंतिम स्थान 146वें पर है. इस सूची में नेपाल (84), बांग्लादेश (94), पाकिस्तान (121) और श्रीलंका (127) स्थान पर है.

विश्व खुशहाली रिपोर्ट के 10वें संस्करण के मुताबिक, फिनलैंड लगातार पांचवीं बार इस सूची में शीर्ष पर है.

यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र स्थायी विकास उपाय नेटवर्क द्वारा जारी की गई है और इसमें जीडीपी, सामाजिक सहयोग, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और प्रत्येक देश में भ्रष्टाचार के स्तरों जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए खुशी के स्तरों का मूल्यांकन किया जाता है.

इस सूची में फिनलैंड के बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और नीदरलैंड्स का स्थान है. अन्य पश्चिमी देशों में अमेरिका 16वें स्थान पर है, जबकि ब्रिटेन 17वें और फ्रांस 20वें स्थान पर है.

खुशहाली रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत उन देशों में से एक है, जहां बीते 10 सालों में भारत में जीवन मूल्यांकन में गिरावट देखने को मिली है.

इस सूची को यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले तैयार किया गया था.

राहुल गांधी ने कहा- हम जल्द ही घृणा और आक्रोश में शीर्ष पर पहुंच सकते हैं

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुशहाली से संबंधित एक वैश्विक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संभव है कि जल्द ही भारत ‘घृणा और आक्रोश’ में शीर्ष स्थान पर पहुंच जाए.

उन्होंने ‘विश्व खुशहाली रिपोर्ट’ का हवाला दिया, जिसमें भारत 136वें स्थान पर है.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘भूख की सूची में 101वां स्थान, स्वतंत्रता की सूची में 119वां स्थान, खुशहाली की सूची में 136वां स्थान. परंतु हम जल्द ही घृणा और आक्रोश के चार्ट में सबसे ऊपर हो सकते हैं.’

इससे पहले उन्होंने महंगाई के संदर्भ में ट्वीट कर कहा था, ‘महंगाई और बढ़ेगी, क्योंकि कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 100 डॉलर से अधिक है, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 22 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. कोविड ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बाधित किया है.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार को अब कार्रवाई करनी चाहिए और लोगों को महंगाई से बचाना चाहिए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)