नौ दिन में आठवीं बार की गई पेट्रोल, डीज़ल की क़ीमतों में बढ़ोतरी

पेट्रोल और डीज़ल के दामों में पिछले नौ दिनों में कुल 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ाना, सरकारी कंपनियों को ‘बेचना’ और किसानों को ‘लाचार करना’ उनका रोज़ का काम हो गया है.

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(फाइल फोटो: पीटीआई)

पेट्रोल और डीज़ल के दामों में पिछले नौ दिनों में कुल 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ाना, सरकारी कंपनियों को ‘बेचना’ और किसानों को ‘लाचार करना’ उनका रोज़ का काम हो गया है.

(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में बुधवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. पिछले नौ दिनों में कुल 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 100.21 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 101.01 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल की कीमत 91.47 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 92.27 रुपये प्रति लीटर हो गई है.

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में देश भर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं.

पेट्रोल तथा डीज़ल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं. तब से आठवीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है.

बीते 27 मार्च को पेट्रोल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 55 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई.

पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में अब तक कुल 5.60 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं. 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी.

‘क्रिसिल रिसर्च’ के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से पूरी तरह से पार पाने के लिए दरों में 9 से 12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की आवश्यकता है. भारत अपनी तेल की जरूरतें पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है.

इससे पहले सोमवार को देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें बढ़ने के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा में सरकार से इस विषय पर चर्चा कराने और प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की थी.

राहुल ने महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महंगाई एवं बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाना, सरकारी कंपनियों को ‘बेचना’ और किसानों को ‘लाचार करना’ उनका रोजमर्रा का काम हो गया है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री की डेली टू डू लिस्ट (रोज करने वाले कामों की सूची): पेट्रोल-डीज़ल-गैस का रेट कितना बढ़ाऊं, लोगों की ‘खर्चे पे चर्चा’ कैसे रुकवाऊं, युवाओं को रोज़गार के खोखले सपने कैसे दिखाऊं, आज किस सरकारी कंपनी को बेचूं, किसानों को और लाचार कैसे करूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)