पेट्रोल-डीज़ल के दामों में 10 दिन में नौवीं बार बढ़ोतरी, कांग्रेस ने दिया धरना

पेट्रोल और डीज़ल के दामों में एक बार फ़िर 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई है. इस तरह पिछले 10 दिन में नौ बार बढ़ोतरी करने से इनकी कीमतों में 6.40 रुपये प्रति लीटर का इज़ाफ़ा हो गया है. इसके ख़िलाफ़ कांग्रेस सांसदों ने राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत धरना दिया.

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(फोटो: रॉयटर्स)

पेट्रोल और डीज़ल के दामों में एक बार फ़िर 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई है. इस तरह पिछले 10 दिन में नौ बार बढ़ोतरी करने से इनकी कीमतों में 6.40 रुपये प्रति लीटर का इज़ाफ़ा हो गया है. इसके ख़िलाफ़ कांग्रेस सांसदों ने राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत धरना दिया.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बृहस्पतिवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. पिछले 10 दिनों में कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 101.01 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 101.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.27 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 93.07 रुपये प्रति लीटर हो गई है.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देश भर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं.

मुंबई में पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रति लीटर क्रमशः 116.72 रुपये और 100.94 रुपये तक पहुंच गईं. दोनों की कीमतों में 84 पैसे की वृद्धि हुई है.

चेन्नई में बृहस्पतिवार को पेट्रोल की कीमत 76 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि के बाद 107.45 रुपये हो गई, जबकि डीजल की कीमत 76 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि के बाद 97.52 रुपये हो गई है.

इसी तरह कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 111.35 प्रति लीटर (83 पैसे की वृद्धि के साथ) और डीजल की कीमत 96.22 प्रति लीटर (80 पैसे की वृद्धि के साथ) है.

पेट्रोल तथा डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं. तब से नौवीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है.

पेट्रोल और डीजल की कीमत में अब तक कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं. 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी.

ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी में खिलाफ राहुल समेत कई कांग्रेस सांसदों का धरना

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य सांसदों ने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ बृहस्पतिवार को संसद के निकट धरना दिया.

पार्टी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आरंभ होने से करीब डेढ़ घंटे पहले विजय चौक पर कांग्रेस के ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत धरना दिया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘पिछले 10 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 9 गुना वृद्धि हुई है. हम मांग करते हैं कि बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में लाया जाना चाहिए. कांग्रेस पार्टी आज इस मुद्दे पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है.’

राहुल गांधी ने एक ​ट्वीट कर विभिन्न देशों में पेट्रोल के दाम भारतीय रुपये में बताते हुए कहा है, ‘प्रश्न न पूछो ‘फ़क़ीर’ से, कैमरा पर बांटे ज्ञान. जुमलों से भरा झोला लेकर, लूटे हिंदुस्तान.’

इससे पहले उन्होंने नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करने हुए ट्वीट किया था, ‘प्रधानमंत्री की Daily To-Do List; 1. पेट्रोल-डीज़ल-गैस का रेट कितना बढ़ाऊं, 2. लोगों की ‘खर्चे पे चर्चा’ कैसे रुकवाऊं, 3. युवा को रोज़गार के खोखले सपने कैसे दिखाऊं, 4. आज किस सरकारी कंपनी को बेचूं, 5. किसानों को और लाचार कैसे करूं.’

विजय चौक पर धरने में राहुल गांधी के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य सांसद शामिल हुए.

कांग्रेस सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

कांग्रेस के महासचिवों एवं प्रदेश प्रभारियों की गत शनिवार (26 मार्च) को हुई एक बैठक में फैसला लिया गया था कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और कई खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार को घेरने के लिए पार्टी 31 मार्च से तीन चरणों में ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान चलाएगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)