पेट्रोल-डीज़ल के दामों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी, दो सप्ताह में कुल 9.20 रुपये बढ़े दाम

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में मंगलवार को दो सप्ताह के भीतर 13वीं बार वृद्धि की गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बढ़ती कीमतों को 'प्रधानमंत्री जन धन लूट योजना' क़रार दिया है.

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(फोटो: रॉयटर्स)

पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में मंगलवार को दो सप्ताह के भीतर 13वीं बार वृद्धि की गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बढ़ती कीमतों को ‘प्रधानमंत्री जन धन लूट योजना’ क़रार दिया है.

(फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. बीते दो सप्ताह में कीमतों में कुल 9.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 104.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 95.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देशभर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं.

पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं. तब से 13वीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है.

बीते दो सप्ताह में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल 9.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.

उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं. 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी और 22 मार्च से लगातार इनकी कीमतों में बढ़ोतरी जारी है.

मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने पिछले महीने कहा था कि विधानसभा चुनावों के समय वाहन ईंधन कीमतों में बदलाव नहीं करने से सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों को 2.25 अरब डॉलर या 19,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है.

कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, कच्चे तेल के दाम 100 से 120 डॉलर रहने पर पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल कीमतों में 13.1 से 24.9 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल कीमतों में 10.6 से 22.3 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने की जरूरत होगी.

ईंधन की कीमतों में वृद्धि को लेकर राहुल गांधी का कटाक्ष: यह ‘प्रधानमंत्री जनधन लूट योजना’ है

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘प्रधानमंत्री जनधन लूट योजना’ है.

उन्होंने मोटरसाइिकल, कार, ट्रैक्टर और ट्रक के पेट्रोल टैंक फुल कराने की मौजूदा कीमत की तुलना 2014 के समय की कीमत से करते हुए एक ग्राफ भी ट्विटर पर साझा किया.

वहीं, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार के कार्यकाल में अब हर सुबह अपने साथ उमंग नहीं, बल्कि महंगाई की उदासी लेकर आती है! ईंधन लूट की नई किस्त में आज सुबह भी पेट्रोल और डीज़ल के दामों में 40 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. सीएनजी भी 2.50 रुपये प्रति किलोग्राम महंगी हुई.’

 

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को वोट मतलब महंगाई को जनादेश है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)