उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में स्थित आसाराम के आश्रम में खड़ी एक कार से बीते आठ अप्रैल को एक नाबालिग लड़की का शव बरामद किया गया था. शाहजहांपुर की बलात्कार पीड़िता के पिता ने कहा कि शव मिलने के बाद उनका परिवार और ज़्यादा भयभीत है. उन्होंने दावा किया है कि बीते 21 मार्च को आसाराम का एक अनुयायी उनके घर आया था और धमकी भरा पत्र छोड़कर गया है.
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कथावाचक आसाराम के आश्रम में एक लड़की का शव मिलने के बाद उसके द्वारा बलात्कार की शिकार शाहजहांपुर की पीड़िता के पिता ने अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है.
पीड़िता के पिता ने दावा किया है कि 21 मार्च को आसाराम के एक अनुयायी द्वारा उनके घर के बाहर धमकी भरा पत्र भी छोड़ा गया था, जिसे लेकर उनका पूरा परिवार खौफ में है.
आसाराम के खिलाफ बलात्कार मामले की पीड़िता के पिता ने शनिवार को बताया कि 21 मार्च को आसाराम का एक अनुयायी उनके घर आया और जमकर हंगामा किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक धमकी के बाद पुलिस ने दो कॉन्स्टेबल को उनके घर के बाहर तैनात कर दिया और तब से उनमें से एक को ड्यूटी से हटा लिया गया है.
पीड़िता के पिता का आरोप है कि जिस दिन उन्हें धमकी मिली, उस दिन ड्यूटी पर लगा एकमात्र कॉन्स्टेबल भी वहां मौजूद नहीं था.
उन्होंने बताया कि बाद में वह उनके घर के बाहर रखी मेज पर एक पत्र छोड़ गया, जिसमें पीड़िता के लिए कई आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं.
पीड़िता के पिता के मुताबिक, धमकी देने वाले ने अपना पूरा पता देते हुए पत्र का जवाब देने को भी कहा है. उन्होंने बताया कि पत्र में धमकी देने वाले व्यक्ति ने अपना नाम राम सिंह यादव और पता गोपालपुर (मैनपुरी) लिखा है.
पीड़िता के पिता के अनुसार, पत्र में धमकी दी गई है कि हो सके तो उधर ही जाकर रहो, वरना तुम्हें तुम्हारे परिवार सहित जिंदा जला देंगे और तुम्हारे लावारिस दोस्त देखते रहेंगे.
इस धमकी भरे पत्र की शिकायत उन्होंने कोतवाली में लिखित रूप से की है.
पीड़िता के पिता ने कहा कि गोंडा में आसाराम के आश्रम में एक लड़की की कथित हत्या के बाद उनका परिवार और ज्यादा भयभीत हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कोई उनकी फरियाद नहीं सुन रहा है और पुलिस भी सुरक्षा के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही है.
इस मामले में शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने बताया कि पीड़िता की सुरक्षा के संबंध में स्थानीय अभिसूचना इकाई से बातचीत करके जरूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.
आनंद ने कहा कि उन्हें पीड़िता के घर पर धमकी भरा पत्र प्राप्त होने की कोई जानकारी नहीं मिली है और यदि परिजन जानकारी उपलब्ध कराते हैं तो वह कड़ी कार्रवाई करेंगे.
शाहजहांपुर की रहने वाली नाबालिग पीड़िता ने वर्ष 2013 में आसाराम पर बलात्कार का आरोप लगाया था. मामले में अदालत ने 28 अप्रैल 2018 को आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. तब से वह राजस्थान की एक जेल में बंद है.
गौरतलब है कि गोंडा जिले में बहराइच रोड पर स्थित आसाराम के आश्रम के परिसर में खड़ी एक कार से शुक्रवार (आठ अप्रैल) तड़के एक लड़की का शव बरामद किया गया था. इस मामले के आरोपी को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति के मुताबिक, नगर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिमौर की 13 वर्षीय लड़की बीते मंगलवार (पांच अप्रैल) से घर से लापता थी.
उन्होंने बताया कि काफी खोजबीन के बाद जब उसका पता नहीं चल सका तो बृहस्पतिवार (सात अप्रैल) को परिजनों ने कुछ लोगों को आरोपी बनाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)