गुजरात के साबरकांठा ज़िले के हिम्मतनगर में 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. एक दिन बाद फिर दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया. हिंसा को लेकर तीन मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, झारखंड के लोहरदगा ज़िले में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई है.
अहमदाबाद/पालघर/रांची/लोहरदगा: गुजरात में साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे में दो अलग-अलग समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने कम से कम चार लोगों को हिरासत में ले लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि यह घटना सोमवार रात को वंजारावास इलाके में हुई.
सोशल मीडिया पर साझा किए गए कुछ वीडियो में कुछ लोगों को दूसरे इलाके में पेट्रोल बम फेंकते देखा जा सकता है.
Hindu mob set fire to the Dargah in Himmatnagar, Gujarat. pic.twitter.com/eQX3FCHJIT
— Meer Faisal (@meerfaisal01) April 10, 2022
पुलिस अधीक्षक विशाल कुमार वघेला के अनुसार, यह मामूली हिंसा की घटना थी और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.
वघेला ने कहा, ‘हिंसा की सूचना मिलने पर हम घटनास्थल के लिए रवाना हुए और हालात को काबू किया. हमने घटनास्थल से चार लोगों को हिरासत में लिया है. यह मामूली हिंसा की घटना थी और हालात को जल्द ही काबू कर लिया गया.’
इससे पहले भी गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रविवार (10 अप्रैल) को रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हुई थी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि हिम्मतनगर के छपरिया में हुई हिंसा को लेकर तीन मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.’
उन्होंने आगे कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है और 1,000 से अधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है.
पहली प्राथमिकी में एक ‘पूर्व नियोजित साजिश को अंजाम देने के लिए एक अवैध समूह’ के गठन का उल्लेख किया गया है, जिसमें एक दरगाह में आग लगा दी गई है और वाहनों को आग लगाकर तोड़फोड़ की गई है.
पुलिस ने कहा कि इसके अलावा लोगों ने पथराव और धर्मों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने और कानून व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश की.
प्राथमिकी में नामजद लोगों में अहमद हुसैन ग्यासुद्दीन सैयद, शाहरुख पठान, जुनैद और शाहरुख शामिल हैं. लगभग 50 मुसलमानों के एक अन्य समूह, 50 हिंदुओं और लगभग 50 अन्य हिंदुओं और मुसलमानों के एक समूह, जिनके नाम अभी तक ज्ञात नहीं हैं, के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है.
एक और प्राथमिकी पुलिस उपनिरीक्षक एसजे चावड़ा द्वारा हिम्मतनगर ए डिवीजन थाने में आसपक खान और करीब 100 की भीड़ के खिलाफ स्थानीय अपराध शाखा में दर्ज की गई है.
प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपी ने हथियार के रूप में पत्थरों, कांच की बोतलों और लाठियों का इस्तेमाल किया. यह 10 अप्रैल की घटना में एक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल के घायल होने के बाद आया है.
तीसरी प्राथमिकी एक पुलिस सब इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज की गई है. इसके अनुसार दोपहर 1:30 बजे से शाम 7 बजे के बीच इमामबाड़ा चौक, अशरफनगर कस्बा, छपरिया और हिम्मतनगर के अन्य स्थानों पर हिंसा हुई.
शिकायत में कहा गया है कि रामनवमी का जुलूस दोपहर करीब 1.30 बजे ट्रैक्टर, खुली जीप, एक डीजे और 300 लोगों को लेकर छपरिया रामजी मंदिर पहुंचा. प्राथमिकी का दावा किया है कि इस दौरान मुस्लिम समुदाय के नेता आरोपी आसपक खान ने जुलूस पर हमला करने के लिए पत्थर और कांच की सोडा की बोतलें एकत्र कीं और आपराधिक साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई.
जुलूस में सुरक्षा के लिए तैनात एक पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर हमले के रास्ते में आड़े आने से अपनी जान गंवा दी.
प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस वाहनों के अलावा, आवास, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को आग लगा दी गई, तोड़फोड़ की गई और क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिला कलेक्टर ने हिम्मतनगर शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत छपरिया सहित शहर के कुछ संवेदनशील क्षेत्रों, जहां बीते 10 अप्रैल को आगजनी और पथराव की सूचना मिली थी, में पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है.
निषेधाज्ञा 13 अप्रैल तक लागू रहेगी. त्वरित कार्य बल, स्थानीय पुलिस और राज्य रिजर्व पुलिस के जवानों ने छपरिया इलाके में मार्च किया.
खंभात में रामनवमी के दिन हिंसा के आरोप में नौ गिरफ़्तार
इसके अलावा गुजरात के आणंद जिले के खंभात में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा और पथराव में संलिप्तता के आरोप में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है.
अधिकारियों ने कहा कि गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने इन घटनाओं को लेकर रविवार देर रात गांधीनगर में शीर्ष पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई और आवश्यक आदेश दिए थे. 10 अप्रैल को खंभात में हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
आणंद के पुलिस अधीक्षक अजित राजियन के अनुसार, हिंसा और पथराव में कथित रूप से शामिल अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
उन्होंने कहा, ‘खंभात शहर में स्थिति नियंत्रण में है. हमने नौ संदिग्धों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.’
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में कुछ स्थानीय मौलवी भी शामिल हैं.
झारखंड: रामनवमी शोभायात्रा के दौरान झड़प में एक व्यक्ति की मौत, 12 अन्य घायल
गुजरात की तरह ही झारखंड में लोहरदगा जिले के हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि रविवार को हुई इस घटना के संबंध में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) अरविंद कुमार लाल ने कहा कि हिंसा के मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
उन्होंने बताया कि लोहरदगा शहर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और पूरे जिले में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है.
जिला अधिकारियों के अनुसार, रामनवमी के जुलूस पर कथित तौर पर पथराव करने के बाद रविवार शाम लगभग 5:30 बजे हिरही गांव के पास दो समुदायों के सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस दौरान 10 मोटरसाइकिल और एक वैन में आग लगा दी गई. जिला प्रशासन के अधिकारियों और पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में करीब एक घंटा लगा.
लोहरदगा के पुलिस उपायुक्त (डीसी) वाघमारे प्रसाद कृष्ण और पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा फिलहाल स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.
अरविंद कुमार लाल ने कहा, ‘स्थिति अब नियंत्रण में है. कहीं कोई उपद्रव नहीं है. अफवाहें फैलने से रोकने के लिए शहर क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाएंगी.’
उन्होंने बताया कि तीन लोगों की हालत गंभीर है और उनका रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाज चल रहा है. अन्य छह घायल लोहरदगा के स्थानीय अस्पतालों में भर्ती हैं.
लाल ने कहा, ‘हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान चंदवा निवासी 40 वर्षीय मन्नान अंसारी के रूप में हुई है. झड़प में 12 अन्य मामूली या गंभीर रूप से घायल हुए हैं.’
महाराष्ट्र: रामनवमी पर बिना अनुमति जुलूस निकालने के आरोप में तीन खिलाफ केस दर्ज
महाराष्ट्र के पालघर में रविवार को पुलिस की अनुमति के बिना रामनवमी का जुलूस निकालने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि आरोपी यहां के एक ट्रस्ट के प्रतिद्वंद्वी गुट से संबंध रखते हैं और वे मुख्य जुलूस से एक अलग जुलूस निकालना चाहते थे.
उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने उन्हें मुख्य जुलूस में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया, जिसके बाद उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और महाराष्ट्र पुलिस नियमों के तहत मामला दर्ज किया गया. जब उनका जुलूस रोका गया, तो आरोपियों ने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार भी किया.’
मालूम हो कि रामनवमी पर निकले जुलूसों के दौरान चार राज्यों- गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा की खबरें आई थीं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)