दिल्लीः गोहत्या के संदेह में शख़्स की पीट-पीटकर हत्या, दो घायल

यह घटना द्वारका के छावला क्षेत्र में 11 अप्रैल की है. गोहत्या के शक में खुद को 'गौरक्षक' बताने वाले 10-15 अज्ञात लोगों का एक समूह फार्महाउस एक पहुंचा और वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया. गोहत्या के आरोप में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि हमला करने और हत्या के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

घटना द्वारका के छावला क्षेत्र में 11 अप्रैल को हुई. गोहत्या के शक़ में ख़ुद को ‘गोरक्षक’ बताने वाले 10-15 अज्ञात लोग एक फॉर्महाउस पहुंचे और वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया. गोहत्या के आरोप में अब तक पांच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है जबकि हमले और हत्या के मामले में अब तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्लीः दिल्ली के द्वारका में खुद को गोरक्षक बताने वाले कुछ लोगों ने गोहत्या के संदेह में एक फार्महाउस की देखभाल करने वाले एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस दौरान छह लोग घायल हो गए.

पुलिस ने बताया कि यह घटना द्वारका के छावला क्षेत्र में 11 अप्रैल की है.

पुलिस ने बताया कि यहां द्वारका के छावला क्षेत्र में राजाराम (40) को फार्महाउस में पीटा गया और सोमवार को अस्पताल में उनकी मौत हो गई.

पीड़ित की उम्र 40 साल बताई जा रही है लेकिन इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित शख्स की उम्र 25 साल है.

पुलिस ने कहा कि हमले में घायल व्यक्ति और स्थानीय लोगों की शिकायतों के आधार पर दो एफआईआर दर्ज की गई हैं.

उन्होंने कहा कि गोहत्या के आरोप में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि हमला करने और हत्या के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

पुलिस के मुताबिक, एक एफआईआर गोहत्या के संबंध में आईपीसी की विभिन्न धाराओं और पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज की गई है जबकि घायल की शिकायत पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) समेत अन्य संबंधित धाराओं में दूसरी एफआईआर दर्ज की गई है.

इस बीच, राजाराम की पत्नी झासो देवी ने दावा किया कि स्थानीय लोगों ने उसके बीमार पति के बारे में अफवाह फैलाई थी और उनका दोष सिर्फ इतना था कि वह आजीविका के लिए गाय का दूध बेचते थे और ई-रिक्शा चलाते थे.

मृतक की पत्नी ने कहा, ‘मेरे पति निर्दोष थे. वास्तव में, वह लीवर से संबंधित बीमारी के कारण एक साल से अधिक समय से बीमार थे, जिसका इलाज चल रहा था. वह कभी भी गोहत्या या किसी भी अवैध गतिविधियों में लिप्त नहीं थे.’

वहीं, पुलिस ने कहा कि सूचना मिली थी कि पुरुषों का एक समूह गोहत्या कर रहा है और इलाके में मांस बेच रहा है.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक टीम को मौके पर भेजा गया लेकिन इससे पहले ही खुद को ‘गोरक्षक’ बताने वाले 10-15 अज्ञात लोग फार्महाउस पहुंच गए और अंदर मौजूद लोगों पर हमला कर दिया.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहली एफआईआर में घायलों में शामिल एक फल विक्रेता ने बताया कि उन्हें और उनके दोस्तों को राजाराम द्वारा अक्सर गायों को मारने के लिए बुलाया जाता था जिन्हें वह अपने गृह क्षेत्र से लाता था.

पुलिस ने एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि सोमवार को जब राजाराम कुछ अन्य लोगों के साथ फार्महाउस के अंदर काम कर रहे थे तो कुछ अज्ञात लोगों ने अंदर घुसकर उनकी पिटाई शुरू कर दी.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन राजाराम ने दम तोड़ दिया.

उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम ने मौके से कुछ नमूने एकत्र किए हैं और जांच के लिए भेजे हैं. इस संबंध में दो अलग-अलग मामले भी दर्ज किए गए हैं और पांच लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)