आंध्र प्रदेश सरकार में हाल ही में राज्य कृषि मंत्री बने काकानी गोवर्धन रेड्डी के ख़िलाफ़ नेल्लोर की एक अदालत में जालसाज़ी और मानहानि से संबंधित मामला विचाराधीन है, जिससे जुड़े इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य अदालत परिसर में एक बैग में सुरक्षित रखे गए थे. अदालत के एक कर्मचारी ने बताया कि यही बैग चोरी हो गया है.
हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के नवनिर्वाचित राज्य कृषि मंत्री काकानी गोवर्धन रेड्डी के ख़िलाफ़ दर्ज जालसाजी और मानहानि के मामले से संबंधित सबूतों से भरा बैग नेल्लोर की एक अदालत से चोरी हो गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बैग में एक लैपटॉप, आईपैड और तीन सेलफोन थे. सभी मंत्री रेड्डी से संबंधित थे. यह बैग नेल्लोर के चतुर्थ अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से चोरी हुआ है.
कोर्ट के क्लर्क द्वारा इस संबंध में 13 अप्रैल को स्थानीय पुलिस थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई, थाने के एक अधिकारी ने बताया कि कोर्ट की तिजोरी में घुसने वाले छह में से दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया है.
अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने खाली बैग कोर्ट के पास फेंक दिया. हिरासत में लिए गए दो लोगों से पूछताछ की जा रही है. हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही मुख्य दोषियों को पकड़ लेंगे.’
बता दें कि गोवर्धन रेड्डी को बीते 10 अप्रैल को हुए मंत्रिमंडल फेरबदल में मुख्यमंत्री वायएस जगनमोहन रेड्डी द्वारा मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
दिसंबर 2016 में तत्कालीन टीडीपी मंत्री सोमिरेड्डी चंद्रमोहन रेड्डी द्वारा उनके ख़िलाफ़ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया था. गोवर्धन रेड्डी ने सोमिरेड्डी पर 1,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जमा करने का आरोप लगाया था, जिसमें सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड में संपत्तियां होना शामिल था.
सोमिरेड्डी ने कहा, ‘उन्होंने कथित तौर पर मेरे द्वारा खरीदी गईं संपत्तियों के तथाकथित दस्तावेज सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किए थे. मैंने उन्हें अदालत में अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी, और पता चला कि दस्तावेज जाली थे. मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.’
उन्होंने आगे बताया कि इस साल जनवरी में वायएसआरसीपी सरकार ने विशेष अदालत में एक याचिका दायर करके गोवर्धन रेड्डी के खिलाफ मामला वापस लेने की मांग की.
सोमिरेड्डी ने कहा, ‘कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी… मामला जून में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है.’
उनके मुताबिक, जिस बैग में गोवर्धन रेड्डी द्वारा जाली दस्तावेज बनवाने से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य थे, वह नेल्लोर की कोर्ट में था. उसे अब चुरा लिया गया है.
वह कहते हैं, ‘क्या यह आश्चर्य की बात नहीं है कि केवल सबूतों से भरा बैग चोरी हुआ और कुछ नहीं.’
एक पुलिस अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि चोरी हुए बैग में मामले से संबंधित सबूत थे. जब गोवर्धन रेड्डी से संपर्क किया गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
इस बीच, टीडीपी लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पय्यावुला केशव ने कहा है कि न्यायपालिका को इस घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए.