हनुमान जयंती पर सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं, कर्नाटक के हुबली में धारा 144 लागू

दिल्ली, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड से हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि कर्नाटक के हुबली शहर में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिसकर्मियों, एक अस्पताल और एक मंदिर पर हमला किया. इससे 12 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. मामले में लगभग 40 लोग गिरफ़्तार किए गए हैं.

Hubballi: Police patrol after violent clashes in the area over an objectionable social media post, in Hubballi, Sunday, April 17, 2022. (PTI Photo)(PTI04 17 2022 000186B)

दिल्ली, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड से हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि कर्नाटक के हुबली शहर में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिसकर्मियों, एक अस्पताल और एक मंदिर पर हमला किया. इससे 12 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. मामले में लगभग 40 लोग गिरफ़्तार किए गए हैं.

कर्नाटक के हुबली में सांप्रदायिक झड़प के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/हुबली/कर्नुल/देहरादून: दिल्ली, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड से हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. इसी दौरान बताया जा रहा है कि भीड़ ने बीते रविवार (17 अप्रैल) को एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कर्नाटक के हुबली में पुलिसकर्मियों, एक अस्पताल और एक मंदिर पर हमला किया.

पुलिस ने बताया कि हिंसा के बाद हुबली शहर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है. मामले में लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ एफआईआर दर्ज की गई हैं. घटना में 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए.

हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लभू राम ने बताया किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिस पर अन्य लोगों ने आपत्ति जताई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद एक मामला दर्ज कर उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया.

उन्होंने बताया कि कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर कुछ लोग थाने के आसपास जमा होने लगे. उन्हें समझाया गया और बाद में वहां से हटा दिया गया.

अधिकारी ने बताया कि बीती रात एक बार फिर बड़ी संख्या में लोग थाने के आसपास जमा होने लगे और भारी पथराव किया जिसमें करीब एक दर्जन पुलिस अधिकारी घायल हो गए.

पुलिस ने बताया कि कई पुलिस वाहनों, एक नजदीकी अस्पताल और एक हनुमान मंदिर को क्षति पहुंचाई गई.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इसे एक ‘संगठित हमला’ करार दिया और कहा कि राज्य में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

उन्होंने लोगों से इस घटना को राजनीतिक रंग नहीं देने की भी अपील की और कहा कि इसे कानून व्यवस्था के नजरिये से देखा जाना चाहिए.

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा ‘यह पूर्व नियोजित हमला था. हुबली में उपद्रवी देवरा जीवनहल्ली और कडुगोंडाहल्ली जैसी घटना को अंजाम देना चाहते थे.’

गृह मंत्री बेंगलुरु में 2020 में हुए दंगे का जिक्र कर रहे थे, जहां सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर भीड़ ने बेंगलुरु में पुलकेशी नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति और उनकी बहन के घर में आग लगा दी थी.

इस घटना की निंदा करते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए समुदायों के बीच दरार पैदा करना उचित नहीं है.

आंध्र प्रदेश के कर्नुल में हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प

आंध्र प्रदेश के कर्नुल जिले के होलागुंडा गांव में हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प के बाद पथराव हुआ.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि झड़प शनिवार (16 अप्रैल) रात उस समय हुई, जब हनुमान जयंती के अवसर पर धार्मिक जुलूस निकाला जा रहा था. जब जुलूस गांव की एक मस्जिद के पास पहुंचा तो रमजान के मद्देनजर जयंती के आयोजकों ने माइक बंद कर दिया, लेकिन कुछ भक्तों ने कथित तौर पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए.

इससे नाराज होकर एक समुदाय के लोगों ने हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने कहा कि इसके बाद जुलूस में शामिल लोगों ने भी पथराव किया.

उत्तराखंड: हरिद्वार के गांव में हनुमान जयंती शोभायात्रा पर पथराव के बाद तनाव, नौ गिरफ्तार

इसी तरह उत्तराखंड में शनिवार शाम को हरिद्वार जिले में रुड़की के पास भगवानपुर इलाके के एक गांव से हनुमान जयंती पर शोभायात्रा के गुजरने पर पथराव किया गया, जिसमें चार लोग घायल हो गए.

हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया, जिसके बाद वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

पुलिस ने बताया कि शनिवार शाम भगवानपुर क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में हुई घटना के सिलसिले में अब तक नौ लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि अन्य की तलाश जारी है.

घटना के संबंध में 13 लोगों के खिलाफ नामजद और कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की गंभीर धाराओं 153(ए), 295(ए), 147, 148, 149, 323, 506 में मुकदमा दर्ज किया गया है.

घटना के बाद प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि अराजक तत्वों द्वारा शोभायात्रा पर पथराव किया गया, जिससे गांव का सांप्रदायिक सौ​हार्द खराब हुआ.

हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस ने वहां तत्काल पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. रावत ने कहा कि क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल तैनात है और करीब 60 पुलिसकर्मी गांव में गश्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बनी हुई है.

हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रमेंद्र डोभाल ने कहा कि दादा जलालपुर गांव से गुजर रहे जुलूस पर छतों से पत्थर फेंके गए. इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई क्योंकि जुलूस में शामिल लोग छिपने के लिए भागने लगे. हालांकि, पुलिस को तुरंत सूचित किया गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया.

उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में पुलिस और प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) के जवानों को तैनात किया गया है.

गौरतलब है कि 2 अप्रैल के बाद से 10 अप्रैल को राम नवमी सहित हिंदू धार्मिक जुलूसों के दौरान सांप्रदायिक झड़पों की कई घटनाएं सामने आई हैं. हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है.

बीते 10 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर​ हिंदुत्ववादी संगठन की ओर से निकले गए जुलूसों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की ख़बर आई थीं.

इसके अलावा बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर निकाले गए ऐसे ही एक जुलूस के दौरान राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा भड़क गई थी. इस संबंध में अब तक 22 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)