गुजरात: कांग्रेस की आलोचना के बाद हार्दिक पटेल ने भाजपा को सराहा, बोले- हिंदू होने पर गर्व है

कांग्रेस की कार्यशैली से नाख़ुशी ज़ाहिर करने के हफ्तेभर बाद पार्टी नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वे किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि राज्य इकाई के नेतृत्व से नाराज़ हैं. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी लोगों की आवाज़ नहीं बन सकेगी, उनके हितों को प्राथमिकता नहीं देगी तो वे लोग अन्य विकल्प तलाशना शुरू कर देंगे.

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हार्दिक पटेल. (फोटो साभार: फेसबुक/@HardikPatel.Official)

कांग्रेस की कार्यशैली से नाख़ुशी ज़ाहिर करने के हफ्तेभर बाद पार्टी नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वे किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि राज्य इकाई के नेतृत्व से नाराज़ हैं. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी लोगों की आवाज़ नहीं बन सकेगी, उनके हितों को प्राथमिकता नहीं देगी तो वे लोग अन्य विकल्प तलाशना शुरू कर देंगे.

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल. (फोटो साभार: फेसबुक/@HardikPatel.Official)

अहमदाबाद: अपनी पार्टी की आलोचना करने के कुछ ही दिनों बाद गुजरात में कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने ‘फैसला लेने की क्षमता’ के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की तारीफ की और कहा कि विपक्षी दल (कांग्रेस) की प्रदेश इकाई नेतृत्व में इसका (निर्णय लेने की क्षमता का) अभाव है.

कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यह भी कहा कि उन्हें ‘हिंदू होने पर गर्व है.’ हालांकि, उन्होंने इन अटकलों को खारिज किर दिया कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अगर उन्हें ऐसा फैसला लेना भी पड़ा तो वह इस विषय को ‘खुले दिल से’ लोगों के समक्ष ले जाएंगे.

विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के कांग्रेस के प्रयासों से हार्दिक नाराज हैं और उनका मानना है कि अगर नरेश पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार समुदाय के नेता के रूप में उनका (हार्दिक का) प्रभाव खत्म हो जाएगा.

‘कामकाज की शैली’ को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के करीब एक सप्ताह बाद हार्दिक ने कहा कि उन्होंने अपने विचार से पार्टी आलाकमान को अवगत करा दिया है और उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा.

बता दें कि पिछले सप्ताह कांग्रेस की गुजरात इकाई की ‘कार्यशैली’ पर नाखुशी जाहिर करते हुए पटेल ने दावा किया था कि उन्हें राज्य इकाई में दरकिनार किया गया और नेतृत्व उनकी क्षमताओं का उपयोग करने का इच्छुक नहीं है.

इसके बाद पटेल ने यह आरोप भी लगाया था कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उन्हें परेशान कर रहा है और राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि वे पार्टी छोड़ दें.

उन्होंने यह भी कहा था, ‘कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व पूरी तरह से बेकार काम कर रहा है. गुटबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है. सारी स्थिति के बारे में राहुल जी को कई बार बताया, लेकिन कोई निर्णय नहीं होता है. इसलिए ज़्यादा दुख होता है.’

हार्दिक ने 2015 में गुजरात में पाटीदार समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण प्रदान करने की मांग को लेकर चलाए गए आंदोलन की अगुवाई की थी और वहीं से वह राजनीतिक फलक पर उभरे थे.

हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बगावत की है. राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है. कांग्रेस 27 वर्षों से गुजरात की सत्ता से बाहर है.

शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए हार्दिक ने कहा कि उनकी पिछली शिकायतों के बाद केवल एक बदलाव हुआ वो भी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष में.

पिछले लोकसभा चुनाव (2019) से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल ने अब कहा, ‘हमें यह मानना होगा कि भाजपा द्वारा हाल में लिए गए राजनीतिक फैसले दिखाते हैं कि उसके पास राजनीतिक निर्णय लेने की बेहतर क्षमता है. मेरा मानना है कि इसकी तारीफ किए बगैर भी हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे निर्णय लेने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी.’

उन्होंने दिव्य भास्कर के एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा, ‘भाजपा में लीडरशिप की निर्णय शक्ति जबरदस्त है. मैं कांग्रेस से नाराज हूं, इसलिए नहीं कह रहा हूं. यह सालों से चल रहा है और कांग्रेसी भी यही कहते हैं. इन्हीं कारणों से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है और भाजपा जीत रही है.

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं भाजपा की अच्छी बात को स्वीकार करता हूं. उन्होंने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया, राम मंदिर बनवा रहे हैं. मैं इसे स्वीकार करता हूं और उनके इस कदम की सराहना करता हूं. अच्छा काम हो रहा हो तो उसकी प्रशंसा करनी चाहिए. मैं सत्ता के मोह में यह बात नहीं कह रहा हूं.’

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनके कांग्रेस छोड़ने (या भाजपा में शामिल होने) का सवाल ही पैदा नहीं होता है. उन्होंने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को आधारहीन बताया.

उन्होंने कहा कि वह सिर्फ सच बोल रहे हैं और पार्टी के हजारों कार्यकर्ता भी इससे इत्तेफाक रखेंगे कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई में निर्णय लेने की क्षमता का अभाव है.

हार्दिक ने कहा, ‘मैं किसी व्यक्ति से नाराज नहीं हूं, बल्कि राज्य इकाई के नेतृत्व से नाराज हूं. मुझे नहीं दिख रहा है कि वह राज्य की भलाई के लिए अपनी जिम्मेदरियां निभा रहे हैं…जब कोई सच बोलता है तो लोग (पार्टी के भीतर) इसे अलग चश्मे से देखने लगते हैं… जैसे कि वह व्यक्ति पार्टी छोड़ने की सोच रहा हो.’

उन्होंने कहा कि अगर पार्टी लोगों की आवाज नहीं बन सकेगी और उनके हितों को प्राथमिकता नहीं देगी तो वे लोग अन्य विकल्प तलाशना शुरू कर देंगे.

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व है और वह ‘रघुवंशी’ हैं, वह लव-कुश (भगवान राम के पुत्र) के वंशज हैं और भगवान राम, भगवान शिव तथा कुलदेवी उनके आराध्य हैं.

उन्होंने कहा, ‘हिंदू धर्म से हमारा नाता नया नहीं है. यह पुरातन काल से है और हमें हिंदू होने पर गर्व है.’

यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल होने वाले हैं, इसका हार्दिक पटेल ने ‘न’ में जवाब दिया.

पटेल ने कहा, ‘अगर जनहित में कभी ऐसा फैसला लेना पड़ा तो मैं आपको (मीडिया को) जरूर बताऊंगा. मैं इस विषय को खुले दिल से लेकर जनता के बीच जाऊंगा.’

इससे पहले बीते दिनों द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में पटेल ने कहा था कि उनकी हालत  जैसी हो गई है जिसकी शादी के बाद नसबंदी कर दी गई हो. उन्होंने प्रदेश नेतृत्व पर उन्हें फैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल न करने को लेकर भी विरोध जताया था.

इसके बाद गुजरात आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था.

वर्तमान बहस सुप्रीम कोर्ट के उस निर्णय के बाद छिड़ी, जहां उसने गुजरात की एक अदालत द्वारा 2015 के पाटीदार आंदोलन संबंधी एक मामले में पटेल को दोषी ठहराए जाने पर रोक लगा दी. इसके बाद हार्दिक ने आगामी चुनाव में उतरने की इच्छा जाहिर की थी.

इस बीच, हार्दिक द्वारा भाजपा की तारीफ किए जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व देश को जिस प्रकार आगे लेकर जा रहा है, इस सच को सिर्फ पटेल ही नहीं बल्कि कांग्रेस के कई नेता स्वीकार करेंगे.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा की विचारधारा पूरे देश को पसंद आ रही है. भाजपा के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी, उनके काम करने के तरीके को 2014 के बाद हुए सर्वांगीण विकास और देश को जिस तरह से आगे ले जाया गया है, इसे देश और दुनिया सभी ने देखा है.’

भाजपा नेता ने कहा, ‘ऐसे में स्वाभाविक है कि पटेल सहित कांग्रेस के कई नेता और अन्य लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. पटेल ने जनता के सामने सच बोलकर हिम्मत दिखाई है, अन्य शायद खुलकर न बोल पाएं…’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)