भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,30,65,496 हो गई है और और अब तक इस महामारी के कारण 5,23,654 लोग जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 51.10 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और 62.25 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,927 नए मामले सामने आने से देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,30,65,496 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 16,279 पर पहुंच गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 32 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,23,654 हो गई है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 51,10,51,830 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 62,25,447 लोगों की मौत हो चुकी है.
वहीं, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 643 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.75 प्रतिशत है.
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.59 प्रतिशत है. देश में अभी तक कुल 4,25,25,563 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है. वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 188.19 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 32 मामले सामने आए, जिनमें केरल में 26, महाराष्ट्र में चार और दिल्ली तथा मिजोरम में एक-एक मामला सामने आया.
देश में अभी तक संक्रमण से कुल 5,23,654 लोगों की मौत हुई, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,47,838, केरल के 68,916, कर्नाटक के 40,057, तमिलनाडु के 38,025, दिल्ली के 26,169, उत्तर प्रदेश के 23,505 और पश्चिम बंगाल के 21,201 लोग थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.
चार मई 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए हैं.
वायरस के मामले और मौतें
अप्रैल महीने में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 26 अप्रैल को 2,483, 25 अप्रैल को 2,541, 24 अप्रैल को 2,593, 23 अप्रैल को 2,527, 22 अप्रैल को 2,451, 21 अप्रैल को 2,380, 20 अप्रैल को 2,067, 19 अप्रैल को 1,247, 18 अप्रैल को 2,183, 17 अप्रैल को 1,150, 16 अप्रैल को 975, 15 अप्रैल को 949, 14 अप्रैल को 1,007, 13 अप्रैल को 1,088, 12 अप्रैल को 796, 11 अप्रैल को 861, 10 अप्रैल को 1,054, नौ अप्रैल को 1,150, आठ अप्रैल को 1,109, सात अप्रैल को 1,033, छह अप्रैल को 1,086, पांच अप्रैल को 795, चार अप्रैल को 913, तीन अप्रैल को 1,096, दो अप्रैल को 1,260 और एक अप्रैल को 1,335 नए मामले दर्ज किए गए थे.
वहीं, इस महीने में पिछले 24 घंटे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा देखें तो बीते 26 अप्रैल को 1,399 (असम और केरल में आंकड़ों में संशोधन के बाद), 25 अप्रैल को 30, 24 अप्रैल को 44, 23 अप्रैल को 33, 22 अप्रैल को 54, 21 अप्रैल को 56, 20 अप्रैल को 40, 19 अप्रैल को 1, 18 अप्रैल को 214 (केरल में आंकड़ों के संशोधन के साथ), 17 अप्रैल को 4, 16 अप्रैल को 4, 15 अप्रैल को छह, 14 अप्रैल को एक, 13 अप्रैल को 26, 12 अप्रैल को 19, 11 अप्रैल को 6, 10 अप्रैल को 29, नौ अप्रैल को 83, आठ अप्रैल को 43, सात अप्रैल को 43, छह अप्रैल को 71, पांच अप्रैल को 58, चार अप्रैल को 13, तीन अप्रैल को 81, दो अप्रैल को 83 और एक अप्रैल को 52 लोगों की जान गई थी.
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे में सर्वाधिक 1,72,433 मामले तीन फरवरी को रिकॉर्ड किए गए और इस अवधि में सबसे अधिक 1,733 लोगों की मौत दो फरवरी को हुई थी.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
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(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)