घर में गोमांस रखने के आरोप में दादरी के बिसाहड़ा गांव में 2015 में मोहम्मद अख़लाक़ की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
साल 2015 में घर में गोमांस रखने के आरोप में दादरी के बिसाहड़ा गांव में मोहम्मद अख़लाक़ की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के 15 आरोपी जमानत पर रिहा हो गए हैं. अब इन आरोपियों को नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) में तीन माह के अंदर संविदा पर नौकरी पर रखने पर सहमति बनी है.
इसके लिए 9 अक्टूबर को भाजपा विधायक तेजपाल नागर ने दादरी के नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की ताकि उनकी भर्ती कराकर नौकरी की सुविधा प्रदान की जा सके.
इसके अलावा जेल में ही किडनी और श्वसन तंत्र फेल हो जाने से हो मर जाने वाले एक अन्य आरोपी रवीन सिसौदिया के परिजनों को 8 लाख रुपये दिए जाएंगे और उनकी पत्नी को महीने भर के अंदर ही प्राइमरी स्कूल में टीचर की नौकरी दी जाएगी.
न्यूज 18 से बातचीत में स्थानीय भाजपा विधायक तेजपाल सिंह नागर ने कहा, ‘ मरने वाले युवक (रवीन सिसौदिया) की पत्नी को महीने भर के भीतर प्राइमरी स्कूल में नौकरी दी जाएगी और आठ लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसमें से पांच लाख रुपये एकबार में और बाकी की राशि स्थानीय स्तर पर इकट्ठा की जाएगी.’
वहीं बाकी आरोपियों के बारे में नागर ने कहा उनको दादरी के एनटीपीसी के साथ काम करने वाली एक प्राइवेट फर्म के साथ समायोजित किया जाएगा.
इससे पहले 09 अक्टूबर 2017 को अमर उजाला अखबार ने खबर दी थी कि बिसाहड़ा के अखलाक़ हत्याकांड के आरोपियों को नौकरी मिलेगी.
अखबार ने लिखा कि आरोपी युवकों को तीन माह के अंदर संविदा पर नौकरी पर रखने की सहमति बनी है. इस मौके पर एनटीपीसी की तरफ से उप महाप्रबंधक उमेश कुमार, सीनियर मैनेजर निकेश कुमार, यूपीएल से जे चौधरी और विधायक तेजपाल नागर ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.