नोएडा: बलात्कार के आरोपी को छुड़ाने गए विहिप सदस्यों से हाथापाई में पांच पुलिसकर्मी घायल

उत्तर प्रदेश की नोएडा सेक्टर-39 पुलिस ने बताया कि बीते 28 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों का एक समूह एक व्यक्ति को रिहा कराने के लिए थाने आया था, जिस पर बलात्कार का आरोप है. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो यह मारपीट में बदल गया. आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ दी थी. कुछ लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, जिन्हें बाद में ज़मानत मिल गई.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश की नोएडा सेक्टर-39 पुलिस ने बताया कि बीते 28 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों का एक समूह एक व्यक्ति को रिहा कराने के लिए थाने आया था, जिस पर बलात्कार का आरोप है. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो यह मारपीट में बदल गया. आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ दी थी. कुछ लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, जिन्हें बाद में ज़मानत मिल गई.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में पुलिस और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सदस्यों के बीच हुई हाथापाई में पांच पुलिसकर्मी घायल होने का मामला सामने आया है. घटना बीते बृ​हस्पतिवार की है.

पुलिस के अनुसार, घटना नोएडा सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन के बाहर उस समय हुई, जब विहिप के सदस्य अपने एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि बीते बृ​हस्पतिवार (28 अप्रैल) को संगठन के लोगों का एक समूह एक व्यक्ति को रिहा कराने के लिए थाने आया, जिस पर बलात्कार का आरोप लगाया गया था. इसी बात को लेकर विवाद हुआ और यह मारपीट में बदल गई, जिसमें पुलिसकर्मी घायल हो गए.

एक अधिकारी ने कहा कि एक नाबालिग को एक लड़की से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मामले को लेकर अधिकारियों से बात करने के लिए विहिप की नोएडा इकाई बृ​हस्पतिवार दोपहर पुलिस स्टेशन पहुंची थी.

जानकारी के अनुसार, इसके बाद आरोपी को रिहा कराने को लेकर विहिप के ​सदस्यों और पुलिस के बीच बहस शुरू हुई, जो जल्द ही लड़ाई में बदल गई. इस दौरान आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ दी. इसके अलावा थाने के अंदर भी नारेबाजी की गई.

आरोपियों के खिलाफ दंगा करने और एक लोक सेवक को डराने-धमकाने और मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार सदस्यों को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया.

घटना की निंदा करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘गुंडागर्दी करना, बलात्कारियों को बचाने के लिए थाने में हंगामा करना… ये अब बीजेपी और इनके समर्थकों का जगजाहिर चरित्र है. बहुत जल्दी ही इनकी इस हरकत से खुश होकर, इनके अध्यक्ष मुख्यालय में बुलाकर माला पहनाकर इन सबको सम्मानित भी कर रहे होंगे.’

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बृहस्पतिवार को दिन में चार बजे विहिप और बजरंग दल के 50 से 60 सदस्य नोएडा सेक्टर 39 थाने पहुंचे थे. ये सदस्य पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए एक 13 साल के हिंदू लड़के के संबंध में बात करना चाहते हैं, जिस पर अल्पसंख्यक समुदाय की 17 साल की एक लड़की के बलात्कार का आरोप है.

एक अधिकारी ने बताया कि एफआईआर में शामिल लोगों में एक का नाम गंगा है. साथ ही 50 से 60 अज्ञात लोगों की इसमें संलिप्तता दिखाई गई है. एफआईआर कॉन्स्टेबल अनिल कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है.

शिकायत में ​अनिल ने कहा है, ‘तकरीबन चार बजे उन लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन शुरू किया. मैंने और मेरे चार सहकर्मियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नारेबाजी करते रहे. गंगा के नेतृत्व में उन्होंने शुरुआत में हमें अपशब्द कहना शुरू किया और फिर हमला कर दिया. उन लोगों ने हमारी वर्दी तक फाड़ दी.’

एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘हाथापाई में अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है. मामले की विस्तृत जांच जारी है.’

रिपोर्ट के अनुसार, विहिप के मीडिया इंचार्ज राहुल दुबे ने कहा कि मारपीट में उनके संगठन के कुछ लोग भी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘घायल लोगों में कुछ संगठन के वरिष्ठ सदस्य हैं. पुलिस ने हमारी नोएडा इकाई के संयोजक को गिरफ्तार कर कई अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था. इन सभी को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया.’