ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत यात्रा के दौरान एक जेसीबी फैक्ट्री का दौरा करते हुए बुलडोज़र पर चढ़कर फोटो खिंचाया था. इसी दौरान दिल्ली के हिंसाग्रस्त जहांगीरपुरी में भाजपा शासित नगर निगम द्वारा बुलडोज़र से अतिक्रमण गिराया जा रहा था. इसको लेकर ब्रिटिश सांसद नाडिया ह्विटोम ने कहा है कि क्या जॉनसन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुस्लिम संपत्तियों को निशाना बनाने के बारे में सवाल किया है?
नई दिल्ली: भारत में जो हो रहा है उसका हवाला देते हुए ब्रिटिश सांसद नाडिया ह्विटोम ने गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से उनकी हालिया भारत यात्रा पर बुलडोजर पर चढ़ने को लेकर सवाल किया है.
देश के विभिन्न राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रशासन कथित तौर पर विभिन्न अपराधों में आरोपी बनाए गए लोगों (विशेष तौर पर मुसलमानों को निशाना बनाते हुए) के घर और संपत्तियों को तोड़ने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान की आड़ ले रहा है.
इस मुद्दे को उठाते हुए ह्विटोम ने पूछा कि क्या जॉनसन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुस्लिम संपत्तियों को निशाना बनाने के बारे में सवाल किया, और अगर नहीं, तो क्यों नहीं?
उन्होंने कहा, ‘कई भारतीय राज्यों में स्थानीय प्रशासन ने ऐसी कार्रवाई की हैं. इसलिए मैं फिर पूछती हूं कि क्या प्रधानमंत्री ने यह मुद्दा (नरेंद्र) मोदी के साथ उठाया? अगर नहीं, तो क्यो नहीं? और क्या मंत्री यह स्वीकार करते हैं कि प्रधानमंत्री के भारत दौरे ने मोदी की दक्षिणपंथी सरकार के कार्यों को वैध बनाने में मदद की है?’
The BJP (Modi’s governing party) is using JCB diggers to bulldoze the homes and shops of Muslims.
Boris Johnson posed with JCB diggers on his recent visit to India, but his minister wouldn’t say whether he even raised these demolitions with Modi. pic.twitter.com/aIWVw5TLIl
— Nadia Whittome MP (@NadiaWhittomeMP) April 28, 2022
बता दें कि 21 अप्रैल को जॉनसन ने वडोदरा के समीप एक जेसीबी फैक्ट्री (ब्रिटिश बुलडोजर कंपनी) का दौरा किया था. उनका दौरा दिल्ली के जहांगीरपुरी में विवादास्पद तोड़-फोड़ अभियान के ठीक एक दिन बाद हुआ था.
इस अभियान को लेकर मुस्लिम परिवारों ने आरोप लगाया था कि क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव के बाद प्रशासन द्वारा उन्हें निशाना बनाया गया. जॉनसन के दौरे के समय और बुलडोजर पर उनके फोटोशूट ने कई सवाल खड़े किए, जिनमें यह सवाल भी शामिल था कि क्या वे भाजपा के कार्यों को लेकर मौन समर्थन दिखा रहे हैं.
हालांकि, जेसीबी फैक्ट्री का दौरा करने के जॉनसन के फैसले पर ब्रिटेन के विपक्षी दलों ने भी संसद में सवाल उठाया है. भारतीय मूल की नाडिया ह्विटोम समेत लेबर पार्टी के कई सांसदों ने फैक्ट्री के दौरे पर प्रश्न खड़ा किया है.
ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में स्कॉटिश नेशनल पार्टी के सदस्य इयान ब्लैकफोर्ड के ‘तत्काल जवाब दिए जाने वाले एक प्रश्न’ को सदन के पटल पर रखे जाने के दौरान, विपक्ष ने सवाल किया, ‘वे कहां हैं?’ दरअसल, प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के विषय पर एक कनिष्ठ मंत्री जवाब देने वाली थीं.
विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में विदेश अवर मंत्री विकी फोर्ड को सरकार की ओर से जवाब देने के लिए रखा गया था. उन्होंने कहा कि यह यात्रा व्यापार साझेदारी बढ़ाएगी और मानवाधिकार को महत्व देने का मुद्दा भी समान रूप से महत्वपूर्ण है.
फोर्ड ने कहा, ‘हम मानवाधिकारों को ताक पर रख कर व्यापार नहीं बढ़ाते.’
उन्होंने कहा, ‘हम दोनों चीजों को हमारी साझेदारी के गहरे, परिपक्व और व्यापक संबंधों का अहम हिस्सा मानते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यदि हमें कुछ चिंताएं हैं तो हम उसे भारत सरकार के समक्ष सीधे तौर पर उठाएंगे.’
बता दें कि इससे पहले एमनेस्टी इंडिया भी जॉनसन की इस संबंध में आलोचना कर चुका है.
पिछले दिनों, एमनेस्टी इंडिया ने कहा था कि उत्तर पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी में मुसलमानों की दुकानों को गिराने के लिए जेसीबी बुलडोज़रों का उपयोग करने की पृष्ठभूमि में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात में एक जेसीबी कारखाने का उद्घाटन न केवल उनकी अज्ञानता है, बल्कि इस घटना पर उनकी चुप्पी भी स्तब्ध करने वाली है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)