उत्तर प्रदेश के ललितपुर ज़िले के पाली थाने का मामला. पाली के थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ-साथ थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइनहाज़िर कर दिया गया है. इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है, जबकि आरोपी थानाध्यक्ष तथा अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस के छह दल गठित कर उनकी तलाश की जा रही है.
ललितपुर: उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने आई 13 साल की किशोरी के साथ थानाध्यक्ष द्वारा कथित रूप से बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपी पुलिस अफसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
पुलिस ने बताया कि घटना के सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आरोपी थानाध्यक्ष की तलाश जारी है.
इस घटना को लेकर विपक्षी दल सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं. वहीं, उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने उन्हें इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करने को कहते हुए प्रकरण के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कथित पीड़िता की मां ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनकी बेटी 27 अप्रैल को जिले के पाली थाने में मामला दर्ज कराने गई थी. शिकायत के अनुसार, बयान दर्ज कराने के बहाने थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज उसे अपने कमरे में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया.
कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने बताया, ‘इस मामले में थानाध्यक्ष तथा पीड़ित किशोरी की मासी समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है और उसके अलावा अन्य पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फरार थानाध्यक्ष की तलाश की जा रही है.’
भास्कर ने बताया कि झांसी के पुलिस उप-महानिरीक्षक जोगेंद्र कुमार को मामले की जांच सौंपी गई है. उन्हें 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उन्होंने बताया कि इस मामले में पाली के थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ-साथ थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया गया है.
लड़की की मां का आरोप है कि 22 अप्रैल को चार लोग उनकी बेटी को भोपाल ले गए थे, जहां उन्होंने पांच दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया और बाद में उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए. लड़की जब 27 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराने थाने गई तो थानाध्यक्ष ने भी उसके साथ बलात्कार किया.
बाद में लड़की ने स्वैच्छिक संस्था चाइल्डलाइन पहुंचकर काउंसलिंग के दौरान पूरी घटना बताई. इस पर संस्था ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, जिनके हस्तक्षेप पर मंगलवार (पांच मई) को इस मामले में बलात्कार, अपहरण और आपराधिक साजिश के आरोपों तथा पॉक्सो और एससी/एसटी कानून की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आरोपी थानाध्यक्ष तथा अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के छह दल गठित कर उनकी तलाश की जा रही है.
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘डीजीपी ने डीआईजी झांसी को मामले की जांच करने और एसएचओ पर आरोप लगाने वाली परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट सौंपने को कहा है. ललितपुर बलात्कार मामले में वह सुपरवाइजरी अधिकारी, एसपी और अन्य की भूमिका/गलती की भी जांच करेंगे.’
ADG zone has also attached whole PS staff to police line. All accused will be initiated action against. Three accused have already been caught: Prashant Kumar (ADG, Law & Order) on Lalitpur Rape Case
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 4, 2022
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर हमला किया है.
सपा ने एक ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा सरकार में सबसे बड़ा सवाल यह है कि किस पर भरोसा किया जाए और किस पर नहीं? ललितपुर में बलात्कार की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही एसओ (थानाध्यक्ष) ने की दरिंदगी. अब सीएम (मुख्यमंत्री) बताएं पीड़ित बेटियां जाएं तो जाएं कहां? पीड़िता की सुरक्षा का इंतजाम कर दोषियों को मिले कठोरतम सजा.’
भाजपा सरकार में सबसे बड़ा सवाल ये है कि किस पर भरोसा किया जाए किस पर नहीं ?
ललितपुर में रेप की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही एसओ ने की दरिंदगी।
अब सीएम बताएं पीड़ित बेटियां जाएं तो जाएं कहां?
पीड़िता की सुरक्षा का इंतजाम कर दोषियों को मिले कठोरतम सजा। pic.twitter.com/8uyotx3m87
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 4, 2022
पार्टी ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पीड़ित बच्ची के परिजन से मुलाकात के लिए ललितपुर रवाना हो गए हैं.
सपा के मीडिया सेल ने एक पुलिस अधिकारी का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘योगी जी की पुलिस निरंकुश हो चुकी है. चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों के बाद यूपी की योगी जी की पुलिस पर ललितपुर के पाली में पुलिसवालों द्वारा सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है. वसूली, हत्या, अपहरण, फिरौती के बाद अब यूपी पुलिस रेप और गैंगरेप भी करने लगी है.’
योगी जी की पुलिस निरंकुश हो चुकी है ,चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों के बाद यूपी की योगी जी की पुलिस पर ललितपुर के पाली में पुलिसवालों द्वारा सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है ,
वसूली ,हत्या ,अपहरण ,फिरौती के बाद अब यूपी पुलिस रेप और गैंगरेप भी करने लगी है👇 pic.twitter.com/pkaQZ39bCI
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) May 3, 2022
कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी सिलसिलेवार ट्वीट कर इस घटना पर सरकार का घेराव किया.
उन्होंने कहा, ‘ललितपुर में 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप (सामूहिक बलात्कार) और फिर शिकायत लेकर जाने पर थानेदार द्वारा बलात्कार की घटना दिखाती है कि ‘बुलडोजर’ के शोर में कानून व्यवस्था के असल सुधारों को कैसे दबाया जा रहा है. अगर महिलाओं के लिए थाने ही सुरक्षित नहीं होंगे तो वो शिकायत लेकर जाएंगी कहां?’
…क्या उप्र सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है?
कांग्रेस पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र में महिला सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे थे।
आज ललितपुर है…2/3
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 4, 2022
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने थानों में महिलाओं की तैनाती बढ़ाने, थानों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए गंभीरता से सोचा है? कांग्रेस पार्टी ने अपने महिला घोषणा पत्र में महिला सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु रखे थे. आज ललितपुर है, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महिला सुरक्षा और महिला हितैषी कानून व्यवस्था के लिए गंभीर कदम उठाने ही होंगे.’
इस बीच, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों से कहा कि वे आपराधिक मामलों का राजनीतिकरण न करें. उन्होंने कहा, ‘पीड़िता हमारी बेटी है और उसके साथ कुछ गलत हुआ है तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और दोषी को किसी कीमत पर नहीं बख्शेगी.’
उन्होंने कहा, ‘सरकार इस मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाएगी और घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई होगी कि उनकी अगली पीढ़ियां तक कराह उठेंगी. उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीड़ित परिवार से मुलाकात के लिए ललितपुर रवाना होने के बारे में पूछने पर पाठक ने कहा, ‘वह सोचते हैं कि कुछ हो सकता है तो वह अपना राजनीतिक पर्यटन शुरू कर देते हैं.’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर उन्होंने कहा, ‘उन्हें राजस्थान और छत्तीसगढ़ में महिलाओं की स्थिति देखनी चाहिए.’
मालूम हो कि इससे पहले बीते एक मई को उत्तर प्रदेश में चंदौली जिले के सैयदराजा क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवती की मौत हो गई थी. इस मामले में निलंबित थानाध्यक्ष समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.
सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में पुलिस का एक दल एक बालू कारोबारी कन्हैया यादव को पकड़ने के लिए उसके घर पहुंचा था. यादव के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी हुआ था.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने कारोबारी की 24 साल की बेटी से बलात्कार किया तथा मारपीट और ज़ोर-जबर्दस्ती के कारण उसकी मौत हो गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)