स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बर्लिन दौरे के एक बच्चे का संपादित किया हुआ वीडियो पोस्ट किया और मूल देशभक्ति गाने की जगह उसमें फिल्म ‘पीपली लाइव’ का गाना ‘महंगाई डायन खाए जात है’ लगा दिया था. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कामरा के आधिकारिक अकाउंट के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने एक बच्चे के देशभक्ति का गीत गाने संबंधी वीडियो के ‘छेड़छाड़ वाले स्वरूप’ को ट्वीट करने के मामले में स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
आयोग ने वीडियो को तत्काल सोशल मीडिया से हटाए जाने की भी मांग की है.
आयोग ने ट्विटर के शिकायत अधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि कामरा द्वारा एक नाबालिग बच्चे के देशभक्ति गीत गाने के ‘छेड़छाड़ किए गए वीडियो’ को अपने राजनीतिक एजेंडा के लिए ट्वीट करने के संबंध में शिकायत मिली है.
उसने कहा, ‘आयोग ने शिकायत का संज्ञान लिया है और उसकी राय है कि राजनीतिक विचाराधाराओं को आगे बढ़ाने के लिए नाबालिगों का इस्तेमाल करना किशोर न्याय अधिनियम, 2015 तथा सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के प्रावधानों का उल्लंघन है. आयोग को यह भी आशंका है कि इस तरह के प्रचार वाले उद्देश्य से बच्चों का इस्तेमाल करना नुकसानदेह है और उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.’
आयोग ने कहा कि इसलिए वीडियो को तत्काल प्लेटफॉर्म से हटाया जाना चाहिए तथा इस तरह की सामग्री डालने के लिए कामरा के आधिकारिक अकाउंट के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.
Prime Minister @narendramodi was also seen enjoying a young boy's song praising India.#PMModiInEurope #PMInBerlin pic.twitter.com/xpeuBJpZEb
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) May 2, 2022
प्रधानमंत्री के हालिया बर्लिन दौरे के वीडियो में सात वर्षीय बच्चा मोदी की मौजूदगी में ‘हे जन्मभूमि भारत’ गाते हुए नजर आ रहा है.
भाजपा और प्रधानमंत्री की आलोचना को लेकर अक्सर मुश्किलों में घिर जाने वाले कामरा ने बच्चे का संपादित किया हुआ वीडियो पोस्ट किया और मूल गाने की जगह उसमें फिल्म ‘पीपली लाइव’ का गाना ‘महंगाई डायन खाए जात है’ लगा दिया.
कामरा (33) ने अपनी पोस्ट के कैप्शन (चित्र परिचय) में लिखा, ‘अब यह किसने किया?’ विवाद के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि स्टैंडअप कॉमेडियन द्वारा साझा ‘महंगाई’ वाला वीडियो हटा दिया गया है.
बच्चे के वीडियो को संपादित करने पर उसके पिता ने कामरा की आलोचना की
बच्चे के पिता ने कामरा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बेचारे बच्चे को अपनी गंदी राजनीति से दूर रखें और अपने खराब चुटकुलों को दुरुस्त करें.’
संपादित वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए बच्चे के पिता गणेश पॉल ने कहा, ‘वह मेरा सात साल का बेटा है, जो अपनी प्रिय मातृभूमि के लिए यह गीत गाना चाहता था. यद्यपि वह काफी छोटा है, लेकिन निश्चित रूप से वह अपने देश को आपसे ज्यादा प्यार करता है श्रीमान कामरा या कचरा, आप जो भी हों. लड़के को अपनी राजनीति से दूर रखिए और अपने खराब चुटकुलों पर काम करिए.’
इस पर कामरा ने पॉल को टैग करते हुए कहा कि मूल वीडियो पहले ही सार्वजनिक है. कामरा ने कहा कि वीडियो एक समाचार संस्थान द्वारा सार्वजनिक रूप से डाला गया है.
The video is in the public domain by a news Organisation.
The joke is not on your son, while you enjoy your son sing for his motherland to the most popular son, there are songs that he should listen to from people of his country also ✌🏽✌🏽✌🏽 https://t.co/aKnVk9lDSR
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) May 5, 2022
कामरा ने ट्वीट किया, ‘चुटकुला आपके बेटे पर नहीं है. आप अपने बेटे के उसकी मातृभूमि के लिए सबसे लोकप्रिय बेटे के सामने गाने का आनंद उठाते हैं, लेकिन और भी गीत हैं जो उसे अपने देश के लोगों से भी सुनने चाहिए.’
कामरा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि एनसीपीसीआर ने एक ‘मीम’ डालने के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
The father is guiding the child towards demo singing to PM while everyone has cameras rolling & footage shared on social media, PM got the kid in public domain not me. I just made the child sing a song the PM much rather hear… https://t.co/XgNe1GZbhe
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) May 5, 2022
हॉस्य कलाकार ने ट्विटर पर उनकी आलोचना कर गिरफ्तारी की मांग करने वालों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘पिता बच्चे को गाने के लिए पीएम तक पहुंचा रहे हैं, जबकि वहां सभी के पास कैमरे चल रहे थे और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की जा रही थीं, पीएम बच्चे को सार्वजनिक दायरे (डोमेन) में लाए, मैं नहीं. मैंने बच्चे से सिर्फ एक गाना सुनवाया जो प्रधानमंत्री को कहीं ज्यादा सुनना चाहिए.’