दिल्ली पुलिस द्वारा तेंजिदर बग्गा को हिरासत में लिए जाने के बाद पंजाब पुलिस हाईकोर्ट पहुंची

पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने के आरोप में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था. हालांकि पंजाब जाते समय हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस टीम को कुरुक्षेत्र में रोक लिया था. इसके बाद ​जब दिल्ली पुलिस वहां पहुंची तो बग्गा को उनकी हिरासत में सौंप दिया गया. दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के ख़िलाफ़ ‘अपहरण’ का मामला दर्ज किया है.

तेजिंदर पाल सिंह बग्गा. (फोटो साभार: एएनआई)

पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने के आरोप में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा को दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था. हालांकि पंजाब जाते समय हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस टीम को कुरुक्षेत्र में रोक लिया था. इसके बाद ​जब दिल्ली पुलिस वहां पहुंची तो बग्गा को उनकी हिरासत में सौंप दिया गया. दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के ख़िलाफ़ ‘अपहरण’ का मामला दर्ज किया है.

तेजिंदर पाल सिंह बग्गा. (फोटो साभार: फेसबुक)

चंडीगढ़/नई दिल्ली: शुक्रवार सुबह पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को अपनी हिरासत में ले लिया है. बग्गा को पंजाब ले जाया जा रहा था, लेकिन हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के दल को कुरुक्षेत्र में रोक लिया था. अब तेजिंदर बग्गा को वापस दिल्ली ले जाया जा रहा है.

दिल्ली पुलिस द्वारा बग्गा को हिरासत ​में लिए जाने के खिलाफ पंजाब पुलिस ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

पंजाब पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी के जनकपुरी इलाके में स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया था. भड़काऊ बयान देने, शत्रुता को बढ़ावा देने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में बग्गा के खिलाफ पिछले महीने मामला दर्ज किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस द्वारा पंजाब पुलिस टीम पर उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने का आरोप लगाने के बाद बग्गा को गिरफ्तार करने के बाद हरियाणा के एक पुलिस थाने ले जाया गया था.

हरियाणा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हम बग्गा और पंजाब पुलिस टीम को थानेसर पुलिस स्टेशन, कुरुक्षेत्र ले आए हैं. हमने पंजाब के पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है.’

दिल्ली पुलिस की एक टीम थाने पहुंच गई है, वहीं पंजाब के एडीजीपी शरद सत्य चौहान के भी कुरुक्षेत्र पहुंचने की उम्मीद है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बग्गा को पंजाब ले जाते समय हरियाणा में पुलिस के काफिले को रोक दिया गया था. सुबह करीब 11:30 बजे जब काफिला कुरुक्षेत्र के पास पहुंचा तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें कुरुक्षेत्र के पास रुकने को कहा. मौके पर कुरुक्षेत्र के एसपी अंशु सिंगला, करनाल के एसपी गंगा राम पुनिया और अंबाला के एसपी जशनदीप सिंह रंधावा मौजूद थे.

रिपोर्ट के अनुसार, एसएएस नगर मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तब कुरुक्षेत्र में अपने समकक्ष को एक पत्र भेजा था, जिसमें पंजाब पुलिस टीम और आरोपी बग्गा को रिहा करने का अनुरोध किया गया था, ताकि उन्हें कानून के अनुसार समय पर अदालत में पेश किया जा सके. एसएसपी ने कहा कि टीम को हरियाणा में रोका जाना अवैध हिरासत और आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रशासन में हस्तक्षेप के समान है.

बहरहाल केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाली दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के खिलाफ ‘अपहरण’ और ‘हमले करने’ के लिए एफआईआर दर्ज की है.

दरअसल, बग्गा सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं. बग्गा ने कुछ समय पहले ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर केजरीवाल के खिलाफ ट्वीट कर उनकी आलोचना की थी, जिसके बाद से वह आम आदमी पार्टी (आप) के निशाने पर आ गए थे.

गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने, शत्रुता को बढ़ावा देने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में बग्गा के खिलाफ पिछले महीने मामला दर्ज किया था. पुलिस ने मोहाली में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर बग्गा के खिलाफ यह मामला दर्ज किया था.

मामला हाईकोर्ट पहुंचा

दिल्ली पुलिस द्वारा बग्गा को हिरासत में लेने के बाद पंजाब पुलिस ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. एडवोकेट जनरल अनमोल रतन सिद्धू पुलिस अधिकारियों के साथ अदालत में हैं. पंजाब हरियाणा पुलिस पर मामले में गलत तरीके से दखल देने का आरोप लगा रहा है.

जस्टिस ललित बत्रा की अदालत में एडवोकेट जनरल ने कहा कि सब कुछ प्रक्रिया के अनुसार चल रहा था जब हरियाणा पुलिस ने हस्तक्षेप किया और प्रक्रिया में देरी की. इसे कानून का उल्लंघन बताते हुए उनका दावा है कि हरियाणा पुलिस ने बग्गा को दिल्ली पुलिस को सौंपने से पहले पंजाब पुलिस की टीम को छह घंटे तक इंतजार कराया. उनका यह भी दावा है कि एफआईआर के संबंध में बग्गा को पांच नोटिस भेजे गए थे, लेकिन उन्होंने किसी का जवाब नहीं दिया था.

पंजाब पुलिस पर मारपीट का आरोप

गिरफ्तारी के संबंध में तेजिंदर बग्गा की मां ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘पंजाब पुलिस सुबह जल्दी पहुंची और उसे (बग्गा) हमारे घर से उठा लिया. तेजिंदर सो रहा था. उसने पूछा कि क्या वह अपनी चप्पल पहन सकता है और अपना सिरोपा बांध सकता है, लेकिन उन्होंने इसकी अनुमति नहीं दी.’

उन्होंने आगे कहा, ‘जब मेरे पति ने घटना को अपने मोबाइल में शूट करने की कोशिश की, तो उन्होंने उनका फोन छीन लिया और उनके साथ मारपीट भी की, ताकि वह किसी को सूचित न कर सके. उनके चेहरे पर मुक्का मारा गया था.’

उन्होंने ‘दादागिरी’ के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा.

पंजाब में एसएएस नगर के एसपी (ग्रामीण) मनप्रीत सिंह ने कहा कि (उनकी गिरफ्तारी की) एक उचित वीडियो रिकॉर्डिंग है. साइबर क्राइम मोहाली में हमारे पास एफआईआर दर्ज है. हमने उचित नोटिस दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वह जांच में शामिल नहीं हुए थे. हमने उन्हें आज सुबह 9 बजे गिरफ्तार किया.

पिछले महीने दर्ज की गई थी एफआईआर

तेजिंदर बग्गा के खिलाफ बीते एक अप्रैल को पंजाब पुलिस ने धारा 153 ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करना), 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 505 (2) (वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) और आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया था.

शिकायत बग्गा द्वारा दिए गए एक बयान को संदर्भित करती है, जिसमें कथित तौर पर हिंसा करने के लिए उकसाने, बल प्रयोग, अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं और सदस्यों को चोट पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं.

एफआईआर पंजाब आप के प्रवक्ता और लोकसभा प्रभारी मोहाली निवासी डॉ. सनी सिंह अहलूवालिया की शिकायत पर आधारित है. एफआईआर के अनुसार, अहलूवालिया ने कहा कि बग्गा की टिप्पणी हिंसा करने के लिए आपराधिक धमकी और अरविंद केजरीवाल और अन्य आप नेताओं को सुनियोजित तरीके से चोट पहुंचाने के लिए थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, तेजिंदर बग्गा को गिरफ्तार करने से पहले पंजाब पुलिस ने जनकपुरी थाने को सूचना दी थी. सूत्रों ने बताया कि पंजाब से एक टीम शुक्रवार सुबह जनकपुरी थाने आई और मामले की जानकारी उनसे साझा की थी.

एक अधिकारी ने बताया, ‘पंजाब पुलिस ने सूचित किया था कि उन्होंने उन्हें (बग्गा) सीआरपीसी की धारा 41-ए के तहत पांच नोटिस दिए हैं, लेकिन वह जान-बूझकर जांच में शामिल नहीं हो रहे थे. पहला नोटिस 9 अप्रैल को, दूसरा 11 अप्रैल को, तीसरा 15 अप्रैल को, चौथा 22 अप्रैल को और पांचवां 28 अप्रैल को दिया गया था.’

उन्होंने आगे कहा, ‘विवरण साझा करने के बाद उन्होंने अपनी टीम को उसके घर भेज दिया, जहां से उन्हें उठाया गया और जनकपुरी थाने ले जाया गया. वे अब उनकी गिरफ्तारी के बाद कानूनी दस्तावेज का काम पूरा कर रहे हैं.’

भाजपा की पंजाब इकाई के नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने ट्वीट किया, ‘पंजाब पुलिस का जिस तरह दुरुपयोग केजरीवाल कर रहे हैं वह निंदनीय है. पंजाब पुलिस ने तेजिंदर बग्गा को उनके घर से गिरफ्तार किया. बग्गा और उनके पिताजी के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. लेकिन याद रहे केजरीवाल जी कि एक सच्चे सरदार को आपकी ये हरकतें डरा नहीं सकतीं.’

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, ‘तेजिंदर बग्गा को पंजाब पुलिस के 50 जवान घर से गिरफ्तार करके ले गए. वह एक सच्चा सरदार है, उसे ऐसी हरकतों से न डराया जा सकता है, न कमजोर किया जा सकता. एक सच्चे सरदार से इतना डर क्यों?’

कपिल मिश्रा ने कहा कि पंजाब पुलिस का इस्तेमाल राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने की बजाए कार्यकर्ताओं के खिलाफ किया जा रहा है.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘पंजाब की पुलिस का इस्तेमाल केजरीवाल के पर्सनल नाराजगी, पर्सनल खुन्नस को निपटाने के लिए किया जा रहा है. ये पंजाब का, पंजाब के जनादेश का अपमान है. तेजिंदर बग्गा के साथ आज सारा देश खड़ा है. केजरीवाल एक सच्चे सरदार से डर गए.’

उन्होंने कहा, ‘तेजिंदर बग्गा के बूढ़े पिताजी के साथ भी मारपीट की गई. उनके मुंह पर पंच मारा गया. ये पुलिस की वर्दी में गुंडे भेजे गए हैं क्या? ये गिरफ्तारी हैं या अपहरण?’

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पंजाब में हिंसा भड़काने के लिए तजिंदर बग्गा का ट्वीट; इसका मतलब दिल्ली में भाजपा नेता पंजाब में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. पंजाब पुलिस राज्य में शांति बनाए रखने के लिए काम कर रही है. जनता दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस को ऐसे गुंडों को बचाने की कोशिश करते देख रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)