यूपी: छेड़खानी मामले में कथित तौर पर समझौता न करने से नाबालिग के माता-पिता पर तेज़ाब फेंका

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले का मामला है. इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. आरोप है कि पुलिस भी नाबालिग के परिजनों पर समझौता करने का दबाव बना रही थी. घटना के 13 दिन बाद एसपी के हस्तक्षेप करने से छह मई को ज़िले के गजरौला थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई. इस संबंध में लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटोः रॉयटर्स)

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले का मामला है. इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. आरोप है कि पुलिस भी नाबालिग के परिजनों पर समझौता करने का दबाव बना रही थी. घटना के 13 दिन बाद एसपी के हस्तक्षेप करने से छह मई को ज़िले के गजरौला थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई. इस संबंध में लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटोः रॉयटर्स)

पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक नाबालिग से हुई छेड़खानी के मामले में समझौता न करने पर उसके माता-पिता पर आरोपियों के परिवारवालों ने कथित रूप से तेजाब डाल दिया.

पुलिस अधीक्षक दिनेश प्रभु ने मीडिया को बताया कि इस प्रकरण में पांच आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

प्रभु के अनुसार मामले में लापरवाही बरतने पर गजरौला थानाध्यक्ष तेजपाल एवं सुहास पुलिस चौकी प्रभारी लोकेश कुमार को निलंबित का दिया गया है.

उन्होंने बताया कि गजरौला थाने में बेटी के पिता ने छह मई को राजेश के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी जो इस घटना के बाद से गांव से भाग गया था.

पुलिस के अनुसार सोमवार को अदालत में लड़की का बयान दर्ज किया जाना था, लेकिन उससे पहले ही रविवार (आठ मई) रात पांच लोगों ने लड़की के पिता नन्हे लाल (42 वर्ष) एवं उसकी माता लक्ष्मी (40 वर्ष) पर तेजाब फेंक दिया. दोनों की हालत गंभीर है.

प्रभु ने बताया कि तेजाब हमले के सिलसिले में पांच लोगों- अजय, छोटेलाल, रामकिशन, गुड्डू, हरिशंकर निवासी ग्राम अज्ञारी के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिनमें तीन लोंगो को गिरफ्तार किया जा चुका हैं.

गजरौला पुलिस के अनुसार आरोप है कि पीड़िता के माता-पिता गांव में अपने घर के आंगन में सो रहे थे. पीड़िता और उसके दो सगे भाई और दादी कमरे में सो रहे थे.

हमलावार रविवार की रात में घर में घुसे और सोते समय पीड़िता के माता-पिता पर तेजाब डाल दिया. तेजाब पड़ने से उन दोनों के बिस्तर जल गए और चेहरे झुलस गए. इस बीच शोर सुनते ही आरोपी हमलावर भाग गए.

पुलिस के मुताबिक, तेजाब से झुलसे पीड़िता के माता-पिता को एबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया. पीड़िता के पिता नन्हे लाल एवं माता लक्ष्मी गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया. हालात खराब होने पर उन्हें राममूर्ति मेडिकल कालेज भोजीपुरा बरेली भेजा गया है.

इस घटना के बाद बरेली परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा ने भी घटना स्थल का निरीक्षण कर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.

अमर उजाला के मुताबिक, एसपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि बताया कि पीड़िता का अदालत में नौ मई को लिखित बयान दर्ज होना थे. पुलिस पीड़िता को लेकर अदालत पहुंचती, इससे पहले ही यह घटना हो गई.

उन्होंने बताया कि तेजाब फेंके जाने की घटना के बाद पीड़िता के परिजन के बयान लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बयान में पीड़ित परिवार ने छेड़खानी के आरोपी राजेश और उसके पिता रोशनलाल का भी नाम लिया है, इसलिए तेजाब फेंकने की घटना में राजेश और रोशनलाल का नाम भी जोड़ा जा रहा है.

रिपोर्ट के मुताबिक, किशोरी के साथ 23 अप्रैल को छेड़खानी हुई थी. आरोप है कि पीड़िता के पिता उसी दिन कार्रवाई के लिए सुहास पुलिस चौकी में शिकायत देकर आए, लेकिन पुलिस ने जांच की बात कहकर प्रार्थना-पत्र दबा लिया. पीड़ित परिवार थाने गया पर कुछ नहीं हुआ.

उसके बाद पीड़ित परिवार ने विधायक से संपर्क किया और फिर एसपी से मिला.

घटना के 13 दिन बाद एसपी के हस्तक्षेप करने से छह मई को गजरौला थाने में एफआईआर दर्ज की गई. इसके बाद भी पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार नहीं किया.

किशोरी के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी की तरफदारी कर रही थी और चौकी पर तैनात दरोगा जी कह रहे थे कि ‘आगे-पीछे सोच लो, समझौता करना ठीक रहेगा.’

पीड़ित किशोरी ने बताया कि मुकदमा लिखे जाने के बाद से पुलिस और आरोपी के परिजन समझौता करने का दबाव बना रहे थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)