जैन मुनि शांति सागर महाराज की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने कहा कि ये उनके गुरु को बदनाम करने की चाल है.
गुजरात में 19 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार के आरोप में एक जैन मुनि को गिरफ्तार किया गया है. मामला गुजरात के सूरत शहर का है और जैन मुनि की पहचान दिगंबर संप्रदाय के 45 वर्षीय शांति सागर महाराज के रूप में हुई है.
टाइम्स आॅफ इंडिया ने पुलिस सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मेडिकल जांच में यह सामने आया है कि युवती के साथ बलात्कार हुआ है.
मूल रूप से मध्य प्रदेश निवासी युवती वर्तमान में अपने माता-पिता के साथ वडोदरा में रहती है. युवती के परिवारवालों ने इसी साल मार्च में महावीर दिगंबर जैन मंदिर के मुनि शांति सागर महाराज को अपना गुरु मान लिया था.
सूरत पुलिस ने बताया, ‘बीते एक अक्टूबर को युवती, उनके भाई और माता-पिता जैन मुनि शांति सागर का आशीर्वाद लेने सूरत गए हुए थे. जैन मुनि ने युवती के परिवारवालों को मंत्रोच्चार करने के लिए रोक लिया था. इसके बाद कथित तौर पर विशेष पूजा कराने के बहाने जैन मुनि शांति सागर युवती को दूसरे कमरे में ले गए और बलात्कार किया.’
पुलिस के अनुसार, घटना की रिपोर्ट कराने से डर रही युवती किसी तरह मामले की शिकायत करने के लिए राज़ी हुई और घटना के 11 दिन बाद एफआईआर दर्ज की गई.
पुलिस के अनुसार, एफआईआर दर्ज होने के बाद युवती को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया. जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है.
बीते शनिवार को एफआईआर दर्ज होने की ख़बर फैलते ही जैन मुनि शांति सागर ने मौन धारण कर लिया. शनिवार को ही उन्हें पूछताछ के लिए थाने लाया गया और रात में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
जैन मुनि की गिरफ्तारी की ख़बर आने के बाद संप्रदाय के उनके हज़ारों समर्थकों ने सूरत के आठवा लाइन पुलिस थाने पर जमा हो गए थे. सूरत पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है.
उधर, शाकाल दिगंबर जैन समाज के नेता एडवोकेट आरजी शाह का कहना है कि शिकायत में बताया गया कि घटना रात में 9:30 से 10:30 बजे के बीच हुई, लेकिन मुनि रात 8:30 बजे के बाद किसी से मिलते नहीं हैं. इसके अलावा शिकायतकर्ता इतने दिन चुप क्यों रही? मुनि को बदनाम करने के लिए यह एक चाल है.