जनरक्षा यात्रा के बीच केरल में कांग्रेस-भाजपा-माकपा में घमासान, कांग्रेस की हड़ताल के दौरान पथराव और हिंसा.
कन्नूर/तिरुवनंतपुरम: केरल में राजनीतिक हिंसा के विरोध में देश भर में भाजपा के प्रदर्शन के बीच केरल में हिंसक घटनाएं भी जारी हैं. भाजपा-आरएसएस, कांग्रेस और माकपा के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार झड़प और टकराव जारी हैं.
राजनीतिक रूप से अशांत कन्नूर जिले में 15 अक्टूबर को थालसेरी के नजदीक मुझुप्पिलांगद में कथित माकपा कार्यकर्ताओं ने एक आरएसएस कार्यकर्ता पर धारदार हथियार से हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस के अनुसार आरएसएस कार्यकर्ता निदेश की हालत गंभीर है और उसे कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके हाथों और पैरों में चोटें आई हैं. स्थानीय भाजपा इकाई ने अरोप लगाया कि निदेश पर हुए हमले में सत्तारूढ़ माकपा के कार्यकर्ताओं का हाथ है.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व लोकसभा सदस्य सरोज पांडेय का कहना है कि भाजपा की जनरक्षा यात्रा का मकसद माकपा को यह बताना है कि अगर वामपंथी पार्टी केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं को आंखें दिखाना जारी रखेगी तो इसके जवाब में घर में घुसकर आंखें निकाल ली जाएंगी.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ‘पत्रकारों से बातचीत में रविवार को सरोज पांडेय ने कहा, ‘हम लोगों ने ये जो मार्च की शुरुआत की है, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने की है, वो इसलिए की है कि आने वाले समय में बार बार हमारे कार्यकर्ता के साथ में इसी प्रकार से ऐसे आंख दिखाने की स्थिति होगी तो हम घर में घुस कर आंख निकाल लेंगे. ये तय बात है.’
सरोज पांडेय ने कहा कि भाजपा लोकतंत्री में विश्वास करती है, लेकिन यदि केरल में लोकतंत्र की हत्या होती है तो केंद्र की भाजपा सरकार केरल की सरकार को बर्खास्त भी कर सकती है.
सरोज ने कहा, ‘आज हम सबसे बड़े दल के तौर पर पूरे विश्व में हैं, केवल भारत में ही नहीं. 11 करोड़ की हमारी सदस्य संख्या है और केरल में जो हमारे 300 से ज्यादा कार्यकर्ता, जो 20 साल के, 22 साल के, 25 साल के बच्चे हैं, उन्हें मार दिया गया. अपनी बात कहने का अधिकार सबको है. जहां तक राजनीति की बात है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, ऐसा हमारा विश्वास है. लेकिन लोकतंत्र की अगर हत्या होगी तो हमारे लिए कोई बड़ी बात नहीं है. हमारे सदस्य संख्या के अनुसार देश में हमारा शासन है. अगर हम चाहें तो उन्हें बर्खास्त भी कर सकते हैं.’
उत्तरी केरल का कन्नूर जिला राजनीतिक रूप से संवेदनशील है, जहां पर आरएसएस और माकपा के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार हिंसक झड़पें होती रहती हैं. एनडीटीवी के मुताबिक, कन्नूर में राजनीतिक द्वेष में 2000 से अब तक माकपा के 45 और भाजपा-आरएसएस के 44 कार्यकर्ता हिंसा में मारे जा चुके हैं.
बढ़ती कीमतों के विरोध में हड़ताल
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन यूडीएफ की हड़ताल के दौरान सोमवार को विभिन्न स्थानों पर केएसआरटीसी बसों पर पथराव और दुकानों को जबरन बंद कराने की घटनाएं सामने आई हैं.
विपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों और पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में हड़ताल की घोषणा की थी. सुबह से शाम तक की इस हड़ताल के शुरुआती घंटों में निजी बसें सड़कों से नदारद रहीं जबकि कई स्थानों पर ऑटोरिक्शा और केएसआरटीसी बसों की सेवाएं संचालित हुई.
राज्य की राजधानी में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही देखी गई. हालांकि आर्यनाद और परसाला से केएसआरटीसी बसों पर पथराव किये जाने की खबरें हैं.
कोच्चि के पलारीवट्टोम में अलापुझा से गुरुवयुर जा रही केएसआरटीसी की एक बस पर पथराव किया गया. थ्रिसूर में वाहनों पर पथराव कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.
सभी विविद्यालयों ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सोमवार को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जबकि लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं.
पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए है और सभी जिला पुलिस प्रमुखों को हिंसा भड़काने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने वाले लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
तिरुवनंतपुरम में यूडीएफ कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए पलायम मार्ती कॉलम से सचिवालय तक मार्च निकाला.
पर्रिकर बोले, पिनरई विजयन डर का माहौल बना रहे हैं
गोवा के मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार देश को विकास के पथ पर ले जाने की कोशिश कर रही है जबकि केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन डर का माहौल बना रहे हैं.
कथित राजनीतिक हिंसा और जेहाद का पर्दाफाश करने के लिए भाजपा की ओर से आहूत जनरक्षा यात्रा में रविवार को हिस्सा लेते हुए पर्रिकर ने कहा कि वाम पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले की वजह से बनी राज्य की खराब छवि को सुधारने के लिए केरल के सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए.
पर्रिकर ने कहा, राज्य के सभ्य लोगों को माकपा की राजनीतिक हिंसा की निंदा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सब को बदलाव का अगुआ बनना चाहिए.
स्मृति ईरानी का केरल सरकार पर हमला
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने शनिवार को केरल की माकपा नीत सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उसके शासन में राज्य में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है.
वाम शासन के तहत कथित लाल आतंक का पर्दाफाश करने के लिए आयोजित जनरक्षा यात्रा को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी लोकतंत्र में भरोसा नहीं करती. उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा शासनकाल में आरएसएस-भाजपा के 286 कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं और उनमें से 84 लोग मुख्यमंत्री पी विजयन के गृह नगर कन्नूर जिले के थे.
सूचना एवं प्रसारण और कपड़ा मंत्री स्मृति ने यह आरोप भी लगाया कि राष्ट्र विरोधियों की मदद करने का कम्युनिस्टों का इतिहास रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान कम्युनिस्टों ने चीन का पक्ष लिया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)