मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल ने कहा कि भाजपा में आना ग़लती सुधारने जैसा है. बीते विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा रहे और गंगोत्री सीट से उतरे कोठियाल की ज़मानत ज़ब्त हो गई थी.
देहरादून: उत्तराखंड में फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
कर्नल कोठियाल ने 18 मई को आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा दे दिया था. वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख मदन कौशिक की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए.
आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड के सीएम चेहरा रहे कर्नल @ColAjayKothiyal जी एवं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे श्री भूपेश उपाध्याय जी सहित आम आदमी पार्टी के 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय, देहरादून में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। pic.twitter.com/UxyeU6w2wd
— Madan Kaushik (@madankaushikbjp) May 24, 2022
आप की प्रदेश इकाई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय भी कोठियाल और उनके सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए.
धामी ने कहा कि एक फौजी का बेटा होने के नाते उन्हें पार्टी में एक पूर्व सैनिक का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने हमेशा महसूस किया कि कोठियाल का स्वभाव और आप की विचारधारा एक-दूसरे के अनुरूप नहीं है. भाजपा कोठियाल की पार्टी है, क्योंकि यह एकमात्र पार्टी है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सैनिकों का सम्मान कर रही है.’
वहीं, कोठियाल ने कहा कि आप में जाना उनके द्वारा लिया गया एक गलत और भावुकतापूर्ण निर्णय था. उन्होंने कहा, ‘भाजपा में आना एक गलती को सुधारने जैसा है. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, गलती को महसूस करने और उसे सुधारने में ही समझदारी है.’
आप ने इस बार उत्तराखंड में विधानसभा की सभी 70 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे तथा कई चुनावी तोहफों का भी वादा किया था.
हालांकि, पंजाब में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उत्तराखंड में आप का खाता तक नहीं खुला और आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कोठियाल की गंगोत्री विधानसभा सीट पर जमानत जब्त हो गई.
कोठियाल के साथ पार्टी की प्रदेश इकाई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय ने भी बीते हफ्ते पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
24 अगस्त, 2021 को एक सदस्य के रूप में पार्टी में शामिल हुए उपाध्याय ने अपने इस्तीफे का कारण पार्टी की विचारधारा से मोहभंग होना बताया. उपाध्याय ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘आप का कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद, मैंने महसूस किया कि यह विचारधारा और कार्यशैली से बहुत दूर है.’
उन्होंने उत्तराखंड के लिए पार्टी के वर्तमान प्रभारी और सह-प्रभारी को भी पार्टी पर ‘थोपा’ हुआ करार दिया और उन पर अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए इसे ‘ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंटों’ की तरह चलाने का आरोप लगाया.
हाल में कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट ने कर्नल कोठियाल का पार्टी छोड़ने का निर्णय व्यक्तिगत बताया था.
आप की प्रदेश इकाई के समन्वयक बिष्ट ने कहा, ‘वह (कोठियाल) पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में से एक हैं. त्यागपत्र देने का उनका निर्णय व्यक्तिगत है, क्योंकि उन्होंने इसके लिए कोई कारण नहीं बताया है. उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं.’
केजरीवाल ने पिछले साल अगस्त में आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर कोठियाल के नाम की घोषणा करते हुए कहा था कि पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में सेना के पूर्व अधिकारी को चुनने का निर्णय राज्य के लोगों से प्राप्त प्रतिक्रिया पर आधारित है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)