यूपी: कानपुर हिंसा के संबंध में एक और व्यक्ति गिरफ़्तार, पकड़े गए लोगों की संख्या 55 हुई

उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में काकादेव इलाके से गिरफ़्तार व्यक्ति की पहचान गौरव राजपूत के रूप में हुई है. वहीं, राज्य के बलिया ज़िले में पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक अन्य युवक को भी गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है.

(फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में काकादेव इलाके से गिरफ़्तार व्यक्ति की पहचान गौरव राजपूत के रूप में हुई है. वहीं, राज्य के बलिया ज़िले में पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक अन्य युवक को भी गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है.

तीन जून को कानपुर में हुई हिंसा के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. (फोटो: पीटीआई)

कानपुर/बलिया: कानपुर पुलिस ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही कानपुर में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है.

पुलिस ने बताया कि काकादेव इलाके से गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान गौरव राजपूत के रूप में हुई है.

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम), बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि पुलिस को गौरव राजपूत के बारे में जानकारी मिली थी कि उसने कथित रूप से अपने फेसबुक अकाउंट पर दूसरे समुदाय को निशाना बनाकर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालाथा और उसे दूसरों के साथ साझा किया था.

डीसीपी ने कहा कि काकादेव पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गौरव को गिरफ्तार कर मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट-आठ की अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने उसे एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

गौरतलब है कि तीन जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी, क्योंकि एक टीवी बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के विरोध में दुकानों को बंद करने के प्रयासों के दौरान दो समुदायों के सदस्यों ने ईंट-पत्थर और बम फेंके थे.

इस बीच, निर्दोष व्यक्तियों की गिरफ्तारी और हिंसा के संबंध में गलत तरीके से फंसाए जाने की कई शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने अपर आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया है.

इस समिति में दो उपायुक्त (पूर्व और पश्चिम), प्रमोद कुमार और बीबी जीटीएस मूर्ति और एक सहायक आयुक्त (अनवरगंज), अकमल खान इसके सदस्य होंगे, जो जांच में एसीपी तिवारी की सहायता करेंगे.

समिति को शिकायतें सुनने और आरोपों की ठीक से जांच कर आगे की कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दी गई है.

मामले की जांच कर रही एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हिंसा के कुछ नए वीडियो सामने आए हैं, जिसमें बदमाशों को पेट्रोल और पत्थर फेंकते देखा जा सकता है.

अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी उन्नाव में शुक्रवार को दुकानदारों से अपनी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करने वाले पोस्टरों के बारे में भी पुलिस अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है और उन्हें कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा गया है.

उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टया यह ‘कुछ शरारती तत्वों’ की करतूत प्रतीत होती है.

अपर पुलिस आयुक्त, कानून और व्यवस्था, आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि कल जुमे (शुक्रवार) की नमाज के मद्देनजर यहां मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी), रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और नागरिक पुलिस सहित पुलिस बल की भारी तैनाती करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने तक पुलिस बल की तैनाती रहेगी.

पुलिस के जानकार सूत्रों ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी, जिनकी गिरफ्तारी शनिवार को हजरतगंज लखनऊ से की गई थी, को कुछ साल पहले ही विदेश से धन प्राप्त हुआ था.

उन्होंने बताया कि कानपुर के बाबूपुरवा क्षेत्र के एक निजी बैंक में एक खाता खोला गया था, जिसमें पहले 3.54 करोड़ रुपये 2019 में जमा किए गए थे. लेकिन, वर्तमान में उनके खातों में केवल 11 लाख रुपये बचे हैं, जिससे संदेह पैदा हुआ, हालांकि इस मामले पर अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

इससे पहले कानपुर पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में बीते 7 जून को भाजपा नेता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मतिउल्लाह उर्फ मत्ती, अजीजुर-रहमान, मोहम्मद आमिर, सरफराज, मोहम्मद फरहाद, अरशद उर्फ बबलू, शहंशाह उर्फ नैयर, सकलैन, सनी, शमीम, मोहम्मद सरताज और खलील के रूप में हुई है.

भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला सचिव हर्षित श्रीवास्तव को सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

इसके अलावा कानपुर में हुईं सांप्रदायिक झड़पों के वीडियो ट्वीट करने को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहुभाषी समाचार आउटलेट मिल्लत टाइम्स के संपादक शम्स तबरेज़ क़ासमी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 505 व 507 और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार 3 जून को भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के खिलाफ दुकान बंद करने को लेकर दो पक्षों में ​विवाद के बाद हिंसा भड़क गई थी.

नूपुर ने टीवी पर एक बहस के दौरान वह टिप्पणी की थी. चर्चा ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर हो रही थी. बाद में यह भारत के खिलाफ एक कूटनीतिक मुद्दा बन गया, जिसके चलते भाजपा ने शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया.

चार जून को पुलिस ने 1,000 से अधिक अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज कीं, जिनमें से 55 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें सभी मुस्लिम हैं.

बलिया में पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में युवक गिरफ्तार

पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

पुलिस अधीक्षक राज करन नैयर ने बृहस्पतिवार को बताया कि जिले के सिकंदरपुर थानाक्षेत्र के पुष्कर राय मोनू ने दो दिन पहले सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर पैगंबर मोहम्मद साहब के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्ट किया था.

उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले का स्वयं संज्ञान लिया तथा सिकंदरपुर थाना प्रभारी की तहरीर पर पुष्कर राय मोनू के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज किया गया.

उन्होंने बताया कि सिकंदरपुर पुलिस ने बृहस्पतिवार को पुष्कर राय मोनू को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

सूत्रों के अनुसार पुष्कर राय मोनू हिंदू समाज पार्टी का राष्ट्रीय संगठन मंत्री है, लेकिन पुलिस ने इस बारे में कुछ भी जानकारी होने से इनकार किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)