पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ 28 मई को रज़ा अकादमी के संयुक्त सचिव इरफ़ान शेख़ की शिकायत पर दक्षिण मुंबई के पायधुनी थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई थी. शर्मा को बयान दर्ज कराने के लिए 25 जून को पायधुनी थाने में पेश होने के लिए कहा गया है.
मुंबई: पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा को समन देने के लिए दिल्ली गई मुंबई पुलिस की एक टीम उन्हें नहीं ढूंढ पाई है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को मुंबई में यह दावा किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस भी अपेक्षित सहयोग नहीं कर रही है, जिसके चलते उन्होंने ईमेल के जरिये शर्मा को समन भेज दिया है.
मुंबई के पायधुनी थाने की एक टीम शर्मा को व्यक्तिगत रूप से समन सौंपने के लिए बीते पांच दिन से दिल्ली में है. समन में उन्हें जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
नूपुर शर्मा के खिलाफ 28 मई को रजा अकादमी के संयुक्त सचिव इरफान शेख की शिकायत पर दक्षिण मुंबई के पायधुनी थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.
यह एफआईआर एक टीवी चैनल पर परिचर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणी के लिए दर्ज की गई थी, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था. शर्मा को बयान दर्ज कराने के लिए 25 जून को दिन में 11 बजे पायधुनी थाने में पेश होने के लिए कहा गया है.
अधिकारी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पहुंचने के बाद पुलिस टीम ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया, क्योंकि शर्मा का कुछ पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने ‘अपेक्षित सहयोग’ नहीं किया.
उन्होंने कहा कि इसके बाद पुलिस ने शर्मा को ईमेल के जरिये समन भेजा है.
इससे पहले महाराष्ट्र की भिवंडी पुलिस ने नूपुर शर्मा को इस मामले में तलब कर बीते 15 जून को अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा था.
पुलिस ने बताया था कि रजा अकादमी के एक प्रतिनिधि द्वारा 30 मई को दर्ज कराई गई शिकायत के बाद भिवंडी पुलिस ने नूपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था. पुलिस ने बताया था कि उसने नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.
इससे पहले ठाणे में मुंब्रा पुलिस ने नूपुर शर्मा को 22 जून को उनके सामने पेश होकर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा था.
इस महीने की शुरुआत में भाजपा की तत्कालीन प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ पुणे के कोढवा पुलिस थाने में भी एक एफआईआर दर्ज की गई थी. पैंगबर के खिलाफ उनकी टिप्पणी को लेकर यह मामला दर्ज किया गया था.
मालूम हो कि निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी को लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर बीते 10 जून को देश भर के कई शहरों और कस्बों में विरोध प्रदर्शन हुए थे.
झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और और सहारनपुर समेत कई जिलों तथा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था. श्रीनगर में बंद के अलावा दिल्ली और मध्य प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे.
विवादों में घिरीं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ बीते 10 जून को बिहार के मुजफ्फरनगर जिले की एक अदालत में अर्जी दी गई थी, जिसमें कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद का नाम भी सह-आरोपी के रूप में दिया गया है.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि शर्मा, जिंदल और नरसिंहानंद के बयान से सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है.
पैगंबर मोहम्मद को लेकर टिप्पणी के लिए भाजपा ने बीते पांच जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित और दिल्ली इकाई के प्रवक्ता नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था. उनकी टिप्पणियों का कतर, ईरान और कुवैत समेत खाड़ी क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों ने विरोध किया है.
बीते नौ जून को दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी संत यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर सार्वजनिक शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश पोस्ट तथा साझा करने के लिए एफआईआर दर्ज की हैं.
नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को तुरंत गिरफ्तार किया जाए: कांग्रेस नेता
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री नसीम खान ने पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों और ट्वीट के लिए भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित पदाधिकारी नवीन जिंदल की शुक्रवार को गिरफ्तारी की मांग की.
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष खान ने कहा कि इन बयानों ने मुसलमानों को बहुत आहत किया है और दोनों को गिरफ्तार करने के लिए वरिष्ठ पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई जानी चाहिए.
खान ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उप-मुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण और गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल को पत्र लिखा है.
उन्होंने पत्र में कहा है कि मुस्लिम समुदाय ने पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया था और शर्मा और जिंदल के खिलाफ कुछ पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज की गई लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी नहीं होने से मुसलमानों में नाराजगी है और राज्य सरकार को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)