एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव प्रचार के लिए झारखंड आए थे. इस दौरान रांची हवाईअड्डे पर पहुंचने पर कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. पार्टी की ओर से कहा गया है कि यह उसकी छवि को ख़राब करने की कोशिश है.
रांची: एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के रविवार को झारखंड में रांची हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाने के बाद जांच का आदेश दिया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
तेलंगाना के हैदराबाद से सांसद ओवैसी मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए प्रचार के लिहाज से झारखंड आए थे.
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने कहा, ‘घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो की प्रामाणिकता का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस उपाधीक्षक की संयुक्त समिति जांच के लिए बनाई गई है.’
उन्होंने कहा कि रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी वीडियो के तकनीकी पहलुओं की तफ्तीश के लिए एक टीम बनाई है.
एआईएमआईएम की झारखंड इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद शाकरी ने कहा कि यह पार्टी की छवि को खराब करने की कोशिश है.
उन्होंने कहा, ‘हमारे किसी कार्यकर्ता ने ऐसे नारे नहीं लगाए. अगर ऐसी कोई घटना घटी है तो प्रशासन को इसमें शामिल लोगों को फौरन गिरफ्तार करना चाहिए.’
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एसडीओ दीपक दुबे द्वारा जारी एक पत्र में एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जिसमें नारेबाजी की बात कही गई थी. आदेश में सीओ हेहल और डीएसपी हटिया को निर्देश दिया गया है, ‘उपायुक्त के आदेश के अनुसार 24 घंटे के भीतर मीडिया रिपोर्ट की सामग्री की पुष्टि करते हुए एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें.’
इस बीच, ओवैसी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 10 जून को रांची में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान कथित पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत के लिए भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) दोनों जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा, ‘भाजपा जिम्मेदार है क्योंकि उसने पहले नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी और झामुमो जिम्मेदार है क्योंकि पुलिस (इस सरकार के तहत) ने निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं और अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘कांग्रेस से कहो कि घड़ियाली आंसू न बहाए. इस्लाम की प्रशंसा करने के लिए लोगों को गोली मार दी गई.’
ओवैसी ने कहा कि झारखंड में राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि मुख्यमंत्री खुद लीज पर जमीन लेते हैं. रांची में (10 जून) हिंसा की जिम्मेदारी भाजपा और झामुमो की है. झामुमो सरकार की वजह से मौतें हुईं. अगर प्रधानमंत्री ने नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की होती तो शायद लोगों की जान नहीं जाती.
मालूम हो कि निलंबित भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं निष्कासित मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी के विरोध में 10 जून को हुए हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हुई थी, जबकि दो दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.
विरोध प्रदर्शन के दौरान रांची में हुई हिंसा में 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम के अलावा 20 वर्षीय मोहम्मद साहिल की मौत गोली लगने से हो गई थी. मुदस्सिर 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे थे, साहिल ने 12वीं तक पढ़ाई की थी और एक मोबाइल की दुकान में काम करते थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)